ये 5 कारण आपको भी बना देंगे पपीते के पत्‍तों के जूस का प्रशंसक, जानिए इसे घर पर कैसे बनाना है 

पपीता ही नहीं, उसके पेड़ के पत्‍ते भी आपके लिए बहुत फायदेमंद हो सकते हैं। अगर आप फि‍टनेस फ्रीक हैं और लंबे समय तक स्‍वस्‍थ रहना चाहती हैं, तो आपको सप्‍ताह में एक बार इस जूस को जरूर पीना चाहिए।
सेहतमंद रहने के लिए पपीते के पत्तों के रस का सेवन। चित्र- शटरस्टॉक।
विनीत Updated: 12 Oct 2023, 18:06 pm IST
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कैरीका पपाया, जिसे आमतौर पर पपीता कहा जाता है, उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में उगाया जाता है और सबसे पसंदीदा फलों में से एक है। यह पीला-नारंगी फल पोषक तत्वों से भरपूर है, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा है। इसमें जीवाणुरोधी गुण होते हैं। खास बात यह कि पपीते के पौधे के लगभग हर हिस्से का उपयोग किया जा सकता है।

फल के अलावा, पपीते के पौधे के जिस हिस्से का सबसे ज्यादा सेवन किया जाता है, वे है इसके पत्ते। पपीते के पत्तों का रस प्लेटलेट काउंट बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला सबसे देसी उपाय है। पिछले कुछ वर्षों में अपने विभिन्न स्वास्थ्य लाभों के कारण इसे काफी लोकप्रियता मिली है।

यह पपैन और काइमोपपैन जैसे एंजाइमों में समृद्ध है, जो पाचन में सहायता करता है, साथ ही सूजन और अन्य पाचन विकारों को रोकता है। इसमें मौजूद एल्कलॉइड कंपाउंड डैंड्रफ और गंजेपन से लड़ने में कारगर है। पपीते की पत्तों में विटामिन ए, सी ई, के और बी की उच्च मात्रा होती है।

पपीते के पत्ते की चाय, अर्क, रस और गोलियों का उपयोग अक्सर बीमारियों के इलाज और स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए किया जाता है। हम यहां आपको पपीते के पत्ते के 5 स्वास्थ्य लाभ और इसे तैयार करने के सही तरीके के बारे में बता रहे हैं।

  1. डेंगू के उपचार में मददगार

डेंगू बुखार से जुड़े लक्षणों के उपचार के लिए पपीते के पत्तों के रस का सबसे अधिक उपयोग किया जाता है। डेंगू के सामान्य लक्षणों में बुखार, थकान, सिरदर्द, मतली, त्वचा पर चकत्ते और उल्टी शामिल हैं। डेंगू में कई बार प्लेटलेट का स्तर कम हो जाता है, जिससे रक्तस्राव का खतरा बढ़ सकता है। यदि अनुपचारित छोड़ दिया जाता है तो यह बेहद घातक साबित हो सकता है।

इन पत्तों का रस प्लेटलेट बढ़ाने में मदद करता है। चित्र: शटरस्‍टॉक

वर्तमान में, डेंगू का कोई इलाज नहीं है और इसमें पपीते के पत्तों का रस सबसे अधिक इस्तेमाल होने वाले उपचार के तरीकों में से एक है। डेंगू से पीड़ित सैकड़ों लोगों को शामिल करने वाले तीन अध्ययनों में पाया गया कि पपीते के  पत्ते के अर्क ने रक्त प्लेटलेट के स्तर में भारी वृद्धि करने में मदद की।

  1. ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद कर सकता है

पपीते के पत्ते का रस अक्सर मधुमेह के इलाज के लिए एक प्राकृतिक दवा के रूप में उपयोग किया जाता है और इस प्रकार यह ब्लड शुगर लेवल में सुधार करता है।

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चूहों पर किए गए एक अध्ययन में यह पाया गया है कि पपीते के पत्तों के अर्क में एंटीऑक्सीडेंट और ब्लड शुगर को कम करने वाले प्रभाव होते हैं। यह अग्‍नाशय  में इंसुलिन का उत्पादन करने वाली कोशिकाओं को क्षति से बचाने और समस से पहले मृत्यु के जोखिम को कम करने में मदद करते हैं। हालांकि, पुरुषों पर इसके प्रभाव को जानने के लिए अभी अधिक शोधों की आवश्यकता है।

जब कोशिकाएं पर्याप्‍त ग्‍लूकोज ग्रहण नहीं कर पाती तब स्थिति खतरनाक हो सकती है।चित्र: शटरस्टॉक
शुगर लेवल को नियंत्रित रखने में मदद करता है ये जूस।चित्र: शटरस्टॉक
  1. पाचन स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है

पपीते के पत्ते की चाय का उपयोग पाचन संबंधी लक्षणों जैसे गैस, सूजन और हार्टबर्न को कम करने के लिए किया जाता है। पपीते के पत्ते में फाइबर होता है, जो पाचन स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। यह प्रोटीन और अमीनो एसिड को पचाने के लिए बड़े प्रोटीन को छोटा कर सकता है और आसानी से तोड़ सकता है। यह इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम वाले लोगों में कब्ज, हार्टबर्न और अन्य पाचन संबंधी समस्याओं के इलाज में भी मदद करता है। ये निष्कर्ष सीमित रिपोर्टों तक सीमित हैं। इन पर अभी और अधिक अध्ययन की आवश्यकता है।

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  1. सूजन को कम करता है

पपीते की पत्तों का उपयोग मांसपेशियों में दर्द और जोड़ों के दर्द सहित आंतरिक और बाहरी सूजन संबंधी समस्याओं की एक श्रृंखला के इलाज के लिए किया जाता है। एक अध्ययन में पाया गया कि पपीते के पत्तों का अर्क गठिया से पीड़ित चूहों के पंजों में सूजन को काफी कम कर देता है।

  1. कैंसर के विकास को रोकने में मदद कर सकता है

पपीते के पत्तों का उपयोग कुछ प्रकार के कैंसर को रोकने और इलाज के लिए पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों में किया गया है। लेकिन इसकी पुष्टि के लिए और अधिक शोध की आवश्यकता है। एक टेस्ट-ट्यूब अध्ययन में प्रोस्टेट और स्तन कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोकने के लिए पपीते के पत्तों के रस की शक्तिशाली क्षमता दिखाई है। लेकिन किसी भी मानव या पशु अध्ययन ने इन निष्कर्षों को दोहराया नहीं है।

कैंसर के जोखिम को कम करने में मदद करता है। चित्र-शटरस्टॉक।

अब जानिए कैसे बनाना है पपीते के पत्‍तों का जूस

पपीते के पत्तों का जूस बनाने के लिए आपको कुछ ताजे पपीते के पत्ते और पानी की आवश्यकता होगी। पत्तियों को धोकर पत्ता गोभी की तरह काट लें और इसे ब्लेंडर में थोड़ा पानी डालकर अच्छी तरह ब्लेंड करें। आपका जूस तैयार है।

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डेंगू के लक्षणों का इलाज करने के लिए दिन में तीन भागों में पपीते के पत्तों के रस का 100 ml तक उपयोग किया जा सकता है। जूस के स्वाद को बेहतर बनाने के लिए आप इसमें थोड़ा नमक या चीनी मिला सकती हैं।

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