ब्राउनी, डो नट्स, केक और भी बहुत कुछ। फेस्टिव सीजन में आपने बहुत कुछ ट्राई किया होगा। पर क्या इनमें से कोई भी आपकी बचपन वाली नानखटाई का मुकाबला कर सकता है? क्यूं, नाम लेते ही आ गया न मुंह में पानी? यकीनन हम में से कोई भी उत्तर भारतीय जिसने इस देसी बिस्कुट को अपने बचपन में खाया होगा, वह इसकी याद में खो सकता है! इसकी मिठास और सॉफ्टनेस दोनों ही बेमिसाल हैं। जी हां, हम जानते हैं कि आप फिटनेस फ्रीक हैं और मिठाई खाने से पहले कई बार सोचती हैं। पर मेरी मम्मी की ये नानखटाई रेसिपी न सिर्फ टेस्टी है, बल्कि हेल्दी भी है।
नानखताई को भारतीय बिस्किट के नाम से भी जाना जाता है और यह उत्तर प्रदेश के मेरठ में काफी मशहूर है। इसकी खासियत ये है कि यह काफी सॉफ्ट होती है और मुंह में रखते ही घुल जाती है। हालांकि इसको बनाने में काफी सावधानी बरतनी पड़ती है। यदि जरा सी भी चूक हो जाती है, तो इसका पूरा स्वाद बिगड़ जाता है।
नानखटाई को बनाने के लिए मूंग दाल, मेवा, और बेसन का इस्तेमाल किया जाता है। यह तीनों ही सेहत के लिए काफी फायदेमंद हैं। खासतौर से सर्दियों में बेसन और मेवा दोनों ही आपको भीतर से गर्म रखने में मददगार होते हैं। जबकि मूंग दाल में भरपूर मात्रा में प्रोटीन और फाइबर होते हैं जो पाचन के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं।
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