मीठी की क्रेविंग्स भला किसे नहीं होती परंतु जरूरत से ज्यादा मीठे का सेवन सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। हालांकि, यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि आप अपने मीठे खाद्य पदार्थों में किस प्रकार के स्वीटनर का इस्तेमाल करते हैं। फिटनेस फ्रीक और डाइट कॉन्शियस लोग अक्सर रिफाइंड शुगर के हेल्दी विकल्प की तलाश में रहते हैं। तो आपको बताएं कि शुगर का एक हेल्दी विकल्प है खांड। आजकल लोग खांड को काफी ज्यादा पसंद कर रहे हैं।
डाइटिशियन एंड न्यूट्रीशनिस्ट भी खांड का सेवन करने की सलाह देते हैं। परंतु कई लोग खांड के इस्तेमाल से अनजान है। तो आज हेल्थशॉट्स के साथ जानेंगे आखिर खांड क्या है और ये किस तरह रिफाइंड शुगर से बेहतर है। साथ ही जानेंगे रिफाइंड शुगर की जगह किन हेल्दी नेचुरल स्वीटनर्स का इस्तेमाल करना सेहत के लिए उचित रहेगा।
मालवीय नगर, दिल्ली की जनरल फिजिशियन डॉक्टर अंजली नाकर ने रिफाइंड शुगर की जगह चाय कॉफी व अन्य मीठे व्यंजनों में खांड का इस्तेमाल करने की सलाह देते हुए बताया कि खांड किस तरह शुगर से बेहतर है (desi khand vs sugar)। तो चलिए जानते हैं इस बारे में थोड़ा विस्तार से।
यह भी पढ़ें : स्वाद और खुशबू ही नहीं, सेहत के लिए भी फायदेमंद है गरम मसाले का इस्तेमाल, जानिए इसे घर पर बनाने का तरीका
शुगर रिफाइंड होता है और खांड रिफाइंड नहीं होता। आमतौर पर शुगर को गन्ने के रस से बनाया जाता है। शुगर को बनाने में विभिन्न प्रकार के केमिकल का इस्तेमाल होता जाता है साथ ही इसकी न्यूट्रिटिव वैल्यू जीरो होती है। इसका इस्तेमाल प्रोसैस्ड फूड और ड्रिंक्स के टेस्ट को बढ़ाने के लिए किया जाता है। इसके साथ ही चीनी को व्हाइट क्रिस्टल बनाने की प्रक्रिया के दौरान मोलासेस को निकाल दिया जाता है। साथ ही शुगर की रिफायनिंग प्रोसेस के दौरान इसमें सल्फर ऐड किया जाता है जो हमारी सेहत के लिए बिल्कुल भी उचित नहीं है।
वहीं दूसरी ओर खांड और रॉ शुगर अनरिफाइंड होता है और इसमें फ्लेवर का स्वाद भी मौजूद होता है। इसे बनाने में किसी प्रकार के केमिकल का इस्तेमाल नहीं होता और इसमें मोलासेस भी मौजूद होते हैं। हालांकि, इसकी मिठास थोड़ी कम होती है और खाद्य पदार्थों में मिठास डालने के लिए इसे ज्यादा मात्रा में इस्तेमाल करना पड़ता है। परंतु इससे एक और फायदा है कि आप कम से कम मीठे का सेवन करती हैं। इसके साथ ही खांड में आयरन, मैग्नीशियम, फास्फोरस और अन्य कई प्रकार के मिनरल्स मौजूद होते हैं जो इसे खास बनाते हैं।
इसे बनाने की प्रक्रिया के दौरान इसमें मौजूद पोषक तत्वों की मात्रा ऊपर नीचे हो सकती है। परंतु सबसे महत्वपूर्ण बात यह है, कि ये केमिकल फ्री होता है। ऐसे में यदि आप अपने चाय और कॉफी में शुगर ऐड करती हैं, तो उसकी जगह खांड का इस्तेमाल करना आपके लिए एक हेल्दी विकल्प साबित होगा।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित अध्ययन के अनुसार खजूर रिफाइंड शुगर का एक हेल्दी विकल्प हो सकता है। रिफाइंड शुगर में किसी प्रकार के पोषक तत्व मौजूद नहीं होते, परंतु खजूर में मैंगनीज, पोटैशियम, फाइबर, मैग्नीशियम, विटामिन B6, कैरेटोनॉइड्स और पॉलीफेनॉल एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होते हैं। इसलिए स्वीटनर के तौर पर इसका इस्तेमाल सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है।
शहद को प्राकृतिक रूप से प्राप्त किया जाता है। वहीं नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा इसके पोषक तत्वों को लेकर प्रकाशित एक डेटा के अनुसार यह विभिन्न प्रकार के विटामिंस और मिनरल्स का एक अच्छा स्रोत है। साथ ही इसमें कई अन्य प्लांट कंपाउंड्स भी पाए जाते हैं। शहद में मौजूद एंटी इन्फ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट इसकी गुणवत्ता को और ज्यादा बढ़ा देते हैं। हालांकि, इसमें प्राकृतिक शुगर मौजूद होता है परंतु इसमें मौजूद पोषक तत्व उसके प्रभाव को काफी हद तक कम कर देते हैं। इसलिए एक सीमित मात्रा में इसका सेवन सेहत के लिए फायदेमंद होता है।
अपनी रुचि के विषय चुनें और फ़ीड कस्टमाइज़ करें
कस्टमाइज़ करेंगुड भी गन्ने से प्राप्त किया जाता है। इसके साथ ही यह एक सबसे सस्ता नेचुरल स्वीटनर है और यह लगभग सभी के घर में मौजूद होगा। रिफाइंड शुगर की जगह इसका इस्तेमाल सेहत के लिए काफी फायदेमंद हो सकता है। क्योंकि इसमें आयरन के साथ अन्य महत्वपूर्ण मिनरल्स और विटामिंस मौजूद होते हैं। ऐसे में रिफाइंड शुगर की जगह मिठास के लिए इसका इस्तेमाल करें।
कोकोनट और पाम शुगर को कोकोनट पाम ट्री के फ्लावर बड्स से बनाया जाता है। यह स्वाद में कैरेमल जैसा होता है। इसके साथ ही इसे नियमित मीठे व्यंजनों को बनाने में इस्तेमाल किया जा सकता है। इसमें फ्रुक्टोज की सीमित मात्रा मौजूद होती है साथ ही इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी काफी कम होती है। इसलिए इसे रिफाइंड शुगर के हेल्दी विकल्प के रूप में इस्तेमाल कर सकती हैं। प्लांट बेस्ड स्वीटनर ब्लड ग्लूकोस लेबल को संतुलित रखता है और शरीर को पर्याप्त ऊर्जा प्रदान करता है।
यह भी पढ़ें : जंक फूड के साथ खा रही हैं मेयानीज़, तो इसके साइड इफैक्ट भी जान लें