मौसम के बदलने से स्वाद भी बदल जाता है। सर्दियों के मौसम में जहां मटर का नाश्ता ज्यादा पसंद किया जा रहा था, वहीं अब मौसम बदलने के साथ स्वाद में परिवर्तन जरूरी है। लेकिन अगर आप वही पुराने ब्रेकफास्ट बना कर थक चुकी हैं तो अक्की रोटी की रेसिपी आपको और आपके परिवार को उंगलियां चाटने पर मजबूर कर देगी। यह सिर्फ एक टेस्टी रेसिपी ही नहीं है, बल्कि हेल्दी भी है।
नाम से अगर आपको यह डिनर की रेसिपी लग रही है, तो ऐसा नहीं है, यह कर्नाटक का एक मशहूर ब्रेकफास्ट है। रेसिपी से पहले चलिए आपको अक्की की रोटी के बारे में कुछ विशेष बताते हैं।
राइस फ्लोर रोटी (Rice flour Roti) या अक्की रोटी (Akki Roti) एक पारंपरिक और प्रसिद्ध व्यंजन है, जिसे चावल के आटे से तैयार किया जाता है। इसको कर्नाटक और दक्षिण भारत के कई हिस्सों में सुबह के नाश्ते का अहम हिस्सा माना जाता है। स्वादिष्ट दिखने के साथ-साथ यह सेहत के लिए भी लाभदायक है। इसे बनाने के लिए चावल के आटे का इस्तेमाल किया जाता है। अक्की रोटी को तीखी लाल चटनी के साथ या नारियल की चटनी के साथ परोसा जाता है। पारंपरिक भाषा में इसे अक्की हिट्टु के नाम से जानते हैं।
2 अक्की रोटियों का एक सामान्य सर्विंग में 430 कैलोरी होती है। जिसमें वसा से कैलोरी 90, कुल कार्बोहाइड्रेट सामग्री 64 ग्राम, कुल वसा सामग्री 30.0 g, प्रोटीन 5.0 g शामिल है।
एनसीबीआई की डाटा के अनुसार राइस फ्लोर ग्लूटेन फ्री होता है। इसकी यहीं खासियत ऐसे आपकी सेहत के लिए लाभदायक बनाता है। यदि आप सीलिएक रोग से पीड़ित हैं तो यह आपके लिए बहुत फायदेमंद है। सीलिएक रोग एक पाचन समस्या है जो ग्लूटेन के संपर्क में आने पर प्रतिरक्षा प्रणाली को प्रभावित करती है।
खाने में फाइबर की मात्रा होना कितना अहम है इस बात से सभी वाकिफ हैं। फाइबर की कमी को पूरा करने के लिए चावल का आटा एक बेहतरीन विकल्प है। इसमें मौजूद फाइबर कोलेस्ट्रॉल को कम कर सकता है, रक्त शर्करा के स्तर में सुधार कर सकता है और पाचन में मदद कर सकता है।
राइस फ्लोर में विटामिन की मात्रा काफी अधिक होती है जोश के लिए काफी लाभदायक है। वही अगर चावल का आटा ब्राउन राइस तैयार किया गया हो तो उसमें विटामिन बी की मात्रा काफी अधिक होती है।
यूएसडीए के अनुसार, 100 ग्राम राइस फ्लोर में, 366 कैलोरी, 1.4 ग्राम कुल वसा, 0 मिलीग्राम कोलेस्ट्रॉल, 0 मिलीग्राम सोडियम,76mg पोटेशियम, 80 ग्राम कुल कार्बोहाइड्रेट, 6 ग्राम प्रोटीन, 1% कैल्शियम, 2% लोहा,8% मैग्नीशियम, 20% विटामिन बी-6 होता है।
इस रोटी को बनाने के लिए सिफारिश की जाती है कि आप बारीक पिसा हुआ चावल का आटा ही इस्तेमाल करें। अन्यथा मोटे आटे के साथ रोटी बनाना आपके लिए मुश्किल का काम हो सकता है। यदि आटा मोटा रह जाता है तो आपको बेसन मिलाने की आवश्यकता पड़ सकती है।
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