लॉग इन

तिल-गुड़ के लड्डू या तिल-खोया लड्डू, जानिए आपकी सेहत के लिए कौन से हैं ज्यादा बेहतर

सकट चौथ या तिलकुट का व्रत तिल की ढेर सारी रेसिपीज के लिए याद किया जाता है। इनमें भी खास हैं तिल गुड़ और तिल खोया लड्डू। हालांकि दोनों का स्वाद बेमिसाल है, पर जानिए आपकी सेहत के लिए इनमें से कौन से हैं ज्यादा बेहतर।
यहां जानिए कैसे बनाते हैं तिल के मावा वाले सॉफ्ट लड्डू। चित्र ; शटरस्टॉक
ऐप खोलें

सर्दियों में हम सभी की क्रेविंग्स बढ़ जाती हैं और ऐसे में हमेशा कुछ न कुछ मीठा खाने का मन करता है। और बात जब व्रत रखने की आती है तो हम हमेशा कुछ न कुछ टेस्टी और हेल्दी खाने की तलाश में रहते हैं।

इस बार 21 जनवरी को तिलकुट चौथ (Tilkut Chauth 2022) यानी सकट चौथ (Sakat Chauth 2022) का व्रत है। तिलकुट चतुर्थी (Tilkut Chaturthi) का व्रत संतान प्राप्ति या उसकी दीर्घायु के लिए रखा जाता है। इस दिन गणेश भगवान (Lord Ganesha) की उपासना की जाती है और उन्हें तिलकुट (Tilkut) का भोग लगाया जाता है।

ऐसे में हमारी मानें तो आप भी तिल गुड़ और तिल खोया के लड्डू घर पर बनाएं। इन्हें बनाना बेहद आसान होता है। खुद भी खाएं और बच्चों को भी खिलाएं, क्योंकि इसमें मौजूद तिल समग्र स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है।

तिल आपके स्‍वास्‍थ्‍य के लिए फायदेमंद हैं। चित्र: शटरस्टॉक

हेल्थशॉट्स के इस लेख में हम आपको तिल गुड़ (Tilkut) और तिल खोया के लड्डू (til aur khoya ke ladoo) बनाना सिखाएंगे, और यह भी बताएंगे कि इसमें से आपके लिए कौन से बेहतर हैं। मगर इससे पहले जान लेते हैं तिल के फायदे –

जानिए आपके समग्र स्वास्थ्य के लिए कैसे फायदेमंद हैं तिल

तिल में भरपूर मात्रा में कैल्शियम (Calcium) और जिंक होता है, जो आपकी हड्डियों को मजबूत रखते हैं।

उच्च फाइबर सामग्री और असंतृप्त फैटी एसिड सामग्री के कारण तिल कब्ज को ठीक करने में मदद कर सकते हैं।

तिल के बीज एंटीऑक्सीडेंट (Antioxidants) से भरे होते हैं, जो उम्र बढ़ने के संकेतों को उलट देते हैं और आपको एक जवां त्वचा देते हैं।

इसमें मौजूद समृद्ध ओमेगा फैटी एसिड बालों के विकास को बढ़ावा देने में मदद करता है और बालों के झड़ने को भी रोकता है।

तिल (Sesame seeds) मैग्नीशियम से भरपूर होते हैं, जो उच्च रक्तचाप को रोकने में मदद करते हैं।

सिर्फ स्वाद में ही नहीं आपकी सेहत बनाये रखने में भी फायदेमंद है गुड़ -तिल के लड्डू। चित्र : शटरस्टॉक

अब जानिए कैसे बनते हैं तिलकुट यानी तिल और गुड़ के लड्डू (Til Gur Ladoo Recipe)

तिल और गुड़ के लड्डू बनाने के लिए आपको एक कप तिल और आधा कप गुड़ का पाउडर चाहिए। आपको बस तिल को भूनकर हल्का दरदरा पीसना है और एक तरफ गुड़ पाउडर और घी को गर्म करना है। इसके बाद इस मिश्रण में तिल मिलकर इसके लड्डू बना लें।

अपनी रुचि के विषय चुनें और फ़ीड कस्टमाइज़ करें

कस्टमाइज़ करें

रेसिपी को और डीटेल में जाने के लिए नीचे दिये गए लिंक पर क्लिक करें।

मकर संक्रांति पर मेरी मम्मी बनाती हैं तिल और गुड़ के लड्डू, जो स्वाद ही नहीं सेहत में भी हैं लाजवाब

आपके लिए कितने फायदेमंद हैं तिल गुड़ के लड्डू?

इन लड्डुओं में तिल के पोषक तत्व हैं और गुड़ की मिठास है। इसके एक लड्डू में कुल 110 कैलोरीज हैं और फैट 63। साथ ही इनमें कुछ मात्रा में आयरन, प्रोटीन और कैल्शियम भी है। यह आपके शरीर में को गर्म रखेंगे और दिन भर ऊर्जा प्रदान करेंगे। गुड़ नेचुरल शुगर है इसलिए आप इसे मॉडरेशन में खा सकती हैं।

अब जानिए कैसे बनते हैं तिल और खोया के लड्डू (Til aur khoya ladoo recipe)

तिल और खोया के लड्डू बनाने के लिए आपको एक कप तिल और एक कप खोया चाहिए। आपको बस तिल को भूनकर हल्का दरदरा पीसना है और एक तरफ खोया और घी को भूनना है। इसके बाद इस मिश्रण में तिल मिलाकर इसके लड्डू बना लें और चीनी भी मिलाएं।

सर्दियों का मौसम हो और तिल और गुड़ की बात न हो ऐसा हो ही नहीं सकता है। चित्र : शटरस्टॉक

आपके लिए कितने फायदेमंद है तिल और खोया के लड्डू?

सबसे पहले इन लड्डुओं के पोषण मूल्य पर नज़र डालते हैं – कैलोरी: 447kcal | कार्बोहाइड्रेट: 43g | प्रोटीन: 12 ग्राम | वसा: 26 ग्राम | इसके अलावा इनमें आयरन, कैल्शियम और प्रोटीन के साथ – साथ कोलेस्ट्रॉल, फैट और शुगर भी है। खोया हड्डियों को मजबूती देने के साथ पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद है। मगर आपको इसे मॉडरेशन में ही खाना चाहिए।

तिलकुट के लड्डू हैं सबसे बेहतर

अगर हम तिल गुड़ और तिल खोया के लड्डू की कैलोरीज (Calories) को देखें तो यह साफ है कि तिलकुट यानी गुड़ के साथ बने तिल के लड्डू में कम कैलोरी है। इसके अलावा इसमें मिठास के लिए गुड़ है न कि चीनी। मगर इसका मतलब यह नहीं है कि आप इन्हें ज़्यादा मात्रा में खाएं।

तो तिलकुट चतुर्थी पर ज़रूर ट्राइ करें ये दो प्रकार के लड्डू!

यह भी पढ़ें : काले या सफेद तिल? आयुर्वेद के अनुसार कौन से तिल हैं ज्‍यादा पोषण युक्‍त

ऐश्‍वर्या कुलश्रेष्‍ठ

प्रकृति में गंभीर और ख्‍यालों में आज़ाद। किताबें पढ़ने और कविता लिखने की शौकीन हूं और जीवन के प्रति सकारात्‍मक दृष्टिकोण रखती हूं। ...और पढ़ें

अगला लेख