रात को घंटों तक नींद न आना या फिर नींद में बार बार उठना कई तरह की समस्याओं की ओर इशारा करता है। इससे हृदय रोग, डायबिटीज़ और तनाव बढ़ने का खतरा बना रहता है। आपने अधिकतर लोगों से ये कहते हुए सुना होगा कि रात के समय डिनर लाइट ही होना चाहिए। जैसे सुबह की शुरूआत हल्के नाश्ते से करते हैं। ठीक उसी प्रकार से रात को सोने से पहले भी हल्का खाना स्वास्थ्य संबधी समस्याओं के खतरे को कम कर देता है। साथ ही नींद की गुणवत्ता को भी सुधारा जा सकता है। जानते हैं रात में सोने से पहले किन फूड्स को अवॉइड करें (sleep disturbing foods)।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार अच्छी नींद लेने से शरीर में कई बीमारियों के बढ़ने का खतरा खुद ब खुद कम होने लगता है। भरपूर नींद लेने से न केवल ब्रेन हेल्दी रहता है बल्कि इम्यून सिस्टम भी मज़बूत रहता है। रात को सोने से 3 से 4 घंटे पहले कुछ खाना स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है और उससे नींद की गुणवत्ता भी बढ़ जाती है।
स्लीप फाउंडेशन के रिसर्च के अनुसार रात में सोने से पहले पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करने से शरीर पर सकारात्मक प्रभाव नज़र आने लगता है। इससे नींद की गुणवत्ता बढ़ती है और शरीर की ऊर्जा बनी रहती है। इस बारे में डाइटीशियन मनीषा गोयल के मुताबिक देर रात हैवी और ऑयली खाना खाने से न केवल नींद में खलल पड़ता है बल्कि वज़न बढ़ने का भी खतरा रहता है। ऐसे में सोने से 2 से 3 घण्टे पहले खाने का सेवन करें।
रात को सोने से पहले अधिकतर लोग कॉफी पीना पंसद करते हैं। मगर रात को सोने से पहले कॉफी पीने से नींद की गुणवत्ता में कमी आने लगती है। दरअसल कॉफी में मौजूद कैफीन शरीर में एलर्टनेस को बढ़ाती है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार कॉफी पीने से कैफीन का स्टीम्यूलेटिंग यानि उत्तेजक प्रभाव 3 से 5 घंटे तक बना रहता है। ऐसे में सोने से तकरीबन छ घंटे पहले कॉफी का सेवन करें।
वहीं जर्नल ऑफ क्लीनिकल स्लीप मेडिसिन के अनुसार सोने से पहले कॉफी पीने से नींद की कमी और एंग्ज़ाइटी की समस्या बढ़ने लगती है। दरअसल, ज्यादा कॉफी पीने से शरीर में कार्टिसोल का स्तर बढ़ता है, जो तनाव बढ़ाता है।
सोने से पहले प्रोटीन से भरपूर फूड खाने से पाचनतंत्र धीमा हो जाता है। दरअसल उसे पचाने के लिए 4 से 6 घंटे का समय लगता है। इससे नींद न आने की समस्या बनी रहती है और वज़न बढ़ने का जोखिम भी बढ़ जाता है। इसके चलते सोने से पहले रेड मीट, चिकन, चीज़, अंडा और नट्स का सेवन करने से परहेज करें। प्रोटीन में टायरोसिन अमीनो एसिड पाया जाता है जो ब्रेन को अलर्ट करता है। देर रात इसके सेवन से हृदय संबधी समस्याओं और डायबिटीज़ का खतरा बना रहता है।
फाइबर से भरपूर खाद्य पदार्थ जहां मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करते हैं। वहीं रात के वक्त इन्हें खाने से एसिडिटी, ब्लोटिंग और पेट दर्द का सामना करना पड़ सकता है। अधिकतर लोग रात को डिनर में हैवी मील को फ्रूट्स, सैलेड और स्प्राउट्स से रिप्लेस कर देते हैं। मगर इन्हें खाकर एकदम सोना पाचनतंत्र को प्रभावित करता है। साथ ही नींद न आने की समस्या का भी सामना करना पड़ता है।
विटामिन सी से भरपूर नींबू, संतरा और टमाटर खाने से नींद पर नकारात्मक प्रभाव दिखने लगता है। इसमें मौजूद टायरामाइन एक अमीनो एसिड है, जो माइंड को एक्टिव बनाकर नींदन आने की समस्या को बढ़ा देता है। सोने से पहले खट्टे फल का सेवन करने से शरीर में एसिड बनने लगता है, जो एसिडिटी और जलन की समस्या को बढ़ा देता है।
रात को खाने में अधिकतर लोग सलाद खाना पसंद करते हैं। अगर सलाद में गाजर, ककड़ी, खीरा और तरबूज का सेवन कर रहे हैं, तो इससे बार- बार यूरिन पास करने की समस्या से जूझना पड़ सकता है। सोने से कुछ घंटे पहले इसका सेवन करें ताकि यूरिनेशन का नियंत्रित किया जा सके। इससे नींद न आने की समस्या का सामना करना पड़ता है। ये सभी ड्यूरेटिक फूड हैं, जो आपकी नींद बाधित करते हैं। इसलिए इन्हें रात के समय खाने से परहेज करना चाहिए।
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