बारिश का मौसम हर कोई पसंद करता है और भारत मे आमतौर पर मानसून के आने का समय जुलाई का महीना होता है। मानसून का नाम सुनते ही हम सभी के मन में चारों तरफ हरे-हरे पेड़-पौधे, बारिश, गरमागरम चाय-पकौड़े, नूडल्स इन्हीं सबका खयाल आता है। मगर बारिश का मौसम अपने साथ कई बीमारियां भी ले कर आता है।
मानसून में हमारी इम्यूनिटी कम हो जाती है, जिससे इंफेक्शन होने का ख़तरा सबसे ज्यादा हो जाता है। अक्सर लोगों को मानसून में क्या डाइट अपनानी चाहिए, इस बारे में पता नहीं होता। और कुछ भी खा लेते हैं। जिससे इस मौसम में डायरिया, फूड पॉइज़निंग, फ्लू आदि का ख़तरा भी बढ़ जाता है।
ऐसे में यदि खानपान को ठीक न रखा जाए, सब्जियों और सलाद को ठीक तरह से धोकर न पकाया जाए, तो ये सेहत के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। तो आइये जानते हैं कि बारिश के मौसम मे सब्जियों और सलाद को किस तरह खाना चाहिए-
ये तो हम सभी जानते ही कि सब्जियां और सलाद अच्छे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही जरूरी हैं और हर मौसम मे इनका सेवन करना चाहिए। पर इन्हें खाने के तरीके मे बदलाव जरूर करना चाहिए।
सब्जियां और सलाद हमें भरपूर आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करने के साथ-साथ हमें बहुत सी बीमारियों से बचाती भी है। इनका सेवन यदि गलत ढंग से किया जाए, तो ये फायदा पहुंचाने की जगह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक बन जाती हैं।
अक्सर लोगो को लगता है कि सब्जियों को जितना कम पकाएंगे उतना ज्यादा वो फायदेमंद होंगी और उतना ही उनका लाभ मिलेगा। पर ये बात हर मौसम के लिए सही नहीं है। विशेष तौर पर जब हम बारिश के मौसम की बात करें।
कच्चा सलाद खाने मे तो बड़ा ही स्वादिष्ट लगता है, लेकिन कच्ची सब्जियों और सलाद को किस मौसम मे किस तरह खाना चाहिए ये बहुत मायने रखता है।
1- बारिश के मौसम में हमारी इम्यूनिटी कमज़ोर हो जाती है और इसी कारण इंफेक्शन होने का ख़तरा अन्य मौसम की तुलना में ज्यादा होता है। इस मौसम में हमारे चारों ओर कीटाणु व बैक्टीरिया भी ज्यादा पनपने लगते हैं।
2- कच्ची सब्जियों मे विभिन्न प्रकार के जर्म्स, बैक्टीरिया और वायरस पाए जाते है, क्योंकि सब्जियां ज्यादातर ज़मीन के नीचे या फिर ऊपर मिट्टी मे उगाई जाती है। और मिट्टी मे पहले से ही बीमारी फैलाने वाले सूक्ष्मजीव मौजूद होते हैं, जो हमें सामान्य आंखों से दिखाई नहीं देते।
3- यदि आप इन अधपकी या कच्ची सब्जियों का सेवन करती हैं, तो ये बैक्टीरिया और फंगस आपके सीधे संपर्क मे आते हैं और हमारे शरीर में पहुंचकर हमारे पाचन तंत्र को असंतुलित कर सकते या बिगड़ सकते हैं।
अपनी रुचि के विषय चुनें और फ़ीड कस्टमाइज़ करें
कस्टमाइज़ करें4- खेतों मे किसान कीटनाशक दवाई, पेस्टिसाइड्स आदि का छिड़काव करते हैं, जिससे सब्जियों पर उनका असर आ जाता है। ऐसे में यदि आप कच्ची सब्जियों व सलाद का सेवन करती हैं तो ये आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
अब आपके मन में सवाल उठ रहा होगा कि क्या बरसात के मौसम में सलाद और कच्ची सब्जियों को अपनी डाइट से पूरी तरह बाहर कर देना चाहिए? नहीं, ऐसा नहीं है। हरी सब्जियां और सलाद भी आपके शरीर के पोषण के लिए अनिवार्य हैं। बस आपको इनके सेवन के तरीके में थोड़ा सा बदलाव लाना होगा।
1. बारिश मे कच्ची सब्जियां विशेषकर हरी पत्तेदार सब्जियां तथा सलाद को अच्छे से रनिंग टैप वॉटर में धोएं और फिर उसे अच्छे से उबालकर या पकाकर ही खाएं।
2. सलाद में हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे- लेटयूस, पालक, बंदगोभी, मूली का पत्ता आदि को शामिल न करें, क्योंकि इनमे कीड़े (कैटरपिलर) तथा उनके अंडो के साथ बैक्टीरिया और बीमारी फैलाने वाले कीटाणु व उनके स्पोरस् भी होते हैं।
3. यदि सलाद को उबालाना नही चाहते हैं, तो उसे कुछ देर पहले गुनगुने नमक के पानी में भिगो दें। फिर उसे पुनः साफ पानी से धोएं, ऐसा करने से सब्जियों व सलाद में उपस्थित कीटाणु, बैक्टीरिया व उनके स्पोरस् (अंडे) भी जल्द ही नष्ट हो जाते हैं।
यह भी पढ़ें – आज नाश्ते में क्या है – इस सवाल के जवाब में हमारे पास हैं बेसन से बनी तीन हेल्दी रेसिपी