भुने अदरक को खाने से होंगी कई स्वास्थ्य समस्याएं हल, जानें इससे शरीर को मिलने वाले फायदे
सर्दी के आगमन के साथ ही खांसी, जुकाम और जोड़ों में दर्द समेत न जाने कितनी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में अधिकतर लोग दवाओं का इस्तेमाल करके समस्या को हल करते है। लेकिन अगर आप किसी होम रेमिडी की तलाश में हैं, तो भुना हुआ अदरक शरीर को कई तरह से फायदा पहुंचाता है। बचपन में सर्दी के मौसम में होने वाली खांसी को दूर करने के लिए अक्सर भुने अदरक को मुंह में रखकर चूसने के लिए दिया जाता है। गले की खराश के अलावा पाचनतंत्र को मज़बूत बनाने में मदद करने वाला अदरक कई गुणों से भरपूर है। जानते हैं भुना अदरक खाने के फायदे (Roasted ginger benefits) और कैसे करें इसे तैयार।
भुना अदरक क्यों है खास (Roasted ginger)
इस बारे में आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉ अंकुर तंवर बताते हैं कि भुने अदरक में मौजूद तत्व न केवल पेट में जाकर डाइजेस्टिव एंजाइम्स के साथ मिलकर डाइजेशन को बूस्ट करते हैं बल्कि सूजन को भी कम करते हैं। ये फेफड़ों की ताकत को बढ़ाता है और लिपिड प्रोफाइल को नियंत्रित बनाए रखता है। वे लोग जो रेस्पिरेटरी डिसऑर्डर के शिकार है, उनके लिए बेहद मददगार साबित होता है। इसमें मौजूद एंटी बैक्टीरियल और एंटी इंफ्लामेटरी गुण संक्रमण के प्रभाव को कम करके शरीर के इम्यून सिस्टम को बढाता है।
इस बारे में बातचीत करते हुए डायटीशियन डॉ अदिति शर्मा बताती हैं कि अदरक में मौजूद जिंजरोल कंपाउंड ब्लड वैसल्स को रिलैकस करने में मदद करता है। इसके अलावा शरीर में वसा के स्तर को नियंत्रित करके आर्टरीज़ की वॉल्स में एकत्रित होने वाले प्लाक को रिमूव करने में भी मदद करता है। इस सुपरफूड की मदद से डाइजेशन को मज़बूत बनाया जा सकता है।
जानें भुने अदरक के सेवन से मिलने वाले फायदे (Roasted ginger benefits)
1. हृदय रोगों के जोखिम को करे कम
अदरक को भूनकर खाने से शरीर में बढ़ने वाले बैड कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। इससे शरीर में लिपिड प्रोफाइल नियंत्रित बना रहता है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार अदरक में मौजूद ब्ल्ड थिनिंगगुण ब्लड क्लॉटिंग के खतरे को कम करके हार्ट अटैक के जोखिम को कम किया जा सकता है।
2. डाइजेशन को करे बूस्ट
भुने अदरक का सेवन करने से शरीर को जिंजरोल जैसे बायोएक्टिव कंपाउड की प्राप्ति होती है। इससे शरीर में बढ़ने वाले ऑक्सीडटिव तनाव को कम करने में मदद मिलती है। इसमें मौजूद नेचुरल ऑयल डाइजेस्टिव एंजाइम्स के कार्य को बेहतर बनाकर डाइजेशन को बढ़ाते है। इससे पेट में बढ़ने वाले दर्द, ब्लोटिंग, कब्ज और अपच से राहत मिलती है। पाचन शक्ति बढने से कैलोरी स्टोरज के खतरे से भी बचा जा सकता है।
3. रेस्पिरेटरी डिसऑर्डर से मिलेगी मुक्ति
एंटी इंफलेमेटरी गुणों से भरपूर अदरक को भूनकर खाने से फेफड़ों की क्षमता में सुधार आने लगता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंटस सूखी खांसी की समस्या को हल करके संक्रमण को नियंत्रित करने में मदद करते है। भुने अदरक को चूसने से गले की खराश को भी कम किया जा सकता है। साथ ही इससे रेस्पिरेटरी टरैक में बढ़ने वाली सूजन को भी कम किया जा सकता है।
4. दर्द को करे दूर
इसमें मौजूद सूजनरोधी गुण ओस्टियोपिरोसिस के खतरे को कम करके जोड़ों के दर्द और सूजन को दूर करने में भी मदद करता है। अदरक का तीखा स्वाद कई गुणोंसे भरपूर होता है। साइंस डायरेक्ट की रिर्पोट के अनुसार रोज़ाना 0.5 ग्राम से लेकर 1 ग्रामअदरक ाक सेवन करने से 3 से 12 सप्ताह के मध्य दर्द की समस्या दूर करने में मदद मिलती है।
5. मेंटल हेल्थ को करे बूस्ट
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार अदरक में मौजूद शोगोल और जिंजरोल कंपाउंड अल्जाइमर, पार्किंसंस रोग और मल्टीपल स्केलेरोसिस जैसी बीमारियों को रोकने में मदद कर सकते हैं। इससे ब्रेन सेल्स को मज़बूती मिलती है, जिससे एकाग्रता बढ़ती है और याददाश्त भी बढ़ने लगती है।
6. वेटलॉस में करे मदद
अदरक के सेवन से शरीर में रक्त शर्करा को स्थिर रखने में मदद मिलती है। इसमें मौजूद जिंजेरोल कंपाउंड भोजन को पचाने में मदद करता है, जिससे मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है। इससे शरीर में जमा होने वाली अतिरिक्त कैलोरीज़ को जमा होने से भी रोका जा सकता है।
जानें कैसे करें अदरक का सेवन
सबसे पहले अदरक को छीलकर अलग रख लें। अब उसे मध्यम आंच पर पकने दें। हल्का सुनहरा होने पर उसे टुकड़ों में काटकर कुछ देर मुंह में रखें। इससे अदरक का अर्क शरीर में पहुंचकर संक्रमण के प्रभाव को कम करता है और विषैले पदार्थों को डिटॉक्स करने में मदद करता है।