हमारे खाने की टेबल पर कई ऐसी चीज रखी होती हैं, जिन्हें हम खाने का स्वाद बढ़ाने के तौर पर इस्तेमाल करते हैं। परंतु स्वाद बढ़ाने वाली ये चीजें कई बार सेहत पर भारी पड़ सकती हैं। वहीं इनका अधिक इस्तेमाल कई गंभीर समस्याओं को जन्म दे सकता है। इसलिए जरूरी है कि आप भी इनके बारे में जानें और आज ही अपनी खाने की टेबल से हटा दें।
टेबल साल्ट हमारे लिए काफी अनहेल्दी हो सकता है। ब्रेकफास्ट हो या डिनर तक हम अपनी डाइनिंग टेबल पर करते हैं। ऐसे में पहले से ही सभी खाद्य पदार्थों में आवश्यकता अनुसार नमक मौजूद होता है। परंतु फिर भी यदि टेबल साल्ट सामने दिख जाए तो हम खाने में और ज्यादा नमक मिला लेते हैं। जिस वजह से हमारी डाइट में सोडियम की मात्रा काफी ज्यादा बढ़ जाती है।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार शरीर में जरूरत से ज्यादा सोडियम की मात्रा ब्लड प्रेशर को अनियंत्रित कर देती है। जिस वजह से दिल से जुड़ी समस्याएं जैसे कि हार्ट स्ट्रोक होने की संभावना बढ़ जाती है। इतना ही नहीं यह आपके शरीर में कैल्शियम की कमी का कारण भी बन सकता है। जो आपकी हड्डियों को काफी ज्यादा नुकसान पहुंचाता है। इसलिए शरीर को आवश्यकता अनुसार एक सीमित मात्रा में सोडियम दे।
आपकी डाइनिंग टेबल पर रखे सॉस और केचप जिसे आप ज्यादातर खाद्य पदार्थों के साथ लेना पसंद करती है, खास कर यह बच्चों को काफी ज्यादा पसंद होता है। परंतु क्या आपने कभी स्वास्थ्य पर इसके प्रभाव के बारे में जानने की कोशिश की है। यदि नहीं की है तो आपको बता दें कि इनमें कई प्रकार के केमिकल्स और प्रिजर्वेटिव मौजूद होते हैं जो आपकी सेहत को कई तरह से नुकसान पहुंचा सकते हैं।
केचप में शुगर, साल्ट, फ्रुक्टोज, प्रिजर्वेटिव और कॉर्न सिरप मौजूद होते हैं, यह सभी इनग्रेडिएंट्स एक साथ मिलकर शरीर के लिए काफी नुकसानदेह हो सकते हैं। जैसे कि इसका अधिक सेवन एसिडिटी की समस्या और पेट में जलन पैदा करता है। इतना ही नहीं यदि आप इसे अधिक मात्रा में लेती हैं, तो यह मोटापे का भी कारण बन सकता है। साथ ही साथ किडनी, जॉइंट और हार्ट पर भी इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
अक्सर हम खाने के बाद सोडा ड्रिंक लेना पसंद करते हैं। परंतु क्या आपको मालूम है यह आपकी सेहत को किस तरह प्रभावित कर सकता है। सोडा ड्रिंक्स या सॉफ्ट ड्रिंक्स कार्बोनेटेड होते हैं। ऑक्यूपेशनल मेडिसिन एंड हेल्थकेयर द्वारा सॉफ्ट ड्रिंक्स को लेकर प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार इनका अधिक सेवन, मोटापा, डायबिटीज, कैविटी और इंफेक्शन जैसी समस्याओं का कारण बन सकता है।
इसी के साथ इससे होने वाले सबसे बड़े नुकसानों में शामिल है ब्लोटिंग। इसलिए यदि आपको भी खाने के बाद या किसी भी समय सॉफ्ट ड्रिंक पीने की क्रेविंग्स होती है, तो इसे अपने फ्रिज और डाइनिंग टेबल से हमेशा के लिए अलविदा कह दें।
आजकल ज्यादातर लोग चीनी की जगह आर्टिफिशियल स्वीटनर्स का इस्तेमाल करने लगे हैं। सालों से आर्टिफिशियल स्वीटनर्स को लेकर यह अवधारणा चली आ रही है कि यदि आप वेट लॉस करना चाहती हैं या डायबिटीज, प्रीडायबिटीज जैसे कंडीशन से बचना चाहती हैं, तो आपको चीनी की जगह आर्टिफिशियल स्वीटनर लेना चाहिए।
परंतु जर्नल ऑफ़ फार्मोकोलॉजी और फार्माकोथैरिप्यूटिक्स द्वारा प्रकाशित एक अध्ययन में जानवरों पर आर्टिफिशियल स्वीटनर्स को लेकर शोध किए गए। परिणाम में वजन बढ़ने, ब्रेन टयूमर, ब्लैडर कैंसर और कई अन्य तरह की स्वास्थ्य समस्याएं होने की संभावना देखी गई। वहीं नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित अध्ययन के अनुसार आर्टिफिशियल स्वीटनर खाने के बाद भी आपको संतुष्टि प्रदान नहीं होने देती इसके साथ ही ब्लड शुगर लेवल को भी बढ़ा सकती है।
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