फेस्टिवल अपने साथ कुछ खास फूड्स और डेजर्ट लेकर आते हैं। जैसे ही गणेश चतुर्थी का जिक्र आता है, वैसे ही मोदक का ख्याल भी मुंह में पानी ले आता है। जैसे-जैसे समय बदल रहा है, मोदक कई फ्लेवर और कई इंग्रीडिएंट्स के साथ आने लगे हैं। पर मोदक बनाने का पारंपरिक तरीका न सिर्फ हेल्दी है, बल्कि यह ज्यादा स्वादिष्ट भी है। इससे पहले कि आपके घर गणेश जी आएं, हम आपके लिए ले आए हैं ट्रेडिशनल मोदक (ganesh chaturthi modak recipe
मोदक (ganesh chaturthi modak) भगवान गणेश की पसंदीदा मिठाई है और गणेश चतुर्थी त्योहार के पहले दिन कई घरों में बनाई जाती है। स्टीम्ड मोदक या उकादिचे मोदक (ukadiche modak) बहुत लोकप्रिय प्रकार है। यह मूलरूप से महराष्ट्रियन व्यंजन है। पर इस ट्रेडिशनल रेसिपी को इस पर हमने हेल्दी टच देने के लिए अनहेल्दी सामग्री को बाहर कर दिया है। मोदक की इस रेसिपी में आर्टिफ़िशियल शुगर, मैदा जैसी कोई भी अनहेल्दी सामग्री नहीं है। जिसे आप सांचे के साथ या बिना सांचे के हाथ से भी बना सकती हैं।
गुड़/ ब्राउन शुगर/ खजूर (1 कप)
नारियल (1 कप)
घी
खसखस (1/2 छोटी चम्मच)
ड्राई फ्रूट्स
इलायची पाउडर (1/2 छोटी चम्मच)
चावल का आटा (2 कप)
हेल्दी स्टफिंग बनाने के लिए आप चीनी की जगह गुड़, ब्राउन शुगर या खजूर का उपयोग
करें। आप 1 कप गुड़ काटकर एक तरफ रख दे। साथ ही नारियल ग्रेट कर ले।
नारियल और गुड़ में प्रोटीन, फाइबर और अंटीऑक्सीडेंट (antioxidants) जैसे पौष्टिक तत्व होते हैं।
एक पैन में घी गरम करें। ½ छोटा चम्मच खसखस (poppy seed) डालें। धीमी आंच पर कुछ सेकंड के लिए भूनें, जब तक कि खसखस चटकने न लगे।
अब कद्दूकस किया हुआ नारियल डालें और थोड़ी देर पकाने के बाद उसमे गुड़ डाल दें। नारियल-गुड़ मिश्रण को धीमी आंच पर पकने दें। कुछ सैकंड बाद गुड़ पिघलना शुरू कर देगा। जरूरी है कि इसे चलाते रहें।
इसे करीब 10 मिनट तक पकाएं जब तक गुड़ कड़ा न हो जाए। ध्यान रखे कि गुड़ में नमी (moisture) रहनी चाहिए। ज़्यादा पकाने से नमी खो सकती है।
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कस्टमाइज़ करेंअब आप अपनी पसंद के ड्राइ फ्रूट (बादाम, काजू, पिस्ता) और ½ छोटा चम्मच इलायची पाउडर
डालकर गैस बंद कर दे। ड्राइ फ्रूट प्रोटीन और फ़ाइबर से भरपूर होते हैं, जिससे आपको ऊर्जा मिलेगी। यह मोदक को स्वादिष्ट भी बनाते है।
अब मिश्रण को ठंडा होने के लिए रख दें।
सबसे पहले एक बड़ी कढ़ाई में 2 कप पानी, ½ छोटी चम्मच नमक और 1 छोटी चम्मच घी लें।
अच्छी तरह मिलाएं और पानी में उबाल आने दें।
फिर 2 कप चावल का आटा डालें और धीरे से मिलाएं। तब तक मिलाएं जब तक
चावल का आटा सारा पानी सोख न ले। 5 मिनट के लिए इसे ढक दे। चावल का आटा ग्लूटेन
फ्री होता है और यह ग्लूटेन एलर्जी या सीलिएक रोग (celiac disease) वाले लोगों के
लिए सुरक्षित हैं। यह पाचन को सुधारता है और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम रखता है।
अब इसे एक बड़े बर्तन में निकाल लीजिए और आटा गूंथना शुरू कर दें। गरम होने के कारण
आपका हाथ जल सकता है। इसके लिए गूंथने से पहले हाथ गीला कर लें। 5 मिनट तक या
आटे के नरम होने तक गूथ लीजिये।
मोदक का आटा तैयार है। अगर आटा सूखा लगे तो आप हाथ गीला करके इसे दुबारा गूंथ सकते
हैं।
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सबसे पहले चावल के आटे को एक बॉल साइज़ जितना लें और उसे चपटा कर लें। दोनों अंगूठों
की सहायता से किनारों को दबाना शुरू करे और बीच में स्टफिंग के लिए जगह बनाएं।
अपनी तर्जनी (index finger) और अंगूठे से प्लीटस बनाना शुरू करें। अब तैयार किए गए
नारियल-गुड़ के मिश्रण को उसमें भरें।
एक बन्डल की तरह सारे प्लीटस को साथ लाएं और बीच में नुकीला मुंह देकर बंद कर दें।
मोदक के सांचे (mould) को घी लगाकर चिकना कर लें ताकि वह चिपके नहीं। अब चावल
के आटे को सांचें में बैठा लें, बीच की जगह को नारियल-गुड़ के मिश्रण से भर लें।
सांचें (mould) को कसकर बंद करने के बाद बाहर निकले मिश्रण हो हटा दें। मोदक को बिना
तोड़े धीरे से सांचें (mould) में से निकाल लें।
एक बर्तन में 2 या 2.5 कप पानी लें। बर्तन में एक स्टैन्ड या रैक रखे और पानी को तेज़ आंच
पर उबाल आने तक गरम करें।
मोदक को दूरी के साथ स्टैन्ड पर रखें और भाप देने से पहले मलमल या कॉटन के कपड़े से ढक
दें। पैन को ढककर 10-15 मिनट तक मध्यम आंच पर पकाएं। कुछ मोदक भाप लेते समय
फट सकते है, पर यह चिंता की बात नहीं है।
गणेश चतुर्थी के लिए आपके स्वादिष्ट और हेल्दी उकादिचे (ukadiche) मोदक तैयार हैं! आप इसे 2 दिन तक फ्रिज में भी रख सकते है। परोसते वक्त केवल गरम होने तक भाप दें या माइक्रोवेव कर लें।
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