यदि आप चीनी का कोई हेल्दी विकल्प खोज रही हैं, तो हमें आपको कोकोनट शुगर से परिचित करवाना होगा। कोकोनट शुगर अब धीरे-धीरे चीनी के विकल्प के तौर पर हमारी रसोई में स्थान बना रही है। पोषण विशेषज्ञ भी इसे रेगुलर शुगर से बेहतर मानते हैं।
कोकोनट शुगर और कुछ नहीं, बल्कि नारियल के पत्तों का ड्राई सेप है। यह अनप्रोसेस्ड है और यही इसकी सबसे बड़ी यूएसपी है, जिससे यह रेगुलर शुगर की बजाए ज्यादा स्वस्थ है।
अगर आप भी कोकोनट शुगर के बारे में जानना चाहती हैं, तो हम इसके कुछ स्वास्थ्य लाभ आपको गिनवा रहे हैं –
यह सुनने में थोड़ा अजीब लग सकता है लेकिन यह सच है। इस गहरे भूरे रंग की शुगर में कैलोरीज बहुत कम होती है पर यह रेगुलर शुगर से अधिक पोषक होती है। जिंदल नेचरक्योर इंस्टीट्यूट में आहार विशेषज्ञ सुषमा के अनुसार, कोकोनट शुगर में फ्रुक्टोज और ग्लूकोज होता है। जबकि सामान्य चीनी में केवल ग्लूकोज होता है।
इसके अलावा, कोकोनट शुगर में आयरन, जिंक, पोटेशियम, पॉलीफेनोल, फ्लेवोनोइड और फाइबर में भी उच्च मात्रा में होता है, जबकि रेगुलर शुगर से इनमें से एक भी पोषक तत्व नहीं होता। इसीलिए कोकोनट शुगर आपके स्वास्थ्य के लिए ज्यादा बेहतर मानी जाती है।
पांच ग्राम रेगुलर शुगर में लगभग 40 कैलोरी होती है। वहीं दूसरी ओर, इतनी ही कोकोनट शुगर में लगभग 20 से 25 कैलोरी होती है। अब, आप हिसाब लगा सकती हैं कि वजन कम करने के लिए कौन सी शुगर आपके लिए बेहतर होगी।
हम सभी जानते हैं कि गट हेल्थ के लिए प्रीबायोटिक्स कितने अच्छे होते हैं। ये पाचन को दुरुस्त रखते हैं जिसके कारण हमारा शरीर अच्छे से काम करता है। आपको यह जानकर खुशी होगी कि आपके आंत के में भी प्रीबायोटिक्स होते हैं।
सुषमा बताती हैं, “कोकोनट शुगर में इन्युलिन होता है, जो आहारीय रेशा है। यह आपकी गट हेल्थ के लिए फायदेमंद होता है। यह एक प्रीबायोटिक के रूप में कार्य करता है, जिससे आंत संबंधी समस्याओं से निजात मिलती है।”
यदि आप शाकाहारी या वीगन हैं, तो कोकोनट शुगर आपके लिए सबसे अच्छा विकल्प है। चूकि सामान्य चीनी को बोन चार से रिफाइंड किया जाता है, जबकि कोको शुगर के साथ ऐसा नहीं होता। इसलिए, यह न केवल स्वास्थ्यवर्धक है बल्कि 100% शाकाहारी भी है।
“ग्लाइसेमिक इंडेक्स (जीआई) भी कोकोनट शुगर का कम होता है। जीआई एक माप है जो हमारे ब्लड शुगर और ग्लूकोज के स्तर पर उनके प्रभाव के साथ-साथ कार्बोहाइड्रेट युक्त खाद्य पदार्थों का मूल्यांकन करता है। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि नियमित चीनी के विपरीत कोकोनट शुगर इसमें 35वें स्थान पर है जबकि रेगुलर शुगर 60 से 65 के बीच आती है।”
साथ ही, इसमें मौजूद इंसुलिन रक्त में ग्लूकोज के अवशोषण को धीमा करने में मदद करता है जो मधुमेह जैसी समस्याओं को रोकता है।
सुषमा ने निष्कर्ष देती हैं, “आइडियली आप एक दिन में 12 ग्राम कोकोनट शुगर का सेवन कर सकती हैं। क्योंकि इतने सारे लाभ होने के बावजूद इसे सीमित मात्रा में ही लेना चाहिए।”
ऐसा लगता है कि कोकोनट शुगर रेगुलर शुगर का एक बेहतर विकल्प है। तो देर किस बात की, बस इसे अपने आहार में शामिल कर ही लेना चाहिए।
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