नवरात्रि के व्रत (navratri fasting) के दौरान चाय आपकी फेवरिट बेवरेज हो सकती है। घर हो या ऑफिस आप एक मसाला चाय की प्याली कही भी पी सकती हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि आपकी रेगुलर चाय स्वास्थ्य संबंधी परेशनियां खड़ी कर सकती है? जी हां, व्रत के समय एसिडिटी (Acidity during fasting), कब्ज (Constipation), एसिड रिफ्लक्स (Acid reflux), आदि का कारण हो सकती है आपकी मसाला चाय। इन परेशानियों को दूर करने और आपकी नवरात्रि को स्वस्थ बनाने के लिए हम लाए हैं कुछ हेल्दी हर्बल टी (Healthy herbal tea) का विकल्प।
इस नवरात्रि व्रत के साथ अपनी सेहत का भी ख्याल रखें। रेगुलर मसालेदार चाय की जगह ग्रीन टी का सेवन करें। यदि आपको हर थोड़ी देर में चाय पीने की आदत है तो ग्रीन टी एक बेहतरीन विकल्प है। इसे पीने से एसिडिटी जैसी समस्या नहीं होती है। यह आपके वजन को भी नियंत्रित रखता हैं।
इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट, एंटीफंगल, एंटी-इंफ्लेमेटरी जैसे गुण आपको व्रत में स्वस्थ और मजबूत इम्युनिटी देने में मदद कर सकते हैं। यह मेटाबोलिज्म को मजबूत रखती है, जिसके कारण कब्ज जैसी परेशानी नहीं होती।
ग्रीन टी बनाने के लिए, एक कप गरम पानी लें और उसमें 5 से 10 मिनट तक टी बैग या ग्रीन टी के पत्तों को ब्रू होने दें। इसे छान लें और पीयें।
कैमोमाइल चाय एक लोकप्रिय पेय है जो कई प्रकार के स्वास्थ्य लाभ भी प्रदान करती है। यह एक जड़ी बूटी है, जो इसी नाम के डेज़ी जैसे फूलों से आती है। इसका सेवन सदियों से कई स्वास्थ्य स्थितियों के लिए एक प्राकृतिक उपचार के रूप में किया जाता रहा है।
इसके अलावा, कैमोमाइल चाय एंटीऑक्सीडेंट से भरी हुई है, जो हृदय रोग और कैंसर सहित कई बीमारियों के आपके जोखिम को कम करने में भूमिका निभा सकती है। कैमोमाइल में ऐसे गुण होते हैं जो नींद और पाचन में भी मदद कर सकते हैं। कैमोमाइल चाय बनाने के लिए, फूलों को सुखाया जाता है और फिर गर्म पानी में डाल दिया जाता है।
एक उत्कृष्ट हर्बल हृदय टॉनिक, अर्जुन चाय हृदय की मांसपेशियों को मजबूत करती है और फैट गेन को कम करती है। अर्जुन चाय कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने, खून की कमी, सूजन, आदि को रोकने में फायदेमंद है। यह एक बेहतरीन हर्बल टी है। इसके सेवन से आप 9 दिन के लंबे उपवास में ऊर्जावान महसूस करेंगे। इसे बनाने के लिए बाजार से हर्बल अर्जुन टी खरीदें और गरम पानी में ब्रू करके पीयें।
व्रत में नियमित रूप से तुलसी की चाय पीने से आपकी इम्युनिटी मजबूत रहेगी। यह मधुमेह रोगियों के लिए स्वस्थ विकल्प है। तुलसी चाय के सेवन से ब्लड शुगर नियंत्रित रहता हैं। तुलसी में एंटीमाइक्रोबियल गुण होते हैं, जिस कारण ये दांतों व मुंह के कीटाणुओं को खत्म करने में मदद करती है।
साथ ही सांस की बदबू को दूर करने में भी तुलसी की चाय सहायक होती है। इसे बनाने के लिए पानी में ताजी तुलसी की पत्तियां डालकर उबालें। स्वाद के लिए आप हल्का नींबू और शहद भी मिला सकती हैं।
पुदीना आपके पाचन को स्वस्थ रखता है। व्रत में लो कार्ब्स इंटेक के कारण आपको कब्ज (constipation) की समस्या हो सकती हैं। इसलिए पुदीना की चाय एक स्वस्थ विकल्प है। इतना ही नहीं यह आपके मुंह को फ्रेश, सर दर्द से राहत और ऊर्जा प्रदान करती है।
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कस्टमाइज़ करेंपुदीना में एंटीबैक्टीरियल गुण होने के कारण यह इम्युनिटी को बढ़ावा देता है। इसे बनाने के लिए पानी में 5-7 मिंट लीव्स डालकर उबालें। इसके साथ आप शहद और नींबू का रस भी मिला सकते हैं।
तो लेडीज, इस नवरात्रि अपनी रेगुलर मसाला टी की जगह इन हेल्दी हर्बल टी का सेवन करें और स्वस्थ त्योहार मनाएं।
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