देसी घी खाने का स्वाद बढ़ा देता है। पर क्या आप यह जानती हैं कि यह आपकी सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद है? अक्सर आपने अपनी दादी-नानी को दैनिक आहार में देसी घी का सेवन करने की सलाह देते हुए सुना होगा। लेकिन हम मोटापे के डर से देसी घी से दूरी बनाने लगते हैं। हमने ऐसी धारणा बना ली है कि जो चीज चिकनी या ऑयली है वह हमारी सेहत के लिए नुकसानदेह होगी। हालांकि आयुर्वेद में देसी घी को दवा का दर्जा दिया गया है। खासतौर पर सर्दियों में इसके नियमित सेवन की सलाह दी जाती है। आइए जानते हैं इसका कारण।
देसी घी आपकी सेहत के लिए किसी खजाने से कम नहीं है क्योंकि इसमें कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। जैसे ओमेगा-3, ओमेगा-9 फैटी एसिड और विटामिन ए, के, ई आदि। देसी घी में ब्यूटीरिक एसिड होता है। जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद करता है।
इस समय देश में जैसे हालात चल रहे हैं, उस समय हमें अपनी इम्यूनिटी का खास ख्याल रखना बहुत जरूरी है। शायद इसीलिए आयुष मंत्रालय भी हमें देसी घी के सेवन करने की सलाह दे रहा है।
आयुष मंत्रालय आयुर्वेदिक उपचार के तरीके और घरेलू नुस्खे जनता के सामने साझा करता रहता है। हाल ही में आयुष मंत्रालय द्वारा देसी घी के फायदे और देसी घी के सेवन करने पर जोर दिया गया।
मंत्रालय द्वारा ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट से ट्वीट करते हुए इसकी जानकारी दी गई। ट्वीट में उन्होंने लिखा, “घी का समुचित प्रयोग शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा है।”
यदि कभी आपकी त्वचा जल जाती है, तो देसी घी आपके लिए एक चमत्कारी आयुर्वेदिक औषधि के रूप में काम कर सकता है। त्वचा जल जाने का दर्द सहन से बाहर हो जाता है। जबकि घी इसमें आपकी मदद कर सकता है। इसके लिए घी में मुलेठी का चूर्ण मिलाकर त्वचा पर लगाने से काफी राहत मिलती है। इसके अलावा यह मिश्रण घाव भरने में भी मददगार है।
कई लोग भूख न लगने की समस्या से काफी परेशान रहते हैं। आपको अपने बच्चों में कई बार यह समस्या देखने को मिल सकती है। ऐसे में यदि हर प्रकार की चिकित्सा का उपयोग कर चुके हैं, तो आयुर्वेदिक नुस्खे आजमाने का समय आ गया है। इसके लिए आपको एक चुटकी हींग, भुना हुआ जीरा घी में मिलाना है और फिर इसका सेवन करना है।
आजकल छोटे बच्चों के हाथ में भी मोबाईल फोन मौजूद है। दिन भर इलेक्ट्रॉनिक गैजेट का इस्तेमाल करना दिमाग पर भारी असर छोड़ता है, जिससे हमारी स्मरण शक्ति कम होने लगती है। लेकिन बच्चों की स्मरण शक्ति के सुधार में देसी घी अपना योगदान दे सकता है। यदि आप अपने बच्चे में मेमोरी संबंधी महसूस कर रहे हैं, तो देसी घी का उपयोग फायदेमंद होगा। इसके लिए अपने बच्चे की विंटर डाइट में हर रोज देसी घी जरूर शामिल करें।
सर्दियों के मौसम में अस्वस्थ खानपान कुछ ज्यादा ही हो जाता है। जिससे हमें पेट से जुड़ी समस्याएं खासकर कब्ज की समस्या उत्पन्न होने लगती है। अगर आपको भी कब्ज की समस्या है तो देसी घी आपकी समस्या का रामबाण इलाज है।
आयुष मंत्रालय के अनुसार रात को सोने से पहले एक कप गर्म दूध में पांच मि.ली घी और थोड़ी मिश्री मिलाकर पीने से कब्ज की समस्या दूर हो जाती है।
ध्यान दे, यदि आप दिल की समस्या से पीड़ित हैं, या हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या से जूझ रहे हैं तो घी का सेवन अपने डॉक्टर से सलाह के बाद ही करें।
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