सब्जियों का सेवन करने से शरीर को प्रचुर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंटस, विटामिन और मिनरल्स की प्राप्ति होती है। मगर कुछ सब्जियां ऐसी भी हैं, जिनका नाम लेने भर से ही बच्चे उसे खाने में आनाकानी करने लगते हैं। ऐसे में भरपूर पोषण प्रदान करने वाला कद्दू शरीर के लिए बेहद फायदेमंद है। इस लो कैलोरी और हाई फाइबर फूड की सब्जी को सॉस से रिप्लेस करके बच्चों को न्यूट्रीएंट्स प्रदान किए जा सकते हैं। जानते हैं पंपकिन के फायदे और तैयार होने वाली सॉस की रेसिपी (Pumpkin pasta sauce) भी।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार कद्दू का सेवन करने से शरीर को एंटीऑक्सीडेंटस की प्राप्ति होती है। इससे शरीर में बढ़ने वाला फ्री रेडिकल्स का प्रभाव कम हो जाता है, जिससे क्रॉनिक बीमारियों से राहत मिलती है। शरीर में मैग्नीशियम, फास्फोरस, जिंक, फोलेट और विटामिन बी कमी को पूरा करने वाली पंपकिन पास्ता सॉस (Pumpkin pasta sauce) को खाने से हृदय रोगों का जोखिम कम हो जाता है। साथ ही गट हेल्थ को मज़बूती मिलती है। पहले जानते हैं कद्दू के फायदे (benefits of pumpkin) ।
पंपकिन को आहार में शामिल करने से शरीर को विटामिन ए, बी, सी, डी, ई और के की प्राप्ति होती है। इसमें मौज्द पोटेशियम की मात्रा हृदय रोगों के जोखिम को कम करता है और शरीर में बढ़ने वाले ऑक्सीडेटिव तनाव को भी कम किया जा सकता है। इसमें मौजूद फाइबर की मात्रा गट हेल्थ को मेंटेन रखने में मदद करती है।
इसमें पाई जाने वाली बीटा कैरोटीन की मात्रा शरीर में विटामिन ए के रूप में कैटरेक के जोखिम को कम करने में मदद करता है। ल्यूटिन और ज़ेक्सैंथिन कंपाउडर की मदद से शरीर में बढ़ने वाली मेक्यूलर डीजनरेशन की समस्या से बचा जा सकता है। पंपकिन से तैयार रेसिपीज़ पाई जाने वाली विटामिन सी और ई की मात्रा आई सेल्स को डैमेज होने से बचात है।
यूएसडीए के अनुसार पंपकिन का सेवन करने से शरीर को 94 फीसदी पानी की प्राप्ति होती है। इससे शरीर में निर्जलीकरण का खतरा कम हो जाता है। साथ ही 1 कप पंपकिन खाने से शरीर को 50 कप कैलोरीज़ की प्राप्ति होती है। इसके अलावा फाइबर की उच्च मात्रा पाई जाने से बार बार भूख लगने की समस्या से भी बचा जा सकता है।
पोटेशियम, फाइबर और विटामिन सी से भरपूर होने के चलते पंपकिन पास्ता सॉस का सेवन करने से शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर नियंत्रित बना रहता है। कद्दू में पाई जाने वाली एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को ऑक्सीकरण से बचाती हैं। इससे हृदय रोगों का जोखिम बढ़ने की समस्या हल हो जाती हैं।
कद्दू 1 कप
लहसुन की कलिया 4 से 5
हरी मिर्च 1 से 2
पनीर 100 ग्राम
धनिया पत्ती 1/2 कप
दही 1 कप
काली मिर्च 1/2 चम्मच
सूखी लाल मिर्च 2 से 3
नमक स्वादानुसार
पानी आवश्यकतानुसार