आजकल की हमारी जीवनशैली ने हमें कई मुश्किलों में डाल दिया है। एक तरफ तनावपूर्ण जीवन है तो दूसरी तरफ दूषित होता यह पर्यावरण। इतना ही नहीं हमने अपनी इटिंग हैबिट्स को भी पूरी तरह से खराब कर दिया है। इन्हीं सब कारणों की वजह से हमें बहुत सारी अवांछित बीमारियों का सामना करना पड़ता है, जिसमें से एक डायबिटीज़ है।
आपको सावधान करने के लिए बता दें, डॉक्टर अक्सर ऐसा कहते हैं कि डायबिटीज़ के पेशेंट को अपने खाने-पीने की आदतों में कुछ बदलाव लाने की बहुत जरूरत होती है। घबराइए नहीं! हमारे सामने खाद्य पदार्थों का भंडार है जो आपके ब्लड शुगर लेवल को प्राकृतिक रूप से कंट्रोल में रख सकता है।
आप अभी भी सोच रहे होंगे कि ऐसे कौन से खाद्य पदार्थ हैं? जो आपको डायबिटीज़ से दूर रखेंगे या उसे कंट्रोल में रखेंगे। तो यहां पर एक लिस्ट है जरा इस पर नजर डाल लीजिए:
मधुमेह रोगियों के लिए मछली एक अच्छा प्रोटीन हो सकता है। जैसे- सालमन, हेरिंग, एंकोवी, सार्डिन और मैकेरल मछलियां ओमेगा -3 फैटी एसिड से भरपूर होती हैं। जो उन्हें दिल के स्वास्थ्य के लिए अच्छा बनाते हैं। डायबिटीज़ के ऐसे पेशेंट्स, जिन्हें दिल की बीमारियों और स्ट्रोक का खतरा है, उन्हें फैटी मछली को उपयुक्त मात्रा में रोज खाना चाहिए।
फैटी फिश मैं मौजूद डीएचए और ईपीए हमारी रक्षा करता है। इसे खाने के बाद हमारी धमनियों की सूजन भी काफी हद तक कम हो जाती है। मिनेसोटा विश्वविद्यालय के मेडिसीन विभाग द्वारा किए गए एक अध्ययन के अनुसार, “मछली का तेल मधुमेह रोगियों में वैस्कुलर रिएक्टिविटी (vascular reactivity) को भी संतुलित रखता है।
नाश्ते के रूप में यह बेहतरीन भोजन है और पोषण का भंडार लिए हुए हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि जिन्हें टाइप-2 डायबिटीज़ होती है, उन्हें दो अंडे रोज खाने चाहिए। यह उनके हाई प्रोटीन डाइट में इंप्रूवमेंट करेगा और कोलेस्ट्रॉल को भी कंट्रोल में रखेगा।
गर्मियों की शुरुआत होते ही हमें दही खाने की इच्छा होने लगती है। दही कैलशियम रिच फूड है जो हमारे शरीर को ठंडा रखता है। गर्मी और उमस भरे माहौल में दही खाने की सलाह डॉक्टर भी देते हैं। दही में प्रोबायोटिकस होने के कारण यह हमारे शुगर लेवल को कंट्रोल में रखता है। इसे खाने से दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा भी कम रहता है।
ग्रीक दही में आम दही के मुकाबले कार्ब्स की मात्रा कम होती है। इस पर हुए बहुत से शोध यह बताते हैं कि इसमें भरपूर मात्रा में प्रोटीन होने के कारण यह आपको वजन कम करने में भी मदद करता है। तथा टाइप-2 डायबिटीज़ के लोगों के लिए यह एक बेहतर विकल्प है।
शोधों में कई बार यह साबित हो चुका है कि यदि आप फलियों को अपने भोजन का हिस्सा बना लेते हैं तो यह आप में टाइप टू डायबिटीज़ विकसित होने के कारणों को कम कर देंगी। यह डायबिटिक पेशेंट के ब्लड ग्लूकोज लेवल कंट्रोल करने में भी मदद करता है। आप फलियों को अपने भोजन में कई प्रकार से शामिल कर सकते हैं, जैसे- बीन्स, मटर और दालों आदि के रूप में।
कौन कह सकता है कि स्ट्रॉबेरीज मधुमेह के रोगियों के लिए अच्छी है? लेकिन, आप यह जान लीजिए कि असल में स्ट्रारबेरी में उच्च मात्रा में एंटीबायोटिक पाए जाते हैं। जो एंथोसियानिन्स (anthocyanins) कहलाते हैं। यह आपके कोलेस्ट्रॉल लेवल को और इंसुलिन लेवल को कम करता है।
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कस्टमाइज़ करेंसेंट माइकल्स हॉस्पिटल टोरंटो, कनाडा में एक शोध हुआ जिसमें पाया गया कि स्ट्रबरी आपके ब्लड शुगर लेवल को संतुलित रखती हैं। दिल की बीमारियों के खतरे को भी कम करती है। यह टाइप-2 डायबिटीज़ वालों के लिए भी काफी लाभदायक है।