कोविड-19 के बाद न्यू नॉर्मल अलग-अलग रूप में नजर आ रहा है। कई बार आप परेशान हो जाते हैं, तो कई बार यह आपको रोमांचित भी करता है। इस न्यू नॉर्मल में कुछ व्यंजन भी कोविड-19 इफेक्ट से बच नहीं पाए हैं। जी नहीं हम विटामिन सी और डी की बात नहीं कर रहे हैं, बल्कि हम बात कर रहे हैं उन पारंपरिक व्यंजनों की जिनके रूप और रंग में कोविड-19 के कारण बदलाव किए जा रहे हैं।
परोटा दक्षिण भारत का खास व्यंजन हैं। मैदा से बनाया जाने वाला परोटा काफी कुछ पंजाब के लच्छा परांठा जैसा ही होता है। पर इसमें आटे की बजाए मैदा का इस्तेमाल किया जाता है और उसे पतला बनाने के लिए काफी देर तक गूंथा जाता है। पर आप चाहें तो परोटा बनाने में मैदा की जगह आटा ही इस्तेमाल करें। इससे यह टेस्टी के साथ हेल्दी भी हो जाएगा।
तो हम बात कर रहे थे कोविड-19 इफेक्ट की। तमिलनाडु के मदुरै के एक रेस्तरां में आजकल मास्क परोटा परोसा जा रहा है। इसमें परोटा को मास्क की शेप दी गई है और लोग इसे चाव से खा रहे हैं।
इस खास शेप के बारे में रेस्तरां के मैनेजर पूवालिंगम का कहना है कि मदुरै में अब भी लोग मास्क पहनने के प्रति जागरुक नहीं हैं। इसलिए उन्होंंने अपने ग्राहकों में जागरुकता पैदा करने के लिए मास्क परोटा पेश किया है। लोग जब इसे देखेंगे तो उन्हें याद रहेगा कि बाहर निकलते वक्त उन्हें मास्क पहनना है।
खैर जागरुकता जरूरी है और इस समय मास्क पहनना सबसे ज्यादा जरूरी। कोरोनावायरस एयरबोर्न डिसीज है, यानी उसके कण हवा में भी मौजूद हो सकते हैं।
तो हमारी आपको पहली एडवाइज यह है कि आप जब भी बाहर जाएं मास्क जरूर पहनें। और दूसरी सलाह यह कि अब भी बाहर खाना खाने से परहेज करें। रेस्तरां के माहौल में कोरोनावायरस के कण मौजूद होने से इन्कार नहीं किया जा सकता।
इसलिए हम आपके लिए दक्षिण भारतीय परोटा की रेसिपी लेकर आए हैं। ताकि इस मानसून में आप अपने घर में ही परोटा एन्जॉय कर सकें। आइए जानते हैं कैसे बनाते हैं परोटा –
मैदा या गेंहू का आटा – 1 कप
नमक – स्वादानुसार
अजवायन – एक चौथाई छोटी चम्महच
घी – 2-3 टेबल स्पून
मैदा या आटा, जो भी आप इस्तेमाल कर रहीं हैं, उसे छान कर किसी बर्तन में निकाल जीजिए। अब इसमें नमक, अजवायन और 2 छोटी चम्मच घी मिलाकर अच्छे से गूंथ लीजिए। इसे गूंथने का तरीका ही इसे क्रिस्पी और नर्म बनाता है। इसलिए आपको इसे बहुत ज्यादा गूंथना है। तब तक, जब तक कि यह नर्म न हो जाए।
जब यह गुंथ जाए तो उसे बीस मिनट के लिए रख दीजिए। ताकि वह फूल कर सैट हो सके। अब इसकी छोटी-छोटी लोयी बना लीजिए। लोयी को पतला बेल लीजिए। अगर यह ज्यादा चिपक रही है, तो इस पर सूखा मैदा लगाएं और ठीक से बेलें। बेले गये परोटा के ऊपर एक चम्मच घी डालिये और घी को चारों ओर फैला दीजिये। अब इसका रोल बना लीजिए। यह एक लंबा रोल तैयार हो जाएगा। इसे फिर से रोल कीजिए और अब एक गोल लोयी बना लीजिए।
अब इसे फिर से बेलिए। बेले गये परांठे को गरम तवे पर डालिये और दोनों ओर घी लगाकर अच्छी तरह ब्राउन होने तक सेकिये। परोटा सिक चुका है। पर इसे परोसने का अंदाज भी खास है।
सिके हुए परोटा का नैपकिन पर बिछा दीजिए। और सर्व करने से पहले इसे दोनों हाथों से अच्छे से दबाएं ताकि इसकी हर लेयर अलग-अलग खिलती हुई दिखे। अब इसे चटनी, सब्जी या सांबर के साथ परोसिए।
लीजिए तैयार है दक्षिण भारतीय परोटा, आपकी अपनी रसोई में।
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