अपनी लाइफ को स्पाइस अप करें! सेलिब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट रुजुता दिवेकर बता रही हैं कैसे

सेलिब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट रुजुता दिवेकर ने अपने हालिया इंस्टाग्राम पोस्ट में दैनिक जीवन में मसालों के महत्व को समझाया। साथ ही वे लोगों से मसाले की गोलियां, पाउडर या शॉट लेने से बचने की हिदायत दे रही हैं।
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गर्मियों में गरम मसालों का सेवन कम करें! चित्र : शटरस्टॉक
टीम हेल्‍थ शॉट्स Published: 28 Aug 2021, 12:00 pm IST
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प्राचीन काल से ही मसालों का भारतीय व्यंजनों में महत्वपूर्ण स्थान रहा है। उनकी भूमिका उनके स्वाद और रंग के माध्यम से भोजन के स्वाद को बढ़ाना है। खाना पकाने के अलावा, मसाले मेडिकल, कॉस्मेटिक, फार्मास्युटिकल और परफ्यूमरी उद्योगों का भी हिस्सा हैं। यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि सेलिब्रिटी पोषण विशेषज्ञ रुजुता दिवेकर ने भारतीय मसालों के सेवन के महत्व को प्रकट करने के लिए इंस्टाग्राम का सहारा लिया। इसके अलावा, उन्होंने अनहेल्दी डाइट हैबिट से बचने का सुझाव दिया।

इम्युनिटी बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थों की लोकप्रियता में वृद्धि के साथ, जनता यह समझ गई है कि हमारे समग्र स्वास्थ्य और कल्याण के लिए हमारे दैनिक आहार में कई भारतीय मसालों का उपयोग किया जाना चाहिए। हल्दी, काली मिर्च, लहसुन और अदरक जैसे मसाले अब विभिन्न व्यंजनों में एक अभिन्न भूमिका निभा रहे हैं। यही रुजुता ने अपने नये इंस्टाग्राम पोस्ट में समझा रही हैं।

यहाँ वह कहती हैं कि – वह भी एक समय था जब लोग मसालों से परहेज करते थे, और कहा करते थे कि “हम बस सादा खाना खाते हैं, हमारे लिए कोई मसाला नहीं”, और अब दिन की शुरुआत हल्दी और जीरा के शॉट्स के साथ करते हैं।”

दिवेकर कहती हैं – ”डाइट ट्रेंड के बारे में अजीब बात यह है कि यह हमारी संस्कृति के लिए अच्छा है, मगर हमरी सेहत के लिए कैसा कम करेगा पता नहीं। तो सब्जी के बजाय सलाद, रसम या कढ़ी, के बजाय सूप और साग खाने के बजाय स्मूदी पीने का विकल्प लोग ज्यादा चुनने लगे हैं।”

उनका कहना है कि लोग आसानी से शॉट्स, गोलियां और पाउडर जैसे नए जमाने की चीजें आज़माने लगते हैं। इसलिए पोषण विशेषज्ञ ने अपने फॉलोअर्स को ऐसा करने से बचने की सलाह दी है। इसके बजाय, उन्होंने अपने फॉलोअर्स को सही मात्रा में, सही क्रम में और सही संयोजन में मसालों का सेवन करने का सुझाव दिया।

यहां पोस्ट देखें:

अति कब हो जाती है

दिवेकर ने भारतीय मसालों के साथ समस्या पर प्रकाश डाला और बताया कि कैसे अधिक मात्रा स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं पैदा कर सकती है और बहुत कम भी परेशानी का कारण बन सकती है।

उन्होंने कैप्शन में लिखा है – “तो आप क्या कर सकते हैं? मसालों को एक वास्तविक व्यक्ति की तरह सोचें। एक व्यक्ति में अच्छाई और बुराई दोनों होती हैं। मसाले भी बिल्कुल ऐसे ही होते हैं। इनकी ज्यादा मात्रा एक्ने, ज्यादा पीरियड फ्लो और ब्लोटिंग का कारण बनती है, तो वहीँ कम मात्रा पैन फ्री पीरियड्स और वजाब घटाने का कारण बनती है।”

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‘’आज, मसाले का उपयोग सर्वव्यापी है और कुछ व्यंजनों में दूसरों की तुलना में कहीं अधिक महत्वपूर्ण हैं। इसलिए दिवेकर हमें हमारे स्थानीय व्यंजनों और रसोई को महत्व देने के लिए कहती हैं।”

यहां सबसे अच्छे मसाले दिए गए हैं जिन्हें आपको अपने दैनिक आहार में शामिल करना चाहिए:

1. हल्दी: हल्दी एक ऐसा मसाला है जो एंटीऑक्सिडेंट, एंटीवायरल, जीवाणुरोधी, एंटिफंगल, एंटी-कार्सिनोजेनिक, एंटीमुटाजेनिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर है। आयुर्वेद के अनुसार, हल्दी इम्युनिटी को बढ़ाने में मदद करती है और यहां तक ​​कि इसके कई स्वास्थ्य लाभ भी हैं।

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हल्दी आपके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। चित्र-शटरस्टॉक।

2. दालचीनी: जिन लोगों को हाई ब्लड शुगर होता है, उनके लिए दालचीनी विशेष रूप से अच्छी होती है। पेट की सूजन को कम करने की क्षमता के कारण यह वर्तमान में चलन में है।

3. काली मिर्च: काली मिर्च, जिसे मसालों का राजा के रूप में भी जाना जाता है। यह वजन घटाने को बढ़ावा देती है, सर्दी और खांसी से राहत दिलाने में मदद करती है, पाचन में सुधार करती है, चयापचय को बढ़ावा देती है और कई समस्याओं का इलाज करती है।

4. अजवायन : रोजाना सुबह एक चम्मच कच्चे अजवायन के बीज चबाएं। यह बैक्टीरिया और कवक से लड़ेगा, कोलेस्ट्रॉल में सुधार करेगा और रक्तचाप को कम कर सकता है।

5. गिलोय: यह आयुर्वेदिक जड़ी बूटी रक्त को शुद्ध करने और रोग पैदा करने वाले बैक्टीरिया से लड़ने के लिए जानी जाती है। गिलोय के एंटीऑक्सीडेंट गुण प्रतिरक्षा में सुधार और पाचन में सहायता करते हैं।

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कोविड – 19 से बचाव कर सकता है गिलोय। चित्र- शटरस्टॉक।

6. अश्वगंधा: पोलैंड में नेशनल कॉलेज ऑफ नेचुरल मेडिसिन के एक अध्ययन के अनुसार, अश्वगंधा का मानव शरीर में चार प्रकार की प्रतिरक्षा कोशिकाओं पर प्रतिरक्षात्मक प्रभाव पड़ता है। यह भी माना जाता है कि अश्वगंधा शरीर को तनाव को कुशलता से प्रबंधित करने में मदद करता है, और कोर्टिसोल के स्तर को कम करता है।

7. लहसुन: लहसुन की एक कली को अपने दैनिक आहार में शामिल करने से आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को जबरदस्त बढ़ावा मिल सकता है। जड़ी बूटी को दिल के दौरे के जोखिम को कम करने और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार करने के लिए भी जाना जाता है। इसमें रोगाणुरोधी और एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण भी हैं।

तो, यह बिल्कुल स्पष्ट है कि मसाले हमारे स्वास्थ्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। इन मसालों को अपने आहार में शामिल करें और देखें जादू।

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