अच्छा खाना खाना किसे पसंद नहीं है? हम सभी को स्पाइसी, मसालेदार और ताला भुना हुआ खाना बहुत पसंद है – खासकर इंस्टेंट नूडल्स, पास्ता और अन्य व्यंजन। मगर, क्या आप जानती हैं कि झटपट तैयार होने वाले ये इंस्टेंट फूड्स आपकी सेहत पर कितना बुरा असर डाल रहे हैं? इंस्टेंट पोहा, उपमा, रेडी टू ईट फूड, आपके लिए हार्ट अटैक और कोलेस्ट्रॉल का जोखिम बढ़ा रहे हैं। इसके बारे में और जानने के लिए इसे अंत तक पढ़ती रहें।
“द वाशिंगटन पोस्ट में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार जिन महिलाओं ने सप्ताह में दो बार या उससे अधिक बार इंस्टेंट नूडल्स खाए, उनमें मेटाबॉलिक सिंड्रोम का खतरा उन लोगों की तुलना में अधिक था, जिन्होंने कम खाया या बिल्कुल भी नहीं।
अध्ययन में निष्कर्ष निकला कि इंस्टेंट नूडल खाना न केवल मोटापा बल्कि मधुमेह, उच्च रक्तचाप, हृदय की समस्याओं और चयापचय संबंधी बीमारियों को भी ट्रिगर कर सकता है।
वर्ल्ड इंस्टेंट नूडल्स एसोसिएशन द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत वैश्विक इंस्टेंट नूडल्स खपत सूची में प्रति वर्ष 5.5 बिलियन सर्विंग्स में चौथे स्थान पर है।
इस बारे में विस्तार से जानने के लिए हमने मसीना अस्पताल, मुंबई के इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट, डॉ रुचित शाह से बात की। जिन्होंने हमें बताया कि ”इंस्टेंट फूड का ज़्यादा सेवन करने के साथ – साथ एक गतिहीन जीवनशैली जीना आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। यहां तक कि कोलेस्ट्रॉल और हार्ट अटैक जैसी गंभीर समस्याओं के जोखिम को भी बढ़ा सकता है।”
डॉ रुचित शाह का कहना है कि ”जंक या इंस्टेंट फूड का ज़्यादा सेवन आगे चलकर मेटाबॉलिज्म डिजीज का कारण बन सकता है। क्योंकि यह शरीर में ऑक्सिजन की कमी, रक्त वाहिकाओं का सिकुड़ना, ब्रेन फॉग का कारण बन सकता है।”
डॉ रुचित नें बताया ”एक जगह पर बैठे रहना, लैपटॉप का फोन का ज़्यादा इस्तेमाल करना और फिजिकल एक्टिविटी की कमी मोटापे और हाइ ब्लड प्रैशर जैसी बीमारियों का कारण बन सकता है।”
अधिकांश इंस्टेंट फूड ब्रांडों में मोनोसोडियम ग्लूटामेट (MSG) होता है, जो भोजन के स्वाद को बढ़ाने के लिए उपयोग किया जाने वाला एक योजक है। अध्ययनों से पता चला है कि अधिक एमएसजी का सेवन करने से वजन बढ़ना, रक्तचाप में वृद्धि, मस्तिष्क पर नकारात्मक प्रभाव और सिरदर्द जैसे हानिकारक प्रभाव पड़ सकते हैं।
ज़्यादा नमक खाना स्वास्थ्य के लिए कितना हानिकारक है यह तो हम सभी जानते हैं। इंस्टेंट फूड में सोडियम की मात्रा अधिक होती है, जो नमक के प्रति संवेदनशील व्यक्तियों में उच्च रक्तचाप से जुड़ा हो सकता है।
इसलिए एक स्वास्थ्य जीवनशैली जिएं और खुद को एक्टिव बनाए रखें।
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