इसमें कोई दोराय नहीं कि आहार में किसी भी चीज़ की अधिकता स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाती है। सेलिब्रेशन की शुरूआत के साथ अधिकतर लोग फिटनेस की चिंता किए बगैर मन मुताबिक फूड खाने लगते हैं। दरअसल, क्रिसमस और न्यू ईयर के मौके पर लेट नाइट पार्टीज़ के दौरान खाने का शौंक खुद ब खुद लोगों के अंदर बढ़ने लगता है, जो बिंज ईटिंग को प्रोत्साहित करता है। केक, फ्रेश पाइज़, अल्कोहल और हैवी मील्स ओवर इटिंग का कारण बनने लगते हैं, जो मोटापे की समस्या के साथ कई और शारीरिक समस्याओं का कारण साबित होते हैं। जानते हैं एक्सपर्ट से कि किस प्रकार फेस्टिव सीज़न में बिंज ईटिंग की समस्या से बचा जा सकता है (tips to deal with binge eating)।
इस बारे में बातचीत करते हुए मणिपाल हास्पिटल गाज़ियाबाद में हेड ऑफ न्यूट्रीशन और डाइटेटिक्स डॉ अदिति का कहना है कि सेलिब्रेशन के समय में बिज ईटिंग बेहद सामान्य है, जो वेटगेन का कारण बन सकता है। इसके अलावा गैस्ट्रिक, इनडाइजेशन, क्रैंप्स और एसिड रिफ्लक्स का कारण भी बनने लगता है। वहीं, शरीर में बढ़ रहा तनाव का स्तर भी बिंज ईटिंग को बढ़ाता है। ओवरइटिंग से मेटाबॉलिज्म प्रभावित होता है, जो डाइजेशन संबधी समस्याओं का कारण बनता है। इसके अलावा हार्मोनल अंसतुलन की समस्या भी बढ़ने लगती है।
डॉ अदिति के अनुसार अधिकतर लोगों का मानना है कि मील को स्किप करने से कैलोरी इनटेक से बचा जा सकता है। मगर वास्तव में मील को स्किप करने से अगली मील में ओवरइटिंग का खतरा बना रहता है। ऐसे में मील को स्किप करने की जगह कैलोरी इनटेक को नियंत्रित करने की दिशा में फोकस करें।
फेस्टिव सीज़न में लोग बिना वेटगेन की चिंता किए बगैर बिंज ईटिंग करने लगते हैं। इससे शरीर में डायबिटीज़ और कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने का खतरा बना रहता है। ऐसे में एक ही समय में प्लेट भर के खाने की जगह डाइट को स्मॉल पोर्शन्स में बांट लें। इससे डाइजेस्टिव सिस्टम मज़बूत रहता है और वेटगेन से भी बचा जा सकता है।
डेली रूटीन में कुछ देर व्यायाम करने से मेटाबॉलिज्म उचित बना रहता है। इसके अलावा शरीर में बढ़ने वाले फैट्स भी बर्न होते रहते हैं। सेलिब्रेशन के दौरान अगर आप व्यायाम को इग्नोर करते हैं, तो इससे न केवल पाचनतंत्र प्रभावित होगा बल्कि अधिक मीठा खाने से शुगर लेवल भी बढ़ने लगता है, जो वेटगेन का मुख्य कारण साबित होता है।
किसी भी पार्टी या दावत के दौरान खाने के हेल्दी विकल्पों को चुनें। जैसे आप केक या पुडिंग को ड्राई फ्रूट से रिप्लेस कर सकते हैं। इसके अलावा साफ्ट ड्रिक्स की जगह लेमन वॉटर या फ्रूट जूस ले सकते हैं। इससे शरीर में कैलोरी इनटेक कम होने लगता है।
एनआइएच के रिसर्च के अनुसार ज्यादा अल्कोहल इनटेक बिंज ईटिंग का कारण बनने लगता है। बहुत ज्यादा शराब पीने से शरीर में निर्जलीकरण की समस्या बढ़ जाती है और भूख महसूस होने लगती है। इस प्रकार आप सामान्य मात्रा से ज्यादा खाने लगते हैं। बिंज ईटिंग से मोटापे की शुरूआत होने लगती है।
पाचनतंत्र को मज़बूत बनाए रखने के लिए खाने को चबा चबाकर खाएं। इससे खाने को पचाना आसान हो जाता है और शरीर बिंज ईटिंग की समस्या से बचा रहता है। हेल्दी विकल्पों के अलावा खाने के लिए छोटी प्लेट को चुनें। इससे सेलिब्रेशन के दौरान शरीर बिंज इटिंग से बचा रहता है।
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