नवरात्रि व्रत उन सभी चीजों को एक बार फिर से याद करने और स्वाद लेने का अवसर है, जिन्हें अपने डेली रुटीन में नहीं कर पाते। साथ ही चैत्र और अश्विन मास में आने वाले दोनों ही नवरात्रि ऋतु परिवर्तन का समय होता है। इस समय पाचन संबंधी समस्याओं और कई तरह के संक्रमणों का जोखिम भी रहता है। इसलिए आयुर्वेद में ऋतु संधि के इस समय को उपवास करने और सीमित मात्रा में विशेष प्रकार के आहार का समर्थन किया गया है। ऐसा ही एक खास खाद्य पदार्थ जिसका हम नवरात्रि उपवास में सेवन करते हैं, वह है समा या समक के चावल। आज की इस रेसिपी में हम समक के चावल को एक मज़ेदार और आकर्षक अंदाज में पेश करने वाले हैं। इस रेसिपी का नाम है समक राइस बाउल। तो चलिए तैयार हो जाइए इस स्वादिष्ट और पोषण से भरपूर समक राइस बाउल (Samak rice bowl recipe) को तैयार कर इसका आनंद लेने के लिए।
समां, समवत, कोदो, समक या सामक के चावल का वैज्ञानिक नाम बार्नयार्ड मिलेट (Barnyard Millet) है। इनका इतिहास उतना ही पुराना है, जितना अन्य भारतीय व्यंजनों का। मगर यह मूलत: मध्य एशियाई खाद्य उत्पाद है, जो वास्तव में अनाज नहीं है। यह ग्लूटेन फ्री जंगली घास है, जिसके बीज बहुत छोटे और गोलाकार होते हैं। भारत में ज्यादातर उपवास में अन्न नहीं खाया जाता, इसलिए समक के चावल (Samak rice bowl recipe) को खाने की प्रचलन है। यह पचने में हल्के और अपने में ढेर सारा पानी सोखे हुए होते हैं। जिससे व्रत के दौरान इनका सेवन करने से आप और आपकी स्किन डिहाइड्रेट नहीं होते।
आहार विशेषज्ञ प्रियंका शर्मा समक के चावल (Samak rice bowl recipe) के फायदे बताते हुए कहती हैं, कि यह व्रत की हेल्दी रेसिपीज में से एक है। अगर आप व्रत के दौरान अपना वजन नहीं बढ़ाना चाहते और एनर्जेटिक बने रहना चाहते हैं, तो समक राइस एक बेहतर आइडिया है। यह पेट भरा हुआ रखते हैं, जिससे आप थकान और भूख का अनुभव भी नहीं करते। सबसे अच्छी बात कि इनका ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत कम, सिर्फ 50 होता है। यहां समक राइस बाउल (Samak rice bowl recipe) के कुछ और फायदे भी जान लेते हैं।
समक राइस बाउल (Samak rice bowl recipe) में हमने आलू की बजाए शकरकंद शामिल की है । जो कार्बोहाइड्रेट का एक ज्यादा स्वस्थ विकल्प है। जिससे आप बिना कैलोरी बढ़ाए खुद काे एनर्जेटिक महसूस करते हैं।
लगातार नौ दिनों तक कुट्टू के आटे से बने व्यंजन या आलू खाने से कुछ लोग कब्ज और पाचन संबंधी गड़बड़ियों का भी सामना करते हैं। जबकि समक राइस बाउल (Samak rice bowl recipe) में फाइबर की अच्छी मात्रा होती है। जो आपको कब्ज, अपच और पाचन संबंधी अन्य गड़बड़ियों से बचाती है।
व्रत के ज्यादातर व्यंजनों में अकसर प्रोटीन नेगलेक्ट हो जाता है। इसलिए इस समक राइस बाउल (Samak rice bowl recipe) में हमने मूंगफली एड की है। मूंगफली एक हेल्दी फैट है, जिसमें प्रोटीन की अच्छी मात्रा होती है। यह आपकी स्किन को व्रत के दौरान डल और ड्राई नहीं होने देगी।
मखाना एंटी ऑक्सीडेंट का एक विश्वसनीय स्रोत है। साथ ही इसमें कैल्शियम भी मौजूद होता है। जो लोगों जोड़ों के दर्द या कमजोर होती बोन डेंसिटी का सामना कर रहे हैं, उनके लिए भी यह एक हेल्दी रेसिपी है। हर रोज मुट्ठी भर मखाना खाना महिलाओं के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।
आलू की ओवरडोज और बहुत सारे फ्राईड व्यंजन आपका वजन बढ़ा सकते हैं। जबकि समक राइस बाउल (Samak rice bowl recipe) में सभी खाद्य पदार्थों को देसी घी में हल्का फ्राई किया गया है। देसी घी, मखाना और मूंगफली तीनों ही हेल्दी फैट का स्रोत हैं। जिससे आपकी हार्ट हेल्थ अच्छी बनी रहती है। ये कोलेस्ट्रॉल नहीं बढ़ने देते।
इस पूरे समक राइस बाउल (Samak rice bowl recipe calorie) में 180 से 200 कैलोरी हैं। जो अन्य व्रत वाले व्यंजनों के हिसाब से काफी कम हैं। साथ ही समक रासइ में पर्याप्त मात्रा में पानी होता है और स्टार्च नहीं होता। जो आपको हाइड्रेटेड रखने के साथ वजन नहीं बढ़ने देता। यह वेट लॉस के लिए एक हेल्दी रेसिपी है, जिसे आप उपवास के अलावा भी अपनी पसंद की चीजों का एड कर ट्राई कर सकती हैं।
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