वन पॉट मील के रूप में पोहा और पुलाव सबसे ज्यादा पसंद किए जाने वाले फूड्स हैं। ये जल्दी बनते हैं, टिफिन में पैक करने में आसान हैं और टेस्टी भी हैं। दोनों ही व्यंजनों की मूल सामग्री चावल है। मगर प्रोसेस अलग है। ऐसे में यह सवाल जरूर उठता है कि पोहा और पुलाव में बेहतर ऑप्शन क्या है? आप भी कन्फ्यूज हैं? तो आइए आज इस टेस्टी सवाल का जवाब ढूंढते हैं।
इन दोनों में बेस्ट ऑप्शन समझने के लिए हम इनकी कैलरी से लेकर इनसे मिलने वाले पोषक तत्व के बीच में अंतर चैक कर सकते हैं। उससे भी जरूरी है यह जानना कि यह दोनों आखिर किस प्रकार तैयार किए जाते हैं।
चिड़वा और चूड़ा के नाम से भी पोहा को जाना जाता है। इसी से पोहा की डिश तैयार की जाती है। इसके लिए धान को पकाकर, घंटों धूप में सुखाया जाता है। इसे धूप में तब तक सुखाया जाता है जब तक यह सख्त ना हो जाए। उसके बाद इसे चपटा करने के लिए रखा जाता है। पोहा को तैयार होने के लिए ज्यादा प्रोसेस या फिर पॉलिशिंग से नहीं गुजरना पड़ता।
वहीं दूसरी और चावल काफी ज्यादा पॉलिश किया जाता है ताकि वह देखने में अच्छा लग सके। चावल को पॉलिश करते समय उसमें मौजूद पोषक तत्व और फाइबर की मात्रा काफी कम हो जाती है।
इसकी तुलना में पोहा पकाने में भी आसान है और पाचन के मामले में भी हल्का है। चावल में भले ही एनर्जी सोर्स ज्यादा होता हो, लेकिन इसमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स की मात्रा भी अधिक होती है, जो वास्तव में मधुमेह का कारण बनता है।
एनसीबीआई के अनुसार कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड टाइप 2 मधुमेह वाले लोगों के लिए बेहतर होते हैं, क्योंकि वे रक्त शर्करा में धीरे-धीरे वृद्धि का कारण बनते हैं।
यदि पोहे को सब्जियों के साथ बनाया जाए, तो एक कटोरे पोहे में लगभग 250 कैलोरी पाई जाती हैं। पोहे में मूंगफली का भी इस्तेमाल किया जाता है। जो इसके हेल्थ बेनिफिट्स को बढ़ा देता है। वहीं दूसरी और चावल या पुलाव का एक कटोरा 333 कैलोरी रखता है।
भारत के कई हिस्सों में पोहे को नाश्ते में पसंद किया जाता है और यह एक बेहतरीन नाश्ते का विकल्प है। पोहे में लगभग 70% स्वस्थ कार्बोहाइड्रेट्स होते हैं, वहीं अगर फैट की बात की जाए तो फैट की मात्रा, मात्र 30% होती है।
जबकि चावल में फैट ज्यादा होता है और चावल खाने से आपको नींद आती है। इसके बाद आप की दिनभर की गतिविधियां प्रभावित होने लगती हैं। सुबह के नाश्ते में पुलाव बिल्कुल भी अच्छा ऑप्शन नहीं है।
यदि आप अपनी वेट लॉस जर्नी पर हैं तो पोहा आपके लिए बेस्ट ऑप्शन हो सकता है। आपको बस यह ध्यान रखने की जरूरत है कि इससे आपका कैलोरी काउंट न बढ़े।
चावल या पुलाव के सेवन से आपको, उच्च रक्त चाप, उच्च उपवास रक्त शर्करा, उच्च ट्राइग्लिसराइड का स्तर, बढ़ता वजन और “अच्छे” एचडीएल कोलेस्ट्रॉल के निम्न स्तर का कम होना जैसी कई समस्याएं हो सकती हैं।
वहीं दूसरी ओर पोहा के कोई भी बड़े नुकसान नहीं हैं। हालांकि यह आपके कैलोरी काउंट को बढ़ा सकता है।
तो डियर लेडीज, हमने पाया कि पुलाव की तुलना में पोहा ज्यादा हेल्दी ऑप्शन है। अब ये आप पर है कि आप इसमें नींबू, मूंगफली और सब्जियां डालकर कितना टेस्टी बना सकती हैं।