जायफल गुणों से भरपूर है। सेहतमंद जीवन जीने के लिए आप इसे कई तरह से अपने आहार में शामिल करते हैं। यह एक बेहतरीन पेन किलर तो है ही, कई गंभीर रोगों के उपचार में भी काम आता है। पर असंयमित मात्रा में लगातार जायफल का सेवन आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
जायफल जहां एक तरफ गुणों की खान है, वहीं ऐसा भी माना जाता है कि जायफल का सेवन सेहत संबंधी कई जोखिम भी पैदा कर सकता है। एक खुशबूदार मसाला जो आपको दर्द से राहत दिलाता है, वह कब सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है, यह जानने के लिए हमने फॉर्टिस हॉस्पिटल, वसंत कुंज की एचओडी क्लिनिकल न्यूट्रीशनिस्ट एंड डायटिक्स सीमा सिंह से बात की। उन्होंने जायफल के बारे में कुछ जरूरी बातें हमें बताईं।
जायफल आपको शारीरिक पीड़ा से राहत दिलाता है, अनिद्रा दूर करता है, प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत बनाने के साथ-साथ कैंसर-रोधी भी है। खासतौर से ल्युकीमिया से बचाव करता है। इसके अलावा, ओरल हेल्थ और अन्य कई विकारों में भी यह उपयोगी है।
जायफल का इस्तेमाल बच्चों के दूध के दांत में कैविटीज़ होने पर तथा अन्य कई स्थितियों में किया जाता है। खानपान में, जायफल का इस्तेमाल मसाले के तौर पर और फ्लेवर के लिए किया जाता है।
इसी तरह, मैन्यूफैक्चरिंग उद्योग में, साबुन और सौंदर्य प्रसाधनों में खुशबू के लिए जायफल का प्रयोग होता है।
मगर सीमित मात्रा से ज्यादा या लंबे समय तक जायफल का सेवन आपके स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है।
फॉर्टिस हॉस्पिटल, वसंत कुंज में एचओडी क्लिनिकल न्यूट्रीशनिस्ट एंड डायटिक्स सीमा सिंह कहती हैं, “खानपान में जायफल का इस्तेमाल जिस मात्रा में होता है, वह सुरक्षित स्तर माना जाता है। लेकिन अधिक मात्रा में और लंबी अवधि के लिए इसका सेवन संभवत: असुरक्षित हो सकता है।“
प्रतिदिन 120 मिग्रा या अधिक मात्रा में जायफल का लंबे समय तक सेवन करने से व्यक्ति भ्रमित अवस्था (hallucinations ) में जा सकता है और अन्य कई मानसिक प्रभाव भी पड़ सकता है।
अधिक मात्रा में जायफल का सेवन करने वाले लोगों को मितली आना, मुंह सूखना, चक्कर आना, अनियमित हृदय गति, घबराहट और भ्रम का शिकार होना जैसी समस्याएं पेश आयी हैं। कई बार यह घातक भी हो सकता है।
गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं के मामले में, खानपान में मौजूद मात्रा से कहीं अधिक मात्रा में जायफल का सेवन संभवत: असुरक्षित हो सकता है। इसकी वजह से गर्भपात या जन्मजात विकार भी हो सकते हैं।
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कस्टमाइज़ करेंखानपान में मौजूद मात्रा से अधिक जायफल का सेवन करने से स्तनपान कराने वाली माताओं के मामले में यह सुरक्षित होता है या नहीं, इस बारे में कोई खास भरोसेमंद जानकारी नहीं है। इसलिए बेहतर यही है कि सुरक्षित रहें और उतना ही सेवन करें जितना भोजन में आमतौर पर मौजूद मात्रा होती है।
आरंभिक शोध से ये संकेत मिले हैं कि अधिक मात्रा में जायफल का सेवन पुरुषों में प्रजनन क्षमता कम हो सकती है। लिहाज़ा, जो पुरुष बच्चा चाहते हैं उन्हें जायफल लेने से बचना चाहिए।
सीमा सिंह सुझाव दती हैं कि लिवर द्वारा जिन दवाओं की प्रकृति में बदलाव होता है उनके साथ जायफल का सेवन शरीर में कई तरह के असर पैदा कर सकता है और इसके साइड इफेक्ट भी होते हैं।
इसलिए यदि आप ऐसी दवाओं का सेवन कर रही हैं जिनमें लिवर द्वारा बदलाव होता है तो जायफल लेने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह अवश्यक कर लें।
साथ ही वे यह भी कहती हैं कि जायफल को 2 सप्ताह से अधिक अवधि के लिए नहीं लेना चाहिए क्योंकि यह गैस्ट्राइटिस या एसिडिटी को बढ़ाता है।
जायफल को अपनी दैनिक खुराक का हिस्सा बनाने से पहले, अपने डॉक्टर से अवश्य बात करें। गलती से भी जायफल की अधिक मात्रा न लें, क्योंकि यह आपके शरीर में विषाक्तता बढ़ा सकती है।
तो लेडीज, याद रखें कि खाना पकाते समय कम मात्रा में जायफल का प्रयोग करना पूरी तरह से सुरक्षित होता है। इसलिए, जायफल युक्त एग्नॉग या स्पाइस्ड केक का पूरा लुत्फ लें – लेकिन सीमित मात्रा में ही सेवन करें।
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