राजमा बहुत से लोगों के प्रिय हैं। हां, कुछ लोग तो इस पर कसमें खा सकते हैं। यह एक खास तरह की दाल है, जिसमें कई पोषक तत्व मौजूद होते हैं। इनके सेवन से आप कई तरह की बीमारियों से बचे रह सकते हैं।
चावल के संगी घने रसेदार राजमा हों या बरिटोस में फिलिंग के लिए तैयार राजमा, आपके फेवरिट राजमा न सिर्फ विविध स्वाद में परोसे जा सकते हैं, बल्कि ये एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर और नेचुरल डीटॉक्सीफायर भी हैं।
एक जरूरी सलाह, राजमा को पकाने से पहले कम से कम 12 घंटे के लिए भिगो देना चाहिए। अगर आप अपने लंच या डिनर में कच्चे राजमा नहीं खाना चाहतीं।
अगर अब भी आपको यह नहीं पता कि राजमा के अंदर आपके लिए क्या-क्या स्वास्थ्य लाभ छिपे हैं, तो आइए हम आपको बताते हैं कि क्या हैं राजमा खाने के ये 5 आश्चर्यजनक फायदे :
अगर आपको ऐसा लग रहा है कि आपकी कमर का घेरा कुछ बढ़ता जा रहा है, तो राजमा यानी किडनी बीन्स आपको अपनी डाइट में जरूर शामिल करने चाहिए। कई शोध में यह बात सामने आई है कि सप्ताह में कम से कम चार बार राजमा और अन्य फलियां खाने से आपको वेट लॉस में ज्यादा आसानी रहती है।
राजमा में फाइबर और प्रोटीन की अच्छी मात्रा मौजूद होती है, जिससे आपके लिए वेट लॉस करना ज्यादा आसान हो जाता है।
बर्लिन के प्रैक्टिस फॉर जनरल मेडिसिन के शोधकर्ताओं ने एक अध्ययन में यह दावा किया कि सफेद राजमा में पाए जाने वाले स्टार्च ब्लॉकर्स वजन घटाने के पूरक आहार के रूप में भी इस्तेमाल किए जा सकते हैं।
अच्छी तरह से पके हुए राजमा ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मददगार होते हैं। क्योंकि इनमें प्रोटीन, फाइबर, स्लो रिलीज कार्ब्स आदि की अच्छी मात्रा होती है। इसके अलावा राजमा का ग्लाइसेमिक इंडेक्सं लो होता है, जिसकी वजह से खाना खाने के बाद ब्लड शुगर लेवल बढ़ने का खतरा कम होता है।
शोध में यह भी कहा गया है कि राजमा सहित लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले आहार के सेवन से टाइप 2 डायबिटीज का खतरा कम हो जाता है।
क्या आप जानती हैं कि राजमा कोलन हेल्थ को बेहतर बनाकर कोलन कैंसर के जोखिम को भी कम कर सकते हैं। यूनिवर्सिटी ऑफ ओसलो की ओर से किए गए एक अध्ययन में यह सामने आया है कि राजमा सहित अन्य फलीदार सब्जियों के सेवन से एरोडायजेस्टिव ट्रैक्ट, पेट, कोलेरेक्टम और किडनी सहित कई तरह के कैंसर से बचाव हो सकता है।
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कस्टमाइज़ करेंराजमा में घुलनशील और अघुलनशील दोनों तरह के फाइबर होते हैं, जो बाउल एक्टिविटी और पाचन तंत्र को मजबूत करते हैं। फिर भी इनका सेवन ज्यादा नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे ब्लोटिंग, गैस और पेट फूलने की समस्या हो सकती है।
राजमा में मोलिब्डेनम, आयरन, कॉपर, फोलेट, मैंगनीज, पोटेशियम और विटामिन K1 मौजूद होते हैं। इनमें से आयरन शरीर के लिए बहुत जरूरी तत्व है। जबकि विटामिन K1 रक्त के जमने की प्रक्रिया के लिए जरूरी है।
आयरन के साथ जब हमारे शरीर को कॉपर की आपूर्ति होती है तो इससे शरीर को लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में मदद मिलती है। आहार में पर्याप्त मात्रा में कॉपर की मौजूदगी हृदय रोग और ऑस्टियोपोरोसिस से बचाने में मददगार हो सकती है।
तो, अब आपके पास राजमा को अपने दैनिक आहार में शामिल करने के कई कारण हैं- तो फिर देर किस बात की हैं?