लहसुन को सालों से व्यंजनों के स्वाद को बढ़ाने के लिए जाना जाता है। स्वादिष्ट होने के साथ लहसुन की यह छोटी कलियां कई पोषक तत्वों का भंडार होती है। उसी तरह लहसुन की कलियों से बना अचार आपके स्वादिष्ट खाने की क्रेविंग्स को चुटकियों में मिटा सकता है। साथ ही नियमित रूप से लहसुन का सेवन त्वचा की समस्या, इन्फेक्शन, डायबिटीज सहित कई स्वास्थ्य जोखिमों को भी कम करने में मददगार होता है। हालांकि, सभी लोग कच्चे लहसुन का सेवन नहीं कर पाते। ऐसे में लहसुन की इन कलियों से बने स्वादिष्ट अचार को अपने खाने के साथ ले सकती हैं। आज हम लेकर आये है आपके लिए, लहसुन की जादुई कलियों से बने स्वादिष्ट और पोषण से भरपूर अचार की रेसिपी।
न्यूट्रीफाई बाई पूनम डाइट एंड वैलनेस क्लिनिक एंड अकैडमी की डायरेक्टर डॉक्टर पूनम दुनेजा के अनुसार लहसुन की यह नन्हीं कलियां कार्बोहाइड्रेट, आयरन, पोटेशियम, मैग्नीशियम, विटामिन ई, विटामिन के, विटामिन सी, मैंगनीज, फाइबर, कैल्शियम, प्रोटीन, जिंक जैसे पोषक तत्वों का भंडार होती है। साथ ही इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटीफंगल प्रॉपर्टीज इसे और ज्यादा खास बनाते हैं। लहसुन को इम्यूनिटी बूस्टर फूड्स की कैटेगरी में रखा जाता है।
नियमित रूप से लहसुन का सेवन आपके ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाता है। साथ ही शरीर मे कोलेस्ट्रॉल लेवल को भी नियंत्रित रखता है। साथ ही ब्लड प्रेशर के मरीजों को खासकर लहसुन खाने की सलाह है।
आपका बढ़ता वजन कई बीमारियों को अपने साथ लेकर आता है। वातावरण और लाइफस्टाइल में बदलाव के कारण कई लोग इस समस्या से परेशान हैं। लहसुन आपके शरीर में एनर्जी बूस्टर की तरह काम करता है, जो कैलोरीज को बर्न करने में मददगार साबित हो सकता है। वहीं लहसुन का सेवन पेट को लंबे समय तक भरा रखता है, जिसकी वजह से बार बार भूख नही लगती और आप आवश्यकता से ज्यादा भोजन नही कर पाती हैं।
लहसुन शरीर में ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखता है। साथ ही इसे बढ़ने से भी रोकता है। डायबिटीज के मरीज उचित परिणाम के लिए नियमित रूप से इसकी दो कलियों का सेवन कर सकते हैं।
लहसुन में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटीफंगल प्रॉपर्टीज इंफेक्शन और एलर्जी जैसी समस्याओं से निजात पाने में कारगर हो सकते हैं। साथ ही यह आपकी त्वचा से जुड़ी समस्याओं मैं भी फायदेमंद होता है।
पोषक तत्वों से युक्त लहसुन की कलियां आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत रखने का काम करती हैं। इसमें मौजूद विटामिन सी, विटामिन बी6 और अनेकों मिनरल्स आपके शरीर में इम्यूनिटी बूस्टर की तरह काम करते हैं। नियमित रूप से लहसुन का सेवन रोग निरोधक क्षमता को बढ़ाता है साथ ही शरीर में संक्रमण की संभावना को कम करता है।
लहसुन की कलियां (आवश्यकतानुसार)
राई के दाने (दरदरी पिसी हुई)
सरसों का तेल
नमक (स्वादानुसार)
मेथी के दाने
हल्दी पाउडर
सुखा साबुत लाल मिर्च
सौंफ
हींग
जीरा
धनिया (दरदरी पिसी हुई)
1. सबसे पहले लहसुन की कलियों को साफ पानी से धो लें।
2. सभी लहसुन की कलियों को हल्के हाथ से मसलकर किसी भी बर्तन में घंटे भर के लिए धूप में फैला कर रख दें।
3. अब हल्के हाथों से लहसुन की कलियों को मसलते हुए उसके छिलके निकाल दें।
4. कड़ाही को मीडियम आंच पर गर्म होने दें, उसके बाद उसमे सरसों का तेल डालें और उसे पूरी तरह गर्म होने दें।
5. गर्म तेल में राई, मेथी, सौफ, हींग डालें, और 30 सेकंड तक रुकें।
6. अब कड़ाही में पिसा हुआ धनिया, हल्दी, जीरा, लाल मिर्च, अजवाइन और मेथी को डालकर 1 से 2 मिनट तक भूनें।
7. गैस बंद करने के बाद लहसुन की कलियों को कड़ाही में डालें और उसमें स्वाद अनुसार नमक मिलाएं।
8. अब लहसुन के अचार को पूरी तरह से ठंडा होने के लिए छोड़ दें। उसके बाद कांच या चीनी मिट्टी के बर्तन में निकालें।
9. एक सूती कपड़ा लेकर अचार के जार के मुंह पर लपेट दें। साथ ही पूरे 1 हफ्ते तक उसे हर दिन धूप में रखें, और 2 से 3 घंटे के अंतराल पर अचार के बर्तन को अच्छी तरह हिलाएं। ऐसा करने से अचार के मसाले सभी लहसुन की कलियों में बराबर मात्रा में मिल जाएंगे।
10. अब हफ्ते भर बाद अपने लहसुन के अचार को प्रयोग में ला सकती हैं।
यह बात हमेशा याद रखें कि अचार को बनाते वक्त अपने हाथों को अच्छी तरह साफ कर लें। साथ ही प्रयोग में आने वाले सभी बर्तन गर्म पानी में धुले और पूरी तरह सूखे हुए होने चाहिए। अन्यथा आपका अचार समय से पहले खराब हो सकता है।
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