सावन का महीना (Sawan Month) शुरु हो चुका है। बरसात का या महत्वपूर्ण महीना (Rainy season) हिंदू धर्म के लिए काफी महत्व रखता है। वहीं इस पूरे महीने भगवान शिव की आराधना की जाती है। इस महीने लोग प्रत्येक सोमवार को व्रत रखते हैं। वहीं कुछ लोग मांसाहारी भोजन के साथ ही प्याज और लहसुन से भी परहेज करते हैं। अगर आपको लगता है कि बिना प्याज और लहसुन के कोई भी व्यंजन स्वादिष्ट नहीं बन सकता, तो आप बिल्कुल गलत हैं। यहां हम आपके लिए लाए हैं बिना प्याज और लहसुन की 2 हेल्दी और टेस्टी स्नैक्स रेसिपीज।
साबूदाना में पर्याप्त मात्रा में फाइबर और प्रोटीन मौजूद होता हैं। साथ ही यह उर्जा को बनाए रखने में भी मदद करता है। साबूदाना ब्लड प्रेशर और शुगर लेवल को भी नियंत्रित रखता है। फाइबर का एक अच्छा स्रोत होने से साबूदाना पाचन क्रिया के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है।
साबूदाना (पानी मे भिगोया हुआ)
उबला हुआ आलू
ताजा धनिया की पत्तियां
लाल मिर्च पाउडर
हरी मिर्च
काली मिर्च (दरदरी पिसी हुई)
सेंधा नमक
भुनी हुई मूंगफली
साबूदाना को 2 से 3 घंटे के लिए पानी में भिगोकर रख दें। जब यह अच्छी तरह फूल जाए तो इसे पानी से निकालकर बाउल में रख लें।
भुनी हुई मूंगफली को दरदरा पीस लें।
अब टिक्की का मिक्सचर तैयार करने के लिए हाथों से उबले हुए आलू को मसल लें और उसमें रोस्टेड मूंगफली, बारीक कटी हरी मिर्च, धनिया की पत्तियां, लाल मिर्च पाउडर, काली मिर्च पाउडर और सेंधा नमक डालकर अच्छी तरह मिलाएं।
अब साबूदाना को तैयार किए गए मिक्सचर में डालकर अच्छी तरह मिला लें।
पैन को मध्यम आंच पर चढ़ाएं, और हल्का गर्म हो जाने पर घी डालें।
अब पैन में टिक्की डालकर दोनों ओर से क्रिस्पी और हल्का भूरा होने तक सेकें।
इसे प्लेट में निकाल लें और फ्रेश धनिया पत्ता से गार्निश करें। इसे स्नैक्स के तौर पर अपनी पसंदीदा चटनी के साथ सर्व कर सकती हैं।
यदि आप चाहे तो इसे तल भी सकती है। परंतु तलने से इसमें ज्यादा मात्रा में तेल जाएगा और यह आपकी सेहत के लिए बिल्कुल उचित नहीं है।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित एक डेटा के अनुसार चना दाल फाइबर का एक अच्छा स्रोत है, यह डाइजेशन से जुड़ी समस्याएं जैसे कब्ज, अपच इत्यादि में कारगर हो सकती है। इसके साथ ही चना दाल प्रोटीन, सोडियम, कैलशियम, पोटैशियम और आयरन से भरपूर होता। इसकी एंटीऑक्सीडेंट प्रॉपर्टीज कई तरह की स्वास्थ्य जोखिमों में कारगर होती है।
चना दाल
पालक
पनीर
गरम मसाला
मैदा
चाट मसाला
हरी मिर्च
उबले हुए हरे मटर
नमक (स्वादानुसार)
अदरक
घी
ब्रेडक्रम्स
चना दाल को पानी में भिगोकर 1 से 2 घंटे के लिए छोड़ दें।
जब चना दाल फूल जाए, तो उसके बाद से प्रेशर कुकर में डालें। साथ में अदरक, हरी मिर्च और आवश्यकतानुसार पानी डालकर 3 सीटी देने तक इंतजार करें। ध्यान रहे कि पानी उतना ही डालना है कि आपका मिक्सचर ज्यादा पतला न हो।
अब ब्लेंडर में कुकर की सामग्री, पालक और हरी मटर डालकर एक स्मूद पेस्ट तैयार करें।
तैयार किए गए पेस्ट को एक बड़े से बाउल में निकालें। अब इसमें पनीर, स्वादानुसार नमक, गरम मसाला, चाट मसाला और ब्रेडक्रम्ब्स डालकर अच्छी तरह मिला लें।
अब हथेलियों पर हल्का सा घी लगाएं और तैयार किए गए मिक्सर से छोटे-छोटे गोलाकार बनाकर उसे हल्के हाथों से दबाकर चपटा कर लें।
दूसरी ओर एक बाउल में मैदा, ब्रेडक्रम्ब्स और पानी डालकर एक पेस्ट तैयार करें। साथ ही एक प्लेट में बचे हुए ब्रेडक्रम्ब्स को अलग हटा कर रख लें।
पैन को मध्यम आंच पर चढ़ाएं, और उसमें चारों ओर घी लगाएं। फिर कबाब को मैदा पेस्ट में डुबोकर बचे हुए ब्रेडक्रम्ब्स में लपेटें।
फिर इसे पैन में डालकर दोनों ओर से ब्राउन होने तक अच्छी तरह सेकें। अब ट्रे या प्लेट में टिशू पेपर रखें और इसे निकाल लें ताकि एक्स्ट्रा ऑयल बाहर आ जाए।
आपका स्वादिष्ट एवं पोषक तत्वों से भरपूर कबाब बनकर तैयार है। इसे अपनी पसंदीदा चटनी के साथ सर्व कर सकती हैं। बच्चों को भी इसका स्वाद बहुत पसंद आएगा।
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