शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को अच्छा रखने के लिए अच्छा आहार लेना भी बहुत जरूरी है। तमाम हानिकारक चीज़ों से हटकर जब हम रात में सही से भोजन करते हैं, तो वो भोजन हमारे शरीर के लिए अच्छे ईंधन की तरह काम करता है। स्वच्छ और पौष्टिक खाना हमारे शरीर को स्वस्थता की तरफ ले जाता है। लेकिन आजकल की अनहेल्दी लाइफस्टाइल और लोगों की व्यस्तता के कारण पोषण देने वाला आहार मोटापे, ब्लड प्रेशर सहित कई बीमारियों की वजह बन गया है।
लेकिन इन सभी बीमारियों में आहार की गलती नहीं बल्कि भोजन करने के बाद हमारी अनहेल्दी दिनचर्या की गलती होती है । भोजन के दौरान या उसके बाद हम जाने-अनजाने ऐसी गलती कर देते हैं ,जिसके कारण हमे शारीरिक समस्याएं भी हो सकतीं हैं। इन्हीं गलतियों के बारे में सर्टिफाइड डाइटीशियन और न्यूटिशनिस्ट किरन कुकरेजा ने कुछ टिप्स शेयर किए है।
आमतौर पर थकावट भरे दिन के बाद जब हम खाना खाते है, उसके बाद आराम करना ही पसंद करते है। साथ ही कई ऐसे लोग भी होते हैं, जो खाना खाने के बाद या बैठ के फोन चलाने लगते हैं या सो जाते है। एक्सपर्ट डायटीशियन किरन कुकरेजा इसी मुद्दे पर कहती हैं कि खाना खाने के तुरंत बाद लेटने या सोने से शरीर में मेटाबॉलिज़्म रेट काफी कम हो जाता है जिससे पेट संबंधी समस्याओं से लेकर कई अन्य समस्याएं भी हो सकती है।
भोजन के बाद लेटने से एसिड रिफ्लक्स या सीने में जलन का खतरा बढ़ सकता है। साथ ही जब आप लेते होते हैं, तो पेट का एसिड अधिक आसानी से वापस इशोफेगस (ग्रासनली) में चला जाता है, जिससे असुविधा हो सकती है और ग्रासनली की परत को नुकसान हो सकता है।
खाने के तुरंत बाद सोने से शरीर की प्राकृतिक ऊर्जा स्टोर हो जाती है। जिसके कारण भोजन से प्राप्त होने वाली अप्रयुक्त कैलोरी ऊर्जा के लिए जलने के बजाय फैट के रूप में जमा हो जाता है , जिससे वजन बढ़ने जैसी समस्याएं देखने को मिलती है।
यदि आप रात में बार-बार उठकर खाने के तुरंत बाद सो जाते हैं, या रात में देर तक फोन चलाने के बाद आप स्नैक्स वगैरह खाते हैं तो इससे आपके वजन बढ़ने के साथ नींद की क्वालिटी भी प्रभावित होती है । साथ ही इससे स्लीप शेड्यूल भी खराब होता है, जिससे कई तरह की समस्याएं हो सकती है।
भोजन करने के दौरान या उसके तुरंत बाद पानी पीने से पाचन प्रक्रिया प्रभावित होती है। डाइटीशियन किरन कुकरेजा बताती हैं कि पानी पीने से खाने के गुण खत्म नहीं होते लेकिन यह पाचन प्रक्रिया को प्रभावित करता है। साथ ही इसके कुछ अन्य प्रभाव भी हो सकते हैं।
जब आप भोजन के तुरंत बाद बड़ी मात्रा में पानी पीते हैं, तो यह पेट तो यह पेट में मौजूद उन डाइजेस्टिव जूसेज को डाइल्यूट कर देता है जो भोजन को तोड़ने और पोषक तत्वों को पचाने के लिए आवश्यक होते है है। जिसके कारण पाचन प्रक्रिया धीमी हो जाती है और इसी कारण से मोटापा बढ़ता है।
खाने में मौजूद कुछ पोषक तत्व थोड़े एसिडिक वातावरण में ही अपनी पौष्टिकता शरीर तक पहुंचाते है, और भोजन के तुरंत बाद पानी पीने से पेट में मौजूद एसिड कमज़ोर पड़ जाता है और इसके कारण आयरन और कैल्शियम जैसे कुछ खनिजों के अवशोषण को प्रभावित होते है।
फल के बारे में बात करते हुए किरन कहती हैं कि फलों को किसी भी समय खाने से वे हमेशा फायदेमंद ही होते है लेकिन खाने के तुरंत बाद इसे लेने से व्यक्ति को तमाम तरह की समस्याएं हो सकती है। इसमें पाचन समस्याओं से लेकर कई अन्य तरह की समस्याएं भी शामिल है।
फल कई अन्य खाद्य पदार्थों की तुलना में अधिक तेजी से पचते हैं, इसलिए भोजन के तुरंत बाद इनका सेवन करने से कुछ लोगों को पाचन संबंधी असुविधा हो सकती है। इसमें ब्लोटिंग, गैस और इनडाइजेशन जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
फलों में नेचुरल शुगर होती है। भोजन के तुरंत बाद इनका सेवन करने से ब्लड शुगर के स्तर में तेजी से वृद्धि हो सकती है। यह डायबिटीज़ वाले व्यक्तियों में ब्लड शुगर के स्तर को प्रबंधित करने की कोशिश करने वालों के लिए एक समस्यादायक स्थिति हो सकती है।
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