सहजन यानी ड्रमस्टिक को अभी तक आपने सांभर और सूप में ही देखा होगा। अपने औषधीय गुणों के कारण आयुर्वेद में सहजन को सुपर फूड की श्रेणी में शामिल किया गया है। पर क्या आप जानती हैं कि सहजन की सिर्फ फलियां यानी ड्रमस्टिक (Drumstick) ही नहीं, बल्कि इसके पत्तेन भी बहुत काम के होते हैं।
दुनिया भर में इन पत्तों को आजकल खूब पसंद किया जा रहा है। बड़े-बड़े ब्रांड जो मोरिंगा टी (Moringa Tea) के महंगे टी बैग्स बेच रहे हैं, वह असल में सहजन के पत्तों से बनी चाय ही है।
तो आइए जानते हैं सहजन की चाय यानी मोरिंगा टी के सेहत लाभ और उसे बनाने का तरीका। यह वेटलॉस और मेटाबॉलिज्म के लिए बेस्ट है।
यह ज्यादातर दक्षिण भारत में होता है, पर उत्तर भारत में भी इसे आराम से देखा जा सकता है। इसे हिंदी में सहजन का पेड़ (Moringa Tree) कहा जाता है। जिसे अंग्रेजी में Moringa (मोरिंगा) या Drumstick tree भी कहते हैं। हालांकि कहा जाता है कि इसे सबसे पहले उत्तर भारत में ही उगाया गया। पर इसकी गुडनेस का जैसा इस्तेमाल दक्षिण भारत में हुआ, वह खास है।
इसे ज्यादा देखभाल की जरूरत नहीं होती। और फल के रूप में जो लंबी-लंबी फलियां लटकी रहती हैं, असल में वही ड्रमस्टिक हैं। आयुर्वेद में सहजन के पूरे पेड़ को ही औषधियों का भंडार माना गया है। जबकि व्यंजनों में केवल ड्रमस्टिक का ही इस्तेेमाल होता है। तो आइए हम आपको बताते हैं सहजन की पत्तियों की चाय बनाने का तरीका-
आजकल बाजार में सहजन की चाय के टी बैग्स तैयार मिलते हैं। पर सेहत के मामले में, वह भी कोरोना के समय में हम जानते हैं कि आप किसी पर भरोसा करना नहीं चाहतीं। इसलिए आप चाहें तो सहजन की पत्तियों से यह चाय घर में भी बना सकती हैं।
इसके लिए आप सहजन की पत्तियों को धोकर धूप में सुखा लेना है। फिर इन सूखी पत्तियों को पीस लें, आप ग्राइंडर की मदद ले सकती हैं। तो यह आपका टी पाउडर तैयार है। आप इसे एयर टाइट कंटेनर में रखकर महीनों इस्तेमाल कर सकती हैं।
चाय बनाने के लिए आपको एक चम्म्च पाउडर को पानी में उबालना है और बस पीना है। शुरूआत में आपको इसका टेस्ट कुछ अजीब लगे। पर इसके साथ मिलने वाले इतने सारे सेहत लाभों को जानने के बाद निश्चित ही ये आपका फेवरिट टेस्ट हो जाएगा।
यह एक कप चाय अपने साथ कई सारे पोषक तत्व लिए रहती है। इसमें विटामिन ए, बी6, सी, ई के साथ ही प्रोटीन, आयरन, पोटेशियम, मैग्नींशियम और जिंक मौजूद होता है। इसके अलावा सहजन में एंटीओक्सिडेंट, बायोएक्टिव प्लांट कंपाउंड होते हैं। जो आपकी समग्र हेल्थ को फायदा पहुंचाते हैं।
हम जानते हैं आप बिना कंपेरिजन के किसी भी बात पर भरोसा करने वाली नहीं हैं। इसलिए हम इसकी गुडनेस के बारे में आपको थोड़ा डिटेल में बताते हैं। 100 ग्राम मोरिंगा पाउडर में दूध से 17 गुना ज्यादा कैल्शियम और पालक से 25 गुना ज्यादा आयरन होता है।
बीटा कैरोटीन जो आंखों, स्किन और इम्यूनिटी के लिए बहुत जरूरी है, वह भी इसमें गाजर से 10 गुना ज्यादा होता है।
इम्यूनिटी के लिए जरूरी विटामिन सी की मात्रा इसमें संतरे से 7 गुना ज्यादा होती है। और अगर आप मोटापे के डर से केला नहीं खाना चाहतीं, तो हम आपको बता दें कि सहजन की चाय में केले से 3 गुना ज्यादा पोटेशियम होता है।
तो लड़कियों अगर आपके पीरियड्स बहुत दर्द भरे होते हैं, तो आप सहजन की चाय जरूर पिएं। यह पीरियड क्रैम्प्स को दूर कर आपके लिए माहवारी को आसान बनाती है।
डायबिटीज केयर जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, क्लोरोजेनिक एसिड इंसुलिन में वृद्धि और ब्लड शुगर लेवल में अचानक होने वाली वृद्धि को रोकने में मदद कर सकता है।
सहजन की पत्तियां क्वेरसेटिन नामक एंटीऑक्सीडेंट से भी भरपूर होती हैं। न्यूेट्रीशन जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार यह रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करती हैं।
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