मौसम बदलता है तो उसके साथ हमारे खान-पान का तरीका भी बदलता है। जैसे सर्दियों में हम ठंडी चीजें खाने में अवॉयड करने की कोशिश करते हैं। हमें गरम चीजें ज्यादा पसंद आती हैं। सही भी है, मौसम के अनुसार आहार बदलना जरूरी भी है। लेकिन एक सूखाफल ऐसा है कि जो साल भर भी खाया जाता ही है लेकिन सर्दियों में इसके फायदे दोगुने हो जाते हैं। हम बात कर रहे हैं काजू की। मार्केट में थोड़ा महंगा और अमूमन नीले पैकेट में आने वाले इस काजू (cashew in winter) के केवल 8 -10 पीसेस हमारी सेहत को सर्दियों में बूस्ट कर सकते हैं।
काजू में हेल्दी फैट, प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट होते हैं और इनसे शरीर को जरूरी एनर्जी मिलती है। सर्दियों में एनर्जी की जरूरत इसलिए भी होती है कि ठंड की वजह से हमारी मांसपेशियाँ अकड़ने लगती हैं और शरीर में कई बार ब्लड सर्कुलेशन भी सही तरीके से नहीं हो पाता। काजू (cashew in winter) से मिलने वाली एनर्जी और ऊष्मा शरीर को इसमे मदद करती है।
काजू में कैल्शियम और मैग्नीशियम जैसे मिनरल्स पाए जाते हैं जो हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूत बनाते हैं। सर्दियों में हड्डियों में दर्द और सूजन की समस्या आम है और सर्दियों में काजू (cashew in winter) अपने अंदर के मिनरल्स की वजह से इन समस्याओं को कम करने में मदद कर सकता है।
काजू में एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे विटामिन E और सेलेनियम होते हैं जो आपकी त्वचा को निखारने में मदद करेंगे। सर्दियों में अक्सर स्किन सूखी और कमजोर होने लगती है लेकिन काजू आपको इससे निजात दिला सकता है। सर्दियों में नियमित काजू (cashew in winter) खाना आपके चेहरे को मुहासो और झुर्रियों से भी बचा सकता है।
फैट कई तरह के होते हैं लेकिन जिनमें कई फायदेमंद होते हैं। काजू में मोनोअनसैचुरेटेड और पॉलीअनसैचुरेटेड फैट होते हैं, जो आपके हार्ट हेल्थ के लिए अच्छे होते हैं।
काजू में मिलने वाले फैट शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को सुधारते हैं जिससे आपके दिल की सेहत ठीक रहती है। इसके अलावा नियमित काजू खाने से कोलेस्ट्रॉल लेवल भी कंट्रोल में रह सकता है, यह भी हार्ट हेल्थ के लिए अच्छा है क्योंकि बहुत सारी बीमारियाँ कोलेस्ट्रॉल लेवल के बढ़ने से भी होती हैं।
काजू में जिंक और सेलेनियम जैसे मिनरल्स होते हैं जो शरीर के इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। सर्दियों में आमतौर पर फ्लू और जुकाम के मामले बढ़ जाते हैं और काजू खाना यहीं काम आता है। इसको नियमित खाने से इन्फेक्शन का खतरा टलता है और इम्यूनिटी मजबूत होगी तो शरीर को रोगों से लड़ने की ताकत मिलेगी।
काजू में फाइबर और प्रोटीन होते हैं जो लंबे समय तक पेट को भरा हुआ रखते हैं, और इसकी वजह से ओवरईटिंग की संभावना कम होती जाती है।
इसके अलावा सर्दियों में शरीर को अतिरिक्त कैलोरी की जरूरत भी पड़ सकती है और अगर आप सर्दियों में काजू (cashew in winter) नियमित तौर पर खा रहे हैं तो आपके शरीर की ये जरूरत भी पूरी होती रहती है।
फाइबर हमारे पाचन तंत्र के लिए जरूरी तत्व है। काजू फाइबर के मामले में अमीर है। इसी वजह से काजू खाने से पाचन की समस्याएं दुरुस्त हो सकती हैं। कब्ज, बदहजमी या फिर उल्टी जैसी समस्याएं काजू के नियमित सेवन से कम होती हैं। इसके अलावा हमारी आँतें भी साफ रहती हैं।
काजू में ट्रिप्टोफैन नामक अमीनो एसिड होता है जो दिमाग में सेरोटोनिन के उत्पादन को बढ़ाता है। सेरोटोनिन एक न्यूरोट्रांसमीटर है जो हमारी मेंटल हेल्थ को बेहतर बनाए रखने में मदद करता है। सर्दियों में जब दिन छोटे होते हैं और इसका असर हमारे दिमाग़ पर भी पड़ता है तब मानसिक थकावट बढ़ जाती है। ऐसे में सर्दियों में काजू (cashew in winter) हमारे लिए काम का हो सकता है।
काजू में कैलोरी की मात्रा काफी अधिक होती है, इसलिए इसको बहुत ज्यादा खाने से बचना चाहिए। अगर आप ज्यादा काजू खा रहे हैं तो ये आपके कोलेस्ट्रॉल में इजाफा करेगा और फिर होंगे दिल की बीमारियों के खतरे। एक दिन में 8-10 काजू खाना शरीर की जरूरतों के हिसाब से पर्याप्त होता है।
बाजार में मिलने वाले सोडियम और चीनी से फ्लेवर्ड काजू से बचें क्योंकि इनमें अतिरिक्त नमक और चीनी होते हैं, जो सेहत के लिए हानिकारक हो सकते हैं। ये हाई ब्लडप्रेशर, मोटापा जैसी समस्याओं का कारण बन सकते हैं।
शराब के साथ या किसी भी नशीली चीज के साथ काजू खाने से हमेशा बचना चाहिए।। शराब के साथ काजू खाने से आपके शरीर पर उल्टा असर हो सकता है। दरअसल, शराब और काजू दोनों में ही हाई कोलेस्ट्रॉल होता है।शराब और काजू दोनों को एक साथ लेने से शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का खतरा तो बढ़ता ही है, इसके साथ भूख ना लगने की भी समस्या होती है। इसीलिए काजू के साथ शराब पीने वाले लोग खाना नहीं खा पाते और ये सेहत के लिए अच्छी बात नहीं है।
हम अक्सर फायदे की बात सुनते ही किसी भी खाने की चीज को आदत में शामिल कर लेते हैं बिना यह जाने हुए कि कहीं उससे हमको एलर्जी तो नहीं है। लेकिन हमेशा इसका ध्यान रखा जाना चाहिए।
काजू में कार्बोहाइड्रेट होते हैं, इसलिए डायबिटीज के मरीजों को इसे सीमित मात्रा में खाना चाहिए। अगर आप डायबिटीज के रोगी हैं तो काजू को अपनी नियमित खाने की आदत में शामिल करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना अच्छा होगा ।
ये भी पढ़ें – शहद में डुबोकर खाएं काजू, आपकी सेहत को मिलेंगे ये 8 फायदे, एक्सपर्ट बता रहीं हैं सही तरीका