आपने अक्सर सुना होगा कि कुछ लोगों को मेवा खाने से गर्मी हो जाती है, क्योंकि इनकी तासीर गर्म होती है एक स्वस्थ शरीर ही मेवा पचा सकता है। अगर आपको भी सूखे मेवे खाने से नुकसान होता है, तो उन्हें अंकुरित करके खाएं। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि, अंकुरित करने से नट्स (जैसे बादाम, अखरोट, किशमिश, पिस्ता) का पोषण मूल्य कई गुना बढ़ जाता है।
सूखे मेवे को भिगोकर खाने से इनकी तासीर सामान्य हो जाती है। पोषण विशेषज्ञ भी इन्हीं का सेवन करने की सलाह देते हैं। इनमें एंटीआक्सीडेंट की मात्रा बढ़ जाती हैं जिससे, ये और हेल्दी हो जाते हैं।
सूखे मेवे को जब हम पानी में भिगो कर रखते हैं, तो वे स्प्राउटेड (अंकुरित) नट्स बन जाते हैं। जर्मिनेशन पहला चरण होता है, अंकुरित होने की प्रक्रिया में। अंकुरित करने के लिए नट्स को कम से कम 3 दिन के लिए भिगोने की ज़रुरत होती है।
नट्स को अंकुरित होने के लिए नमी वाले वातावरण की ज़रुरत होती है जिससे जीवाणु में वृद्धि हो सके। खाने से पहले अंकुरित किये गए नट्स का छिलका उतारना बेहद ज़रूरी है। अंकुरित करने से नट्स के पोषक तत्वों में वृद्धि होती है जैसे उनमें प्रोटीन, विटामिन्स, एंटीऑक्सिडेंट और फाइबर्स की मात्रा बढ़ जाती है।
कैलोरी: 180
कुल वसा: 16 ग्राम
प्रोटीन: 6 ग्राम
कुल कार्ब: 4 ग्राम
फाइबर: 2 ग्राम
चीनी: 1 ग्राम
कैल्शियम: 2%
आयरन: 4%
नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इनफार्मेशन के अनुसार, नट्स को अंकुरित करने से उनके एंटीऑक्सिडेंट, अमीनो एसिड्स और विटामिन-B में वृद्धि होती है और वे फायटिक एसिड, (एंटी न्यूट्रीएंट) को कम करके पाचन में मदद करते हैं। ये आपकी गट हेल्थ को मज़बूत करते हैं और पेट संबंधी समस्याओं के जोखिम को कम करते हैं।
इसके अलावा, फाइटिक एसिड को बाउल सिंड्रोम, पेट में सूजन और कुपोषण के जोखिम को बढ़ाने का कारक माना जाता है।
अपने मनपसंद नट्स (जैसे: बादाम, अखरोट, काजू आदि) को कटोरे में रखें और इसमें पर्याप्त पानी डालें।
इसे एक तौलिये से ढंक दें और उन्हें 8-12 घंटे तक भीगने दें।
नट्स हर 3 घंटे में एक बार पानी को छानें और बदलें।
12 घंटे के बाद नट्स को छानने के बाद किसी कपड़े में बांध दें और लटका दें, जिससे वो हवा के संपर्क में आ सकें।
3 दिनों तक नट्स को अंकुरित होने दें और पानी से हर दिन इस कपड़े को एक बार भिगोएं।
तीसरे दिन आप देखेंगे कि नट्स अंकुरित हो चुके हैं।
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