टोमेटो केचप ! हां वही, जो फ्रेंच फ्राइज से लेकर ब्रेड पकौड़े तक का स्वाद बढ़ा देता है। कोई भी फास्ट फूड क्यों ना हो टोमेटो केचप के बिना उसका स्वाद अधूरा है। पर जब आप वेट लॉस जर्नी पर होती हैं, तब क्या यह आपके लिए एक हेल्दी ऑप्शन है भी या नहीं? अगर आपने इन बातों पर कभी ध्यान नहीं दिया है, तो अब वक्त आ गया है कि आप इस बात की पड़ताल करें। असल में वजन बढ़ने से लेकर ज्वॉइंट पेन तक, टोमेटो केचप कई समस्याओं के लिए जिम्मेदार हो सकता है।
साल 2004 में हार्वर्ड स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ ने एक अध्ययन जारी किया, जिसमें बताया गया कि जिन महिलाओं के रक्त में लाइकोपिन का स्तर अधिक था उनमें हृदय रोग के विकास होने की संभावनाएं 50% तक कम थी।
प्रोसेस्ड और पके टमाटरों में भी एंटी ऑक्सीडेंट और लाइकोपिन उच्च मात्रा में पाए जाते हैं। इस अध्ययन के बाद केचप निर्माताओं ने केचप को हेल्दी का टैग देना शुरू कर दिया। जिसके बाद टोमेटो केचप की एक हेल्दी फूड की छवि बन गई। हालांकि यह अध्ययन बिल्कुल भी गलत नहीं है, लेकिन टोमेटो केचप में मात्र यह दो ही इनग्रेडिएंट्स नहीं होते हैं।
टोमेटो केचप में विटामिन ए और विटामिन सी की मौजूदगी भी इसे हेल्दी बनाती है। एक चम्मच केचप में मात्र 15 कैलोरी होती हैं, लेकिन इसमें दो ऐसे चिंताजनक तत्व होते हैं जो आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकते हैं। वे हैं नमक (Salt) और चीनी (Sugar)। प्रति चम्मच टोमेटो केचप में 4 ग्राम चीनी और 190 मिलीग्राम सोडियम पाया जाता है।
सुनने में भले ही 4 ग्राम चीनी मामूली लग रही हो, लेकिन इसमें अधिकांश टमाटर में पाए जाने वाली प्राकृतिक चीनी शामिल हो जाती है। इसके अलावा यदि आप दिन भर में आठ चम्मच टोमेटो केचप का सेवन कर लेती हैं, तो आप की दिन भर की सोडियम की मात्रा पूरी हो सकती है। ऐसे में टोमेटो केचप का ज्यादा सेवन आपके शरीर में सोडियम की मात्रा को बढ़ा सकता है।
टोमेटो केचप में मौजूद सॉल्ट और शुगर के साथ प्रिजर्वेटिव्स आपके वेट गेन का कारण बन सकते हैं। एनसीबीआई की रिपोर्ट के अनुसार फ्रेंच फ्राइज जैसे फूड वेट गेन का कारण बन जाते हैं। इसी तरह हाई कैलोरी फूड्स के साथ हम हमेशा टोमेटो केचप का सेवन करते हैं। वेट गेन आपकी कैलोरी पर डिपेंड करता है। इसके अलावा केचप में मौजूद फ्रुक्टोज कॉर्न सिरप से मोटापा और इंसुलिन रेसिस्टेंस हो सकता है।
टोमेटो केचप का ज्यादा सेवन आपको वेट गेन ही नहीं, बल्कि कई और शारीरिक समस्याओं के जोखिम में भी डाल सकता है जिसमें शामिल हैं :
टोमेटो केचप का सेवन आपको एसिडिटी की समस्या दे सकता है। इसमें मेलिक एसिड (malic acid) और सिट्रिक एसिड (Citric acid) पाया जाता है। इस प्रकार, जिन लोगों को पाचन संबंधी समस्याएं हैं जैसे कि पाचन तनाव या गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स रोग (GRD) तो उन्हें टोमेटो केचप के सेवन से बचना चाहिए।
केचप का ज्यादा सेवन आपके शरीर में सोडियम की मात्रा को बढ़ा सकता है। जिसके कारण आपके यूरिन में कैल्शियम की मात्रा बढ़ जाती है। जिससे गुर्दे की पथरी विकसित होने का जोखिम हो सकता है।
प्रोसेस्ड और प्रिजर्व्ड फूड सूजन के जोखिम से जुड़े हुए हैं, जिसका अर्थ है कि आप ज्वाइंट पेन से भी घिर सकती हैं। जिन लोगों को पहले से ही जोड़ों के दर्द की शिकायत है, उन्हें केचप का सेवन अपने डाइटिशियन और डॉक्टर की सलाह के बाद ही करना चाहिए।
यदि आप एक स्वस्थ दिनचर्या का पालन करती हैं और आपकी दिनचर्या में योग कसरत जैसी गतिविधियां शामिल हैं, तो आप केचप का सेवन मॉडरेशन में कर सकती हैं। यह आपके वजन और आपकी डाइट पर निर्भर करता है कि आपको एक दिन में इसका कितना सेवन करना है। इसके लिए बेहतर होगा कि अपने खान-पान को लेकर पहले अपने डाइटिशियन की राय लें।