दाल मखनी, पाव भाजी, आलू चाट, स्वीट कॉर्न चाट, छोले पूरी, खाखरा इन सबको लोग जंक फूड नही मानते है और इसका सवन करते है। जो लोग वजन कम करना चाहते है वो लोग शौक से इन चीजों का सेवन कर लेते है। लेकिन क्या आपको पता है कि इनका पोषण मूल्य और कैलोरी कितना है। कई बार जिन चीजों को हम हेल्दी समझ कर खाते है उनमें कुछ चीजें ऐसी होती है जो सेहत के लिए अच्छी नहीं होती है।
किसी भी खाने को हेल्दी तभी कहा जा सकता है जब उसमें कैलोरी कम हो और पोषण का मूल्य अधिक हो, उसे अहेल्दी वसा कम हो, शूगर की मात्रा कम हो और कुछ भी अप्राकृतिक मासलों या रंग को न मिलाया गया हो। खानें को बहुत ज्यादा प्रोसेस करके न पकाया गया हो क्योंकि उससे भी खाने के पोषक तत्वों पर असर पड़ता है। हर किसी के कैलोरी के सेवन उसके उम्र, लिंग, गतिविधि और उसकी हेल्थ पर निर्भर करता है। हर किसी का शरीर अलग होता है इसलिए कैलोरी का सेवन उसी हिसाब से होना चाहिए।
लेकिन कई फूड एसोसिएशन एक स्वस्थ वजन को बनाए रखने के लिए व्यस्कों के लिए दैनिक ओसत कैलोरी का सवन महिलाओं के लिए 1,800 से 2,400 कैलोरी बताते है और पुरूषों के लिए 2,200 से 3,000 कैलोरी बताते है।
पाव भाजी की भाजी कई तरह की सब्जियों जैसे आलू, टमाटर, प्याज, गोभी, शिमला से बनी होती है जिससे इसे हेल्दी समझा जाता है। भाजी को जिन सब्जियों से तैयार किया जाता है उसमें कई विटामिन, मिनिरल्स, फाइबर होते है इसमें मसालों के रूप में हल्दी, नमक, लाला मिर्च, गर्म मसाला मिलाया जाता है जो कि सेहत के लिए नुकसामदायक नही है।
इस भाजी को मैदे से बने ब्रैड नुमा पाव के साथ खाया जाता है। इस पाव को बटर में सेका जाता है। इसकी सब्जी को भी बजर के साथ ही गर्म किया जाता है। अगर पाव भाजी को एक हेल्दी डिश बनाना है, तो सबसे ज्यादा ध्यान रखना पड़ता है इसको बनाने के तरीकों पर। पाव भाजी को बनाते समय आमतौर पर इसमें काफी बटर का इस्तेमाल होता है, जो की इसमें अधिक कैलोरी जोड़ने का काम कर सकता है।
इसलिए इसे पकाते समय कम से कम बटर का इस्तेमाल करें। सब्जियों को तलने की बजाय इसे भाप में पकाने की कोशिश करें।
पाव भाजी की भाजी में एक सर्विंग में (लगभग 1 कप या 250 ग्राम) में लगभग 300 से 400 कैलोरी हो सकती है। यें संख्य इसमें मिलाई गई सामाग्री के हिसाब से घट या बढ़ भी सकती है। पाव भाजी एक स्वस्थ आहार का एक हिस्सा हो सकता है अगर पौष्टिक सामग्री, वसा के सीमित उपयोग और भाग के आकार पर ध्यान देने के साथ तैयार किया जाए।
दाल मखनी दो दालों से मिलकर बनती है एक उड़द की दाल और दूसरी राजमा। दोनों ही दालें प्लांट बेस प्रोटीन, आहार फाइबर, विटामिन और खनिजों का एक अच्छा स्रोत है। ये दोनों दालें कई पोषक तत्व प्रदान कर सकती है और एक स्वास्थ आहार बन सकती है। लेकिन इसमें भी सबसे बड़ी समस्या पैदा करता है बटर या क्रीम जो इसे क्रीमी फ्लेवर देने के लिए इस्माल की जाती है वो इसमें अतिरिक्त कैलोरी और खराब वसा जोड़ सकता है।
इसे हेल्दी बनाने के लिए आप इसके पकाने की विधि में परिवर्तन कर सकते है। दाल को बटन या क्रीम से क्रीमी और रीच फ्लेवर देने के बजाय आपको दही, नारियल के दूध जैसी चीजों से इसे क्रीमी बनाना चाहिए ताकि अधिक कैलोरी भी न जुड़े और टेस्ट भी बरकरार रहे। हेल्दी दाल मखनी भी इसके बनाने के तरीकों पर ही निर्भर करती है।
खाखरे को गेंहू के आटे के बेसन और कई मसालों को मिलाकर तैयार किया जाता है। गेंहू का आटा आहार फाइबर का एक अच्छा स्रोत है। इससे कई तरह के पोषक तत्व और कार्बोहाइड्रेट भी मिलता है। खाखरा एक कम वसा वाला नाश्ता है, जिसे तलने की बजाय हल्के तेल में भूना जाता है। जो आपके वसा के सेवन को कम करता है और कौलोरी के अधिक सेवन को भी कम करता है। खाखरे में मेथी के पत्तों और तिल बीज को भी मिलाया जाता है जिससे ये और भी ज्यादा स्वादिष्ट हो जाता है।
आलू चाट एक स्ट्रीट फूड के तौर पर काफी मसहूर है। आलू चाट की मुख्य चीज है आलू। आलू कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, विटामिन और मिनिरल्स का अच्छा स्रोत है। आलू चाट बनाने के लिए उबालना या बेक करना एक बेहतर ऑप्शन है। लेकिन बाहर मिलने वाले आलू चाट में आलू को तल कर तैयार किया जाता है केवल एक बार नहीं कई बार आलू को तला जाता है। इसलिए बाहक मिलने वाले आलू चाट में काफू कैलोरी होती है। घर पर ही आली चाट को तैयार करें जिसमें इसे उबालें या बेक करें।
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