जूस हम सबको पीने की सलाह दी जाती है और इसमें बिल्कुल कोई दोराय नही है कि जूस सेहत के लिए कितना फायदेमंद होता है। जूस शरीर के लिए काफी हल्का होता है इसलिए जब कोई बिमार होता है तो डॉक्टर जूस पीने की सलाह देतें है।अगर आप डाइटिंग पर है तो भी जूस पीते है। कई लोग जूस की डाइट भी फॉलो करते है। जूस शरीर से सारे विषाक्त पदार्थों को भी बाहर निकाल सकता है।
जूस से ब्लोटिंग की समस्या को ठीक करने के साथ लिवर को डिटॉक्स भी कर सकता है। जूस आपके लिए एक हेल्दी डाइट ऑप्शन है। आज कल जंक फूड, तला खाने के कारण, अनहेल्दी लाइफस्टाइल का पालन करने के कारण बहुत से लोगों को ब्लोटिंग हो जाती है इसमें कुछ जूस है जो आपकी मदद कर सकते है।
इसके बारे में ज्यादा जानकारी के लिए हमने बात की डायटिशियन शिखा कुमारी से, शिखा कुमारी एक सर्टिफाइड डायटिशियन और वेट लॉस एक्सपर्ट है।
हार्मोनल परिवर्तन- मासिक धर्म चक्र के दौरान एस्ट्रोजेन और प्रोजेस्टेरोन के स्तर में उतार-चढ़ाव जल प्रतिधारण के कारण ब्लोटिंग हो सकती है।
आहार– नमक, फाइबर, या बीन्स, मसूर, ब्रोकोली और गोभी जैसे गैस उत्पादक पदार्थों में उच्च खाद्य पदार्थ खाने से भी ब्लोटिंग होती है।
डिहाइड्रेशन– पर्याप्त पानी नहीं पीने से शरीर में पानी की कमी हो सकती है और ब्लोटिंग हो सकती है।
पाचन संबंधी समस्याएं– गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं जैसे कब्ज, इरिटेटिंग बाउल सिंड्रोम (IBS), और सीलिएक रोग से भी कई लोगों को ब्लोटिंग होती है।
दवाएं– एंटीबायोटिक्स, दर्द निवारक और एंटीडिप्रेसेंट जैसी कुछ दवाएं साइड इफेक्ट कर सकती है जिसके कारण भी पेट में आपको ब्लोटिंग हो सकती है।
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चिकित्सीय स्थितियां– कुछ चिकित्सीय स्थितियाँ जैसे ओवेरियन सिस्ट, एंडोमेट्रियोसिस और गर्भाशय फाइब्रॉएड महिलाओं में ब्लोटिंग का कारण बन सकती हैं।
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कस्टमाइज़ करेंयदि आप लगातार या गंभीर ब्लोटिंग का अनुभव कर रहे हैं, तो इसके पीछे कारण जानने और उचित उपचार प्राप्त करने के लिए अपने डॉक्टर से बात करना महत्वपूर्ण है।
नींबू के जूस में साइट्रिक एसिड होता है, जो लिवर को उत्तेजित करने और विषहरण प्रक्रिया में सहायता कर सकता है। इसमें मूत्रवर्धक प्रभाव भी होता है, जो ब्लोटिंग को कम करने में मदद कर सकता है।
अदरक में एंटी इंफ्लामेंट्री गुण होते हैं और यह पाचन तंत्र में सूजन को कम करने में मदद कर सकता है, जिससे ब्लोटिंग हो सकती है। यह पाचन में भी सहायता करता है और कब्ज को रोकने में मदद कर सकता है, जिसके कारण भी ब्लोटिंग हो सकती है।
चुकंदर के जूस में बीटाइन होता है, जो लिवर के कार्य में मदद करता है और विषहरण में सहायता करता है। यह एंटीऑक्सिडेंट में भी उच्च है, जो ब्लोटिंग को कम करने और लिवर की रक्षा करने में मदद कर सकता है।
सिंहपर्णी की जड़ में मूत्रवर्धक प्रभाव होता है, यह भी शरीर में ब्लोटिंग की समस्या को कम करता है और पाचन तंत्र को ठीक रखता है। इससे लिवर को भी साफ होने में मदद मिलती है।
खीरे में पानी का मात्रा बहुत अधिक होती है।इससे शरीर में पानी की कमी पूरी होने के साथ-साथ शररी में ब्लोटिंग की समस्या भी खत्म होती है। खीरा लिवर को भी साफ करता है और गंदगी को बाहर करता है।
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