क्या माइक्रो न्यूट्रिएंट्स (Micro nutrients) आपकी डाइट का हिस्सा हैं? अगर आपका जवाब है ‘नहीं’ तो आप अपनी सेहत के साथ खिलवाड़ कर रहीं हैं।
दरअसल हमारे आहार में दो तरह के पोषक तत्व होते हैं- मैक्रो न्यूट्रिएंट्स यानी वे पोषक तत्व जिनकी हमें ज्यादा मात्रा में जरूरत होती है और माइक्रो न्यूट्रिएंट्स जिनकी हमें बहुत कम मात्रा में जरूरत होती है।
विटामिन्स और मिनरल्स वह माइक्रो न्यूट्रिएंट हैं। लेकिन कम मात्रा में आवश्यक होने का अर्थ यह नहीं है कि इनकी भूमिका महत्वपूर्ण नहीं। यह माइक्रो न्यूट्रिएंट्स आपकी ग्रोथ, हड्डियों के स्वास्थ्य, इम्युनिटी से लेकर अच्छी स्किन, बाल और आंखों के लिए जरूरी होते हैं।
अफसोस, हम इनका महत्व नहीं समझते और अपने आहार में इन्हें शामिल करना भूल जाते हैं। यह भूल बहुत बड़ी समस्या बन जाती है जब आपके शरीर में इन पोषक तत्वों की कमी हो जाती है।
आज हम बात करने जा रहे हैं ऐसे ही माइक्रो न्यूट्रिएंट्स की, जिन्हें आपको अपने आहार में तुरंत शामिल करना चाहिए।
कैल्शियम ऐसा मिनरल है जिसकी आपके शरीर को बढ़ने के लिए जरूरत होती है। हड्डियों और दांतों को मजबूती देने के साथ-साथ कैल्शियम मांसपेशियों और ब्लड वेसल्स के लिए भी जरूरी होता है।
स्रोत- दूध और दूध से बने उत्पाद
फॉस्फोरस की जरूरत भी हड्डियों के निर्माण के लिए होती है। हमारे सेल्स की मेम्ब्रेन भी फॉस्फोरस की बनी होती है। एक वयस्क को एक दिन में 700 मिलीग्राम फॉस्फोरस खाना चाहिए।
स्रोत- साल्मन मछली, दही और टर्की
मैग्नीशियम शरीर में ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है और 300 से अधिक एंजाइम की रिएक्शन्स में सहायक होता है।
स्रोत- बादाम, काजू, राजमा, दाल इत्यादि
सोडियम हमारे लिए कितना जरूरी है यह तो आप जानते ही होंगे। इसकी कमी और इसकी बहुतायत दोनों ही खतरनाक हैं। ब्लड प्रेशर नियंत्रण के लिए सोडियम बहुत आवश्यक है। यही नहीं, सोडियम शरीर में इलेक्ट्रोलाइट का संतुलन बनाये रखता है।
स्रोत- नमक सोडियम का मुख्य स्रोत है
पोटेशियम भी सोडियम के साथ इलेक्ट्रोलाइट का संतुलन संभालता है। इसके साथ-साथ पोटेशियम दिमाग तक नसों के माध्यम से सिग्नल पहुंचाने में सहायक है। मांसपेशियों के लिए भी पोटैशियम बहुत महत्वपूर्ण है।
स्रोत- दाल, केले, बीन्स
सल्फर हमारे हर जिंदा सेल का हिस्सा होता है। एमिनो एसिड मैथियोनिन एंड सीयस्टिन के लिए सल्फर बहुत आवश्यक होता है।
स्रोत- लहसुन, प्याज, अंडे
मिनरल्स और विटामिन आपके शरीर की लगभग हर प्रक्रिया में आवश्यक होता है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ, अमेरिका के अनुसार विटामिन ए और सी पर्याप्त मात्रा में सेवन करने से कैंसर का रिस्क कम होता है। सही मात्रा में कैल्शियम खाने से हृदय रोग की सम्भावना भी कम होती है। पर्याप्त कैल्शियम लेने से बुढ़ापे में जोड़ों और हड्डियों की समस्या नहीं होती है।
इसके अतिरिक्त माइक्रो न्यूट्रिएंट्स में एंटीऑक्सीडेंट प्रॉपर्टी होती हैं, जिससे अल्जाइमर जैसी मानसिक बीमारियां दूर रहती हैं।