अगर आप उन लोगों में से है जिन्हें बॉडी बिल्डिंग करने का, एथलीट में भाग लेने का या शाकहारी है तो आपको अतिरिक्त प्रोटीन को अपनी डाइट में शामिल करने की जरूरत होती है होगी।
प्रोटीन शरीर में मांसपेशियों के निर्माण और उत्तकों की मरम्मत के लिए जरूरी है। ज्यादातर शाकाहारी लोगों को लगता है कि उनके आहार में प्रोटीन की कमी है। जिसके लिए वे प्रोटीन पाउडर को अपनी डाइट में शामिल करते हैं। वहीं जिम जाने और वर्कआउट करने वाले लोग भी अतिरिक्त प्रोटीन की आवश्यकता महसूस करते हैं।
नेशनल हियुमन जीनोम रिसर्च इंस्टिटीयुट के अनुसार प्रोटीन बड़े, जटिल अणु होते हैं जो शरीर में कई महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाते हैं। वे कोशिकाओं द्वारा किए जाने वाले अधिकांश कार्यों के लिए महत्वपूर्ण हैं और शरीर के ऊतकों और अंगों की संरचना, कार्य और रेगुलेशन के लिए आवश्यक हैं। एक प्रोटीन अमीनो एसिड (प्रत्येक को पॉलीपेप्टाइड कहा जाता है) की एक या अधिक लंबी, मुड़ी हुई श्रृंखलाओं से बना होता है। शरीर प्रोटीन बनाने के लिए 20 तरह के अमिनो एसिड का इस्तेमाल करता है।
फूड एंड ड्रग एडमिनीस्ट्रेशन सलाह देता है कि एक व्यस्क को प्रतिदिन 2000 कैलोरी के आहार में 50 ग्राम प्रोटीन को शामिल करना चाहिए। किसी व्यक्ति का दैनिक मूल्य उनके कैलोरी सेवन के आधार पर अधिक या कम हो सकता है।
प्रोटीन के फायदों में बारे में जानने के लिए हमने बात डायटिशियन और वेट लॉस एक्सपर्ट शिखा कुमारी से। शिखा कुमारी कहती है कि प्रोटीन शरीर के लिए कई लाभ प्रदीन करता है, स्वास्थ्य को बनाए रखने, विभिन्न शारीरिक कार्यों का समर्थन करने और समग्र कल्याण में योगदान के प्रोटीन बहुत जरूरी है।
यदि आप जिम करते है या कोई हाई इंटेनसिटी वाला वर्क आउट करते है तो आपको प्रटीन की जरूरत होगी। क्योंकि यह मांसपेशियों के निर्माण और मरम्मत के लिए आवश्यक है। यह आवश्यक अमीनो एसिड प्रदान करता है जो व्यायाम या चोट के बाद क्षतिग्रस्त मांसपेशियों के ऊतकों की मरम्मत में मदद करता है और मांसपेशियों की वृद्धि और ताकत को बढ़ावा देता है।
कई प्रोटीन एंजाइम के रूप में कार्य करते हैं, जो शरीर में जैव रासायनिक प्रतिक्रियाओं को सुविधाजनक बनाते हैं। एंजाइम पाचन, चयापचय, ऊर्जा उत्पादन और अन्य महत्वपूर्ण प्रक्रियाओं के लिए महत्वपूर्ण हैं। इसलिए आगर आपको कोई भी पाचन संबंधी समस्या है तो आपको प्रटीन का सेवन करना चाहिए।
बैक्टीरिया, वायरस और अन्य रोगजनकों जैसे बाहरी आक्रमणकारियों की पहचान करने और उन्हें बेअसर करने के लिए प्रतिरक्षा प्रणाली द्वारा उत्पादित विशेष प्रोटीन एंटीबॉडी हैं। वे शरीर को संक्रमण से बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसलिए शरीर में एंटीबॉडी के निर्माण के लिए प्रोटीन का सेवन जरूरी है।
कोलेजन और अन्य प्रोटीन त्वचा, हड्डियों, टेंडन और लीगामेंट्स जैसे ऊतकों को शक्ति और समर्थन प्रदान करते हैं। ये किसी भी घाव को जल्दी भरने और बाकी ऊतकों को मजबूत बनाए रखने में मदद करता है।
गेहूं का आटा 1 कप
वेनिला प्रोटीन पाउडर 1 स्कूप
बेकिंग पाउडर 1 चम्मच
बेकिंग सोडा 1/2 चम्मच
नमक 1/4 चम्मच
बिना मीठा सेब की चटनी 1/2 कप
दही 1/4 कप
दूध 1/4 कप
शहद या मेपल सिरप 1/4 कप
वेनिला एसेंस 1 चम्मच
अंडा 1
अपने ओवन को 350°F (175°C) पर पहले से गर्म कर लें और कपकेक टिन को पेपर लाइनर से ढक दें
एक मिक्सिंग बाउल में आटा, वेनिला प्रोटीन पाउडर, बेकिंग पाउडर, बेकिंग सोडा और नमक को एक साथ मिला लें
दूसरे कटोरे में, सेब की चटनी, दही, दूध, शहद (या मेपल सिरप), वेनिला एसेंस और अंडा मिलाएं। अच्छी तरह मिक्स होने तक मिलाएं
धीरे-धीरे सूखी सामग्री के मिश्रण में अंडे का घोल मिलाएं, एक चिकना घोल बनने तक हिलाते रहें
बैटर को कपकेक लाइनर्स के बीच समान रूप से फैलाएं, हर कप को लगभग दो-तिहाई भर दें।
15-18 मिनट तक बेक करें, या टूथपिक डालकर चेक करें
जब कपकेक बेक हो रहे हों, तो फ्रॉस्टिंग तैयार करें। एक कटोरे में, दही, वेनिला प्रोटीन पाउडर, और शहद (या मेपल सिरप) को मलाईदार और अच्छी तरह से मिक्स होने तक मिलाएं
एक बार जब कपकेक पूरी तरह से ठंडे हो जाएं, तो फ्रॉस्टिंग को कपकेक पर फैलाएं
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