खिचड़ी को पूरी दुनिया के आहार एवं पोषण विशेषज्ञ बेहतरीन आहार बताते हैं। बच्चे से लेकर बुजुर्गों तक के स्वास्थ्य के लिए यह फायदेमंद है। खिचड़ी को एक बहुत ही पौष्टिक आहार माना जाता है। आमतौर पर हम सभी के घर दाल और चावल को मिक्स करके खिचड़ी बनाई जाती है, लेकिन आज हमारे पास एक ऐसी स्वादिष्ट रेसिपी है, जो न केवल पौष्टिक है, बल्कि टेस्टी भी है। इस खिचड़ी को आप भारत के पारंपरिक तरीके से खा सकते है। जिसमें घी, आचार, पापड़ को शामिल किया जा सकता है। तो चलिए तैयार करते हैं बाजरा-पालक खिचड़ी रेसिपी (palak bajra khichdi recipe)।
वैसे मानसून दस्तक दे चुका है और कई बार बारिश में भीगने के कारण सर्दी-खांसी जुकाम हो जाता है इसलिए इस मौसम में गर्मा गर्म खिचड़ी का आनंद लेना काफी अच्छा हो सकता है। खिचड़ी पोषक आहार और मानसून के मौसम में ये और भी ज्यादा फायदेमंद हो सकता है।
यह पालक और बाजरे की खिचड़ी अपने आप में एक पौष्टिक और संतुलित भोजन है। यह पालक और बाजरा की वजह से फाइबर, प्रोटीन, विटामिन और खनिजों से भरपूर है, जो इसे स्वस्थ आहार के लिए एक पौष्टिक विकल्प बनाता है।
खिचड़ी एक पौष्टिक भोजन है जिसमें अनाज , दाल और मसालों का मिश्रण होता है। यह प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, विटामिन और खनिज जैसे आवश्यक पोषक तत्वों का अच्छा संतुलन प्रदान करता है। अनाज और दाल का संयोजन प्रोटीन का एक संपूर्ण स्रोत प्रदान करता है, जो इसे एक पौष्टिक विकल्प बनाता है।
मानसून का मौसम अक्सर उच्च नमी वाला और कभी-कभी पाचन समस्याओं का कारण बनता है। खिचड़ी आमतौर पर पर्याप्त मात्रा में पानी के साथ तैयार की जाती है, जो शरीर को हाइड्रेटेड रखने में मदद करती है।
खिचड़ी में इस्तेमाल होने वाले मसाले जैसे हल्दी, जीरा और अदरक में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले गुण होते हैं। हल्दी में करक्यूमिन होता है, जिसमें एंटीऑक्सीडेंट और सूजन-रोधी गुण होते हैं। जीरा और अदरक अपने पाचन गुणों के लिए जाने जाते हैं और मानसून के दौरान होने वाली पाचन संबंधी परेशानी को कम करने में मदद कर सकते हैं।
बाजरा 1 कप
पीली मूंग दाल 1/2 कप
पालक के पत्ते, बारीक कटे हुए 2 कप
1 छोटा प्याज, बारीक कटा हुआ
लहसुन की 2-3 कलियाँ, बारीक काट लें
अदरक का टुकड़ा, कद्दूकस किया हुआ 1 इंच
जीरा 1 चम्मच
हल्दी पाउडर 1 चम्मच
घी या तेल 1 चम्मच
नमक स्वाद अनुसार
आवश्यकतानुसार पानी
बाजरे और मूंग की दाल को पानी से अच्छी तरह धो लें। इन्हें करीब 30 मिनट तक पानी में भिगोकर रखें और फिर छान लें
प्रेशर कुकर या गहरे बर्तन में घी या तेल गर्म करें, जीरा डालें और तड़कने दें
कटा हुआ प्याज, पीस हुआ लहसुन और कसा हुआ अदरक डालें। प्याज हल्का होने तक भूनें
भीगा हुआ बाजरा, मूंग, हल्दी पाउडर और नमक डालें, अच्छी तरह से मलाएं
इसमें कटे हुए पालक के पत्ते डालें और अच्छी तरह मिलाएं
सभी सामग्री डालने के बाद अंत में पानी डालें
अगर प्रेशर कुकर का उपयोग कर रहे हैं, तो ढक्कन बंद करें और 3-4 सीटी आने तक पकाएं। यदि बर्तन का उपयोग कर रहे हैं, तो ढक्कन से ढक दें और मध्यम आंच पर तब तक पकाएं जब तक कि बाजरा और दाल नरम न हो जाएं, बीच-बीच में हिलाते रहें और यदि आवश्यक हो तो अधिक पानी डालें
एक बार पकने के बाद, प्रेशर कुकर से प्रेशक को स्वाभाविक रूप से निकलने दें या बर्तन में कुछ और मिनटों के लिए खिचड़ी को उबलने दें
गरमा गरम पालक और बाजरे की खिचड़ी को अपनी पसंद के दही, अचार या रायते के साथ परोसें
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