पोषक तत्वों से भरपूर आहार स्वस्थ जीवन का आधार है। कुछ पोषक तत्व हमें एनिमल प्रोडक्ट से भी मिलते हैं। इनमें से एक है लिवर। लिवर का सेवन हमें कई बीमारियों से बचाव तो करता है, लेकिन अधिक मात्रा में इसके सेवन से कुछ स्वास्थ्य जोखिम भी हो सकते हैं। जब भी अपनी नियमित डाइट में लिवर शामिल किया जाये, तो एक बार स्वास्थ्य विशेषज्ञ से जरूर सलाह ली जाए। एक दिन के आहार में आप कितना लिवर खा सकती हैं, इससे कितनी कैलोरी मिलेगी, किस समय इसे खाना अधिक अनुकूल (pros and cons of eating liver) होता है। आइए जानते हैं एनिमल लिवर और आपकी सेहत पर इसका असर।
इसके लिए हमने बात की न्यूट्रिशनिस्ट और डायटीशियन दिव्या गांधी (Nutritionist Divya Gandhi) से। दिव्या गांधी लिवर के सेवन से होने वाले फायदों के साथ ही कुछ स्वास्थ्य जोखिम भी बता रही हैं।
लिवर आयरन, विटामिन ए, विटामिन बी12 और फोलेट सहित कई आवश्यक पोषक तत्वों का एक उत्कृष्ट स्रोत है। विटामिन बी 12 की कमी होने पर लिवर खाना प्रेसक्राइब किया जाता है।
ये पोषक तत्व हेल्दी ब्लड सेल्स, इम्युनिटी और समग्र स्वास्थ्य को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। लिवर प्रोटीन का अच्छा स्रोत है, लेकिन कार्बोहाइड्रेट में कम है, जो इसे कम कार्ब या केटोजेनिक आहार का पालन करने वालों के लिए एक अच्छा भोजन विकल्प बनाता है।
दिव्या बताती हैं, हर सप्ताह लिवर की कितनी मात्रा सुरक्षित रूप से ली जा सकती है, यह कई कारकों पर निर्भर करता है। उम्र, वजन, ओवरऑल हेल्थ जानने के बाद ही यह सुनिश्चित किया जा सकता है। आप किसी तरह की चिकित्सा ले रही हैं, इस पर भी लिवर का पोर्शन लेना निर्भर कर सकता है।
सामान्य तौर पर लिवर के सेवन को प्रति सप्ताह 100-200 ग्राम (3-7 औंस) से अधिक नहीं करने की सिफारिश की जाती है। इससे अधिक मात्रा में लेने पर विटामिन ए की बहुत अधिक मात्रा और अन्य पोषक तत्वों की भी अधिकता हो सकती है, जो हानिकारक होता है।’
दिव्या के अनुसार, भोजन में लिवर का अनुशंसित आकार लगभग 100-200 ग्राम (3-7 औंस) है। आप जिस प्रकार के लिवर का सेवन कर रही हैं, उसके आधार पर कैलोरी की मात्रा भी भिन्न हो सकती है। उदाहरण के लिए बीफ लिवर की 100 ग्राम सर्विंग में लगभग 135 कैलोरी होती हैं, जबकि चिकन लिवर की 100 ग्राम सर्विंग में लगभग 139 कैलोरी होती हैं।
लिवर खाने के कुछ संभावित नुकसान भी हैं। लिवर कई पोषक तत्वों के लिए भंडारण का भी काम करता है। इसमें टॉक्सिन का हाई लेवल हो सकता है। इसमें हेवी मेटल और एनवायरमेंटल पॉल्यूटेंट भी हो सकते हैं। इसमें कोलेस्ट्रॉल भी अधिक हो सकता है, जो हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल या अन्य हृदय संबंधी समस्याओं का जोखिम बढ़ा सकता है।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि लोगों के कुछ समूहों को जिगर (Liver) के सेवन से पूरी तरह से बचना या सीमित करना (Eating liver for health) चाहिए। गर्भवती महिलाएं और लिवर की बीमारी या हाई आयरन लेवल विकार वाले लोगों को इससे बचना चाहिए। यदि आपको लिवर या किसी अन्य भोजन के सेवन के बारे में कोई समस्या है, तो अपने हेल्थ केयर प्रोवाइडर से बात करें।
लिवर को दिन में किसी भी समय खाया जा सकता है। कुछ लोग लिवर को नाश्ते के हिस्से के रूप में खाना पसंद कर सकते हैं, जबकि अन्य इसे दोपहर या रात के खाने के लिए पसंद कर सकते हैं। लिवर को यदि अन्य बैलेंस डाइट के साथ खाया जाता है, तो यह अधिक फायदेमंद होता है।
लिवर में आयरन की मात्रा अधिक होती है। इसे पालक या केल जैसे पत्तेदार साग के साथ मिला कर खाने से आयरन के अवशोषण को बढ़ाने में मदद मिल सकती है।
ब्राउन राइस या क्विनोआ जैसे साबुत अनाज के साथ खाने पर भोजन को संतुलित करने में मदद मिल सकती है। इससे जटिल कार्बोहाइड्रेट और अतिरिक्त प्रोटीन मिल सकता है।
: विभिन्न प्रकार की कलरफुल सब्जियां जैसे शिमला मिर्च, गाजर, टमाटर जोड़ने से विटामिन और मिनरल्स बराबर मात्रा में मिल पाते हैं।
एवोकाडो या ऑलिव आयल जैसे हेल्दी फैट को शामिल करने से लिवर में पाए जाने वाले फैट में घुलनशील विटामिन, जैसे विटामिन ए के अवशोषण में सुधार करने में मदद मिल सकती है।
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