रहना है हेल्दी और फिट, तो जानिए अपने फूड के पीएच लेवल के बारे में सब कुछ

शरीर को बीमारियों से बचाए रखने के लिए आपको अपने शरीर का वातावरण और खाने के पीएच लेवल को जानना बहुत जरूरी है। कैसे जानें खाने का पीएच लेवल और कैसे रखें शरीर को बीमारियों से सुरक्षित आइए जानते हैं।
jane kya hai khane ka ph value
अगर किसी प्रोडक्ट की खरीदारी कर रही हैं, तो केमिकल लिखा हुआ देखकर घबराएं नहीं। यदि प्रोडक्ट नेचुरल के रूप में लेबल किया गया है, तो कुछ बातों का ध्यान रखें। चित्र- अडोबी स्टॉक
संध्या सिंह Published: 4 May 2023, 11:00 am IST
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मेडिकली रिव्यूड

एक पौधे को बढ़ने के लिए एक खास वातावरण की जरूरत होती है। वैसे ही हमारे शरीर में बीमारियों को पैदा होने के लिए एसिडिक वातावरण की जरूरत होती है। एल्कलाइन वातावरण में हमारे शरीर में कोई बीमारी पैदा नहीं होती है। इस एल्कलाइन और एसिडिक वातावरण को पीएच वैल्यू से देखा जाता है। जब आपके शरीर में पीएच लेवल संतुलित होता है, तब आप कम बीमार पड़ती हैं। यह वास्तव में आपके द्वारा लिए जाने वाले फूड पर निर्भर करता है। हेल्थ शॉट्स के इस लेख में एक डायटीशियन बता रहीं हैं अच्छी सेहत के लिए फूड के पीएच लेवल (ph level of foods) के बारे में सब कुछ।

यदि आपने स्कूल में कैमिस्ट्री पढ़ी है, तो आप अम्ल और क्षार के बारे में जानते होंगे। यदि नहीं, तो हम आपको बताते है, एसिड मूल रूप से जलीय घोल होते हैं। जिनका पीएच स्तर 7.0 से कम होता है जबकि क्षार का पीएच स्तर 7.0 से अधिक होता है। पानी 7.0 के पीएच के साथ तटस्थ घटक होता है। सरल शब्दों में, एसिड स्वाद में खट्टा होता है, जबकि क्षार ऐसे तत्व होते हैं, जो एसिड को बेअसर कर देते हैं।

क्या होता है जब आप एसिडिक खाद्य पदार्थों का सेवन करते हैं

पाचन की प्रक्रिया के दौरान हमारा पेट गैस्ट्रिक एसिड का उत्पादन होता है, जो भोजन को तोड़ने में मदद करता है। पेट में पीएच 2.0 से 3.5 के बीच होता है, जो अत्यधिक अम्लीय होता है लेकिन पाचन की प्रक्रिया के लिए आवश्यक है।

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फल और सब्जियों को एल्कलाइन खाद्य पादार्थ होते है। चित्र : शटरस्टॉक

हालांकि, कभी-कभी, अस्वास्थ्यकर जीवनशैली और खान-पान की आदतों के कारण, शरीर में अम्लीय स्तर बिगड़ जाता है, जिससे एसिडिटी, एसिड रिफ्लक्स और अन्य गैस्ट्रिक बीमारियां हो जाती हैं। कुछ लोग बड़ी मात्रा में अम्लीय खाद्य पदार्थ जैसे बर्गर, समोसा, पिज्जा, रोल, पनीर सैंडविच, कोला, डोनट्स, पेस्ट्री खाते हैं – जो लंबे समय में पेट में अम्लीय संतुलन को बाधित कर सकता है।

कैसे होते है एल्कलाइन खाद्य पदार्थ

आपका पीएच मुख्य रूप से आपके द्वारा खाए जाने वाले खाद्य पदार्थों के खनिज से तय होता है। पृथ्वी पर सभी जीवित जीव उचित पीएच स्तर बनाए रखने पर निर्भर करते हैं, और अक्सर यह कहा जाता है कि संतुलित पीएच वाले शरीर में रोग और किसी भी प्रकार का डिसऑडर शरीर से दूर रहता है।

एल्कलाइन खाद्य पदार्थ वो खाद्य पदार्थ होते हैं, जिनमें पानी की मात्रा काफी अधिक होती है। जैसे फल और कई ऐसी सब्जियां है जिसमें पानी भरपूर मात्रा में होता है। इन सभी फल और सब्जियों को एल्कलाइन खाद्य पादार्थों की श्रेणी में रखा जा सकता है।

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अधिकांश एल्कलाइन खाद्य पदार्थों को सुपरफूड माना जा सकता है। न केवल हमारे शरीर को स्वस्थ पीएच संतुलन बनाए रखने में मदद करने की क्षमता के लिए, बल्कि उनके पोषक तत्वो के कारण भी। एल्कलाइन खाद्य पदार्थ खाने से हम कैफीन, शराब और कुछ प्रोसेस्ड फूड जैसी चीजों में एसिड का प्रभावी ढंग से मुकाबला कर सकते हैं।

एल्कलाइन खाद्य पदार्थों के बारे में ज्यादा जानने के लिए हमने बात की डायटीशियन शिखा कुमारी से। शिखा सर्टिफाइड डायटिशियन और वेट लॉस एक्सपर्ट हैं।

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एल्कलाइन आहार एक प्रकार का आहार है, जो कैल्शियम, मैग्नीशियम और पोटेशियम जैसे क्षारीय खनिजों में उच्च खाद्य पदार्थों पर ध्यान केंद्रित करता है। यह शरीर के पीएच स्तर को संतुलित करने और अम्लता को कम करने में मदद कर सकता है।

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यह शरीर के पीएच स्तर को संतुलित करने और अम्लता को कम करने में मदद कर सकता है।

1 पत्तेदार साग: केल, पालक, ब्रोकोली और कोलार्ड ग्रीन जैसी सब्जियां अत्यधिक क्षारीय होती हैं और कैल्शियम, मैग्नीशियम और विटामिन के जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होती हैं।

2 फल: जामुन, खट्टे फल, सेब और नाशपाती सहित कई फल क्षारीय होते हैं और फाइबर, विटामिन और खनिज प्रदान करते हैं।

3 मेवे और बीज: बादाम, चिया के बीज, अलसी के बीज और कद्दू के बीज क्षारीय होते हैं और स्वस्थ वसा, प्रोटीन और फाइबर प्रदान करते हैं।

4 जड़ी-बूटियां और मसाले: तुलसी, अदरक, हल्दी और दालचीनी सहित कई जड़ी-बूटियाँ और मसाले क्षारीय होते हैं और भोजन में स्वाद और पोषक तत्व को बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किए जा सकते हैं।

5 साबुत अनाज: क्विनोआ, ब्राउन राइस और गेहूं की रोटी क्षारीय होती है और फाइबर, विटामिन और खनिज से भरपूर होती है।

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दिल्ली यूनिवर्सिटी से जर्नलिज़्म ग्रेजुएट संध्या सिंह महिलाओं की सेहत, फिटनेस, ब्यूटी और जीवनशैली मुद्दों की अध्येता हैं। विभिन्न विशेषज्ञों और शोध संस्थानों से संपर्क कर वे  शोधपूर्ण-तथ्यात्मक सामग्री पाठकों के लिए मुहैया करवा रहीं हैं। संध्या बॉडी पॉजिटिविटी और महिला अधिकारों की समर्थक हैं। ...और पढ़ें

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