क्या इन दिनों आप यह महसूस कर रहीं हैं कि आपकी त्वचा, बाल और समग्र स्वास्थ्य कुछ डाउन चल रहा है! तो ध्यान दें: क्योंकि यह संकेत हो सकते हैं कि आपके शरीर को पर्याप्त प्रोटीन नहीं मिल पा रहा। अगर आप कसरत नहीं करती हैं, तो भी आपके शरीर को ठीक से काम करने के लिए प्रोटीन की आवश्यकता होती है। यही कारण है कि इसे जीवन के बिल्डिंग ब्लॉक के रूप में बुलाया जाता है।
और जब इस बिल्डिंग ब्लॉक की कमी होती है, तो आपका शरीर आपको यह बताने के लिए बहुत सारे संकेत देता है कि आपको और अधिक प्रोटीन लेने की जरूरत है, क्योंकि आप जितनी भी मात्रा ले रहे हैं वह पर्याप्त नहीं है। यहां छह संकेत दिए गए हैं, जो यह बताते हैं कि आपके शरीर में है प्रोटीन की कमी:
क्लिनिकल न्यूट्रीशनिस्ट डॉ लवनीत बत्रा के अनुसार, नाखून, त्वचा, और बालों की जांच पहला कदम है। “बालों का झड़ने, बाल पतले, नाखून कमजोर होकर टूटना, और ड्राई स्किन कुछ संकेत हैं, जो बताते हैं कि आप अपने शरीर को पर्याप्त प्रोटीन नहीं दे रही हैं।”
आप सोच रहीं है कि ऐसा क्यों? असल में, प्रोटीन में मौजूद एमिनो एसिड बायोटिन के बेहतर अवशोषण में मदद करता है। यह एक ऐसा विटामिन जो आपको स्वस्थ त्वचा, नाखून और बाल देता है। तो जब आपको पर्याप्त प्रोटीन नहीं मिल रहा होता, तो बायोटिन अवशोषण भी प्रभावित होता है।
फूड आपको एनर्जेटिक बनाए रखता है, लेकिन उस ऊर्जा को ठीक से चैनलाइज करने के लिए और अपने चयापचय को बनाए रखने के लिए, आपके शरीर को प्रोटीन की जरूरत होती है। वह बताती हैं, “इसमें एमिनो एसिड प्रमुख भूमिका निभाते हैं। यह वे हैं जो मस्तिष्क में न्यूरोट्रांसमीटर जैसे डोपामाइन और सेरोटोनिन का निर्माण करते हैं। यदि आप प्रोटीन की सही मात्रा नहीं लेती हैं तो आप थका हुआ महसूस कर सकती हैं और ब्रेन फॉग हो सकता है।”
डॉ. बत्रा बताती हैं, “यदि आपको पर्याप्त प्रोटीन नहीं मिलता है, तो आपके पूरे शरीर की संरचना बदलती है।” वह सुझाव देती हैं, “यदि आप वर्कआउट नहीं करती हैं तो भी दैनिक रूप से आपको 55 से 60 ग्राम प्रोटीन की आवश्यकता होती है। लेकिन अगर आप वर्कआउट करती हैं, तो आपको इसकी 80 ग्राम की आवश्यकता होती है। यदि आप इस आवश्यक राशि का उपभोग नहीं करती हैं, तो आपका शरीर आपकी मांसपेशियों को खाना शुरू कर देता है। नतीजतन हैवी फैट पॉकेट विकसित हो जाती हैं। यह आपकी त्वचा को सैगी (saggy) और फ्लैबी (flabby) बनाता है।”
यदि आपको पर्याप्त प्रोटीन नहीं मिलता है, तो आप में चीनी और जंक फूड की क्रेविंग बढ़ सकती है। डॉ. बत्रा के अनुसार, जब हम प्रोटीन युक्त भोजन खाते हैं तो हमारा शरीर में तृप्ति पैदा करने वाले हार्मोन का स्राव होता है, जो संतोष की भावना को बढ़ाता है।
प्रोटीन शरीर के चयापचय को बढ़ाने में मदद करता है। यदि आप बहुत अधिक वसा और पर्याप्त प्रोटीन नहीं खाते हैं, तो वह वसा सीधे आपके यकृत को प्रभावित कर सकती है। इसलिए यदि आप फैटी लिवर के पहले कुछ लक्षणों को महसूस कर रहीं हैं, तो अपने प्रोटीन सेवन के बारे में अपने डॉक्टर से बात करें।
“यह प्रोटीन की हल्की कमी में नहीं होता है, लेकिन गंभीर मामलों में हाथों और पैरों की सूजन देखी जाती है। इस स्थिति को एडीमा कहा जाता है। एल्बुमिन और अन्य प्रोटीन आपके रक्त वाहिकाओं की तरलता को बनाए रखने में मदद करते हैं। यदि आपको प्रोटीन की कमी है तो आपके पास कम एल्बुमिन हो सकता है, जो एडीमा का कारण बन सकता है। डॉ. बत्रा बताती हैं कि इसकी एक वजह प्रोटीन में कमी हो सकती है।
वह निष्कर्ष देती हैं ,“जनसंख्या का 75% प्रोटीन की कमी का शिकार है। मैं हमेशा अपने दैनिक आहार में पनीर, बाजरा और दालों को शामिल करने की सलाह देती हूं क्योंकि वे अमीनो एसिड में रिच होते हैं। उस अनुपात को बनाए रखने के लिए आपको अपने दैनिक आहार में चावल और रोटी के साथ प्रोटीन को भी शामिल करना चाहिए। सुनिश्चित करें कि आपके पूरे भोजन का एक चौथाई भाग प्रोटीन हो।”
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