मैंने एक महीने के लिए छोड़ी कॉफ़ी, रिज़ल्ट्स से मैं खुद हो गयी हैरान

कॉफी अधिकतर लोगों के मॉर्निंग रूटीन का हिस्सा है, लेकिन क्या होगा अगर आप कॉफ़ी पीना छोड़ दें?
नशे की लत छोड़ने में ये कदम करेंगे आपकी मदद। चित्र: शटरस्‍टॉक
विदुषी शुक्‍ला Updated: 10 Dec 2020, 12:56 pm IST
  • 80

मेरा तो दिन ही एक कप कॉफ़ी से शुरू होता था, उसके बिना मेरी आंखें ही नहीं खुलती थी। हर दिन सुबह उठते ही गरमा गरम कॉफ़ी बनाना और पीना मेरे रूटीन का हिस्सा था। लगभग दो साल से कॉफ़ी हर सुबह मेरी साथी थी।

एक दिन आर्टिकल देखा कि अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लीनिकल न्यूट्रिशन की स्टडी में पाया गया कि ज्यादा कॉफी एंड्रोजन लेवल को असन्तुलित करती है, जिससे ब्रैस्ट कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। इतना ही नहीं ज्यादा कॉफी पीने से स्ट्रेस और डिप्रेशन भी बढ़ता है।

थोड़ा रिसर्च किया और तय कर लिया कि मैं भी कॉफी की अपनी आदत पर लगाम लगाउंगी। पर यह एकदम संभव नहीं था। इसलिए मैंने पहले तय किया कि मैं एक महीने के लिए कॉफ़ी छोड़कर देखूंगी। इस एक्सपेरिमेंट के रिजल्ट्स मेरे लिए काफी अनएक्सपेक्टेड थे।

पहला सप्‍ताह

मेरे लिए पहला हफ़्ता काफी मुश्किल था। एक्सपेरिमेंट के पहले दिन मैंने सुबह उठते ही कॉफी बनाने के रूटीन को कॉफ़ी से ज्यादा मिस किया। इसलिए मैंने अगले दिन से कॉफ़ी की जगह ग्रीन टी और जिंजर-लेमन टी को पीना तय किया। असली दिक्कत आई दूसरे दिन से।

शुरुआत में यह बहुत जटिल था। चित्र: शटरस्‍टॉक

जब मुझे दिन भर थकान महसूस होती रही। मुझे दिन भर नींद आती थी और काम पर फोकस भी नहीं कर पाती थी। दूसरे दिन से ही मुझे सर में तेज़ दर्द शुरू हो गया था। दर्द से राहत के लिए मैंने ब्लैक टी का सहारा लिया, जिससे काफी फायदा भी हुआ।

दूसरा सप्‍ताह

अब मैं बिना कॉफी के दूसरे सप्‍ताह में थीं और मेरी हालत खराब हो चुकी थी। सर में हल्का हल्का दर्द बना ही रहता था। मुझे एहसास हुआ कि मुझे कैफीन की आदत पड़ चुकी है। और इससे मेरा निश्चय और पक्का हो गया कि एक महीने तो कॉफ़ी को हाथ भी नहीं लगाना है।
10वें दिन के बाद से स्थिति बेहतर होने लगी। मेरा सर दर्द ख़त्म हो गया और मूड स्विंग भी कम हो गए।

तीसरा सप्‍ताह

तीसरे सप्‍ताह तक आते-आते मेरी लत छूट रही थी। मुझे रात को आराम से नींद आती थी, और सुबह आंख भी अपने आप खुल जाती थी। मैंने पाया कि अब मैं ज्यादा गहरी नींद सो पा रही हूं। सर दर्द और थकान भी पूरी तरह से खत्म हो चुके थे।

चौथा सप्‍ताह

कॉफी छोड़े हुए मुझे चार सप्‍ताह होने वाले थे। इस बात पर मुझे खुद यकीन नहीं हो रहा था। मुझे कॉफ़ी की ज़रूरत नहीं लगती थी, हालांकि मैं कॉफ़ी बनाना मिस कर रही थी। इस एक्सपेरिमेंट में मैंने जाना कि कॉफ़ी छोड़ने से मैं आराम से सो पा रही हूं और अच्छी नींद लेने की वजह से मैं सुबह फ्रेश महसूस करती हूं। मुझे नींद भगाने के लिए कॉफ़ी की ज़रूरत नहीं। मेरे दांत भी ज्यादा व्हाइट नज़र आ रहे थे।

इस एक्‍सपेरीमेंट में मैंने क्या सीखा

सबसे पहली चीज़ जो मैंने जानी वो यह थी कि मुझे कैफीन की भयंकर लत थी और मैं उससे बेखबर रोज़ सुबह शाम कॉफ़ी पी रही थी।

जर्नल ऑफ हाइपरटेंशन की स्टडी के अनुसार कॉफी पीने से ब्लड प्रेशर भी हाई रहता है। तो अगर आपको हाई बीपी की शिकायत है, तो कॉफ़ी छोड़ना आपके स्वास्थ्य के लिए बेहतर है।

अपनी रुचि के विषय चुनें और फ़ीड कस्टमाइज़ करें

कस्टमाइज़ करें

कॉफ़ी का असर 6 घण्टे से भी अधिक रहता है। इसलिए अगर आपने शाम को कॉफ़ी पी है तो रात को जल्दी नींद नहीं आएगी। नींद नहीं आएगी तो आप सुबह थका हुआ महसूस करेंगे, और इस थकान को दूर करने के लिए आप कॉफ़ी पियेंगे। यह चक्र चलता रहेगा, और आप कैफीन की लत में फंस जाएंगी।

अगर आप कॉफी ज्‍यादा पीने लगी हैं तो आपकी पेशाब से बदबू भी ज्‍यादा आने लगती है। चित्र: शटरस्‍टॉक

कॉफ़ी पीना खराब नहीं है। कॉफी फोकस्ड रहने के लिए मददगार है, इसमें कोई शक नहीं। कॉफी में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं और यह फायदेमंद होती है, लेकिन हमें अपनी लिमिट खुद तय करनी होगी। कभी- कभार कॉफ़ी पीने में कोई दिक्कत नहीं है, बस खुद को कैफीन की लत न लगने दें।
क्या इस एक्सपेरिमेंट के बाद मैं कॉफ़ी छोड़ रही हूं? बिल्कुल नहीं। कॉफ़ी बनाना मुझे पसंद है, इसलिए मैं सप्‍ताह में एक या दो बार कॉफ़ी पी सकती हूं, लेकिन पहले की तरह मैं इसे डेली रूटीन में शामिल नहीं करूंगी।

इन बातों का रखें ख्‍याल

अगर आपको भी लगता है कि आप कैफीन से एडिक्टेड हैं और कॉफ़ी पीना कम करना चाहती हैं, तो इन बातों का ख्याल ज़रूर रखें। मैंने इन इम्पोर्टेन्ट बातों को अपने एक्सपेरिमेंट के दौरान ही सीखा है।

1. खूब पानी पियें

अगर आप कॉफी का सेवन कम कर रही हैं, तो पानी का इन्टेक बढ़ा दें। इससे सर दर्द, थकान जैसी समस्याएं कम होंगी और आपको उस दर्द से नही गुज़रना पड़ेगा, जिससे गुज़र कर मैं यह सीख पायी।

2. ज्यादा से ज्यादा फल खाएं

कैफीन को अपनी डाइट से हटाते ही आपको कई साइड इफेक्ट्स दिखेंगे। आपका ब्रेन धीरे फंक्शन करने लगेगा और आपको मूड स्विंग भी होंगे। इससे बचने के लिए आपको शुगर इन्टेक बढ़ाना होगा। लेकिन चीनी ज्यादा खाना आपके लिए नुकसानदेह हो सकता है।

अगर कॉफी छोड़ रहीं हैं तो अपनी डाइट में फलों की मात्रा बढ़ा दें। चित्र: शटरस्‍टॉक

इसलिए सबसे अच्छा उपाय है मीठे फलों को डाइट में शामिल करना। केला तो हर दिन ज़रूर खाएं। यह आपको एनर्जी देगा और आपको थकान कम महसूस होगी।

3. कॉफी का अल्टरनेटिव ढूंढे

कॉफ़ी छोड़ने पर आप कॉफी से ज्यादा अपने रूटीन को मिस करेंगें। इसलिए अगर आप भी सुबह उठ कर कॉफ़ी बनाते थे, तो आप कॉफी को ग्रीन टी, ब्लैक टी या फ्रूट टी से रिप्लेस कर सकती हैं। चाय के शौकीन हैं तो बिना चीनी या कम चीनी की चाय भी पी सकती हैं।

अंत में मैं यही कहूंगी कि लत हर चीज़ की बुरी है, खासकर कैफीन की। इसलिए अपनी डाइट से कॉफी को कम करना एक हेल्दी स्टेप है।

  • 80
लेखक के बारे में

पहला प्‍यार प्रकृति और दूसरा मिठास। संबंधों में मिठास हो तो वे और सुंदर होते हैं। डायबिटीज और तनाव दोनों पास नहीं आते। ...और पढ़ें

अगला लेख