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प्रेगनेंसी में फास्टिंग हो सकती है जोखिमकारक, जानिए इस बारे में क्या हैं विशेषज्ञों के सुझाव

गर्भवती महिलाओं के लिए यह (Fasting during pregnancy) चुनौतीपूर्ण हो सकता है। उपवास को अक्सर शरीर और मन को साफ और शरीर की गंदगी निकालने के रूप में देखा जाता है। लेकिन गर्भवती महिला को इस दौरान कुछ खास बातों का ध्यान रखना चाहिए।
Updated On: 4 Oct 2024, 07:55 pm IST
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fasting in pregnancy can be risky.
प्रेगनेंसी मे व्रत रहना हो सकता कमजोरी की कारण। चित्र- अडोबीस्टाॅक

नवरात्रि उत्सव शुरु हो चुका है। इस दौरान जहां पूरे गुजरात में लोग गरबा डांस करते हैं और बंगाल में माता के आगमन पर पंडाल लगाकर दुर्गा पूजा का आयोजन होता है। वहीं उत्तर भारत में इसे उपवास, आराधना और सात्विक तरीकों से मनाया जाता है। हालांकि सभी के लिए उपवास का अलग-अलग तरीका हो सकता है। कुछ लोग इसे वेट लॉस के लिए भी करते हैं। मगर गर्भवती महिलाओं को व्रत-उपवास की मनाही की जाती है। जबकि कुछ महिलाएं प्रेगनेंसी के दौरान भी व्रत रखती हैं। क्यों डॉक्टर प्रेगनेंसी में व्रत (Fasting during pregnancy) रखने के लिए मना करते हैं और इस दौरान कैसे रखा जा सकता है सेहत का ध्यान, आइए जानते हैं विस्तार से।

नौ दिनों के त्योहार नवरात्रि में कई लोग ऐसे हैं जो पूरे 9 दिन व्रत रखते हैं। जबकि कुछ लोग पहला और आखिरी, कुछ केवल सप्तमी-अष्टमी का उपवास करते हैं। साथ ही नौ दिन प्रार्थना और पारिवारिक समारोह भी चलते रहते हैं। गर्भवती महिलाओं के लिए यह (Fasting during pregnancy) चुनौतीपूर्ण हो सकता है। उपवास को अक्सर शरीर और मन को साफ और शरीर की गंदगी निकालने के रूप में देखा जाता है। लेकिन गर्भवती महिला को इस दौरान कुछ खास बातों का ध्यान रखना चाहिए।

एक्सपर्ट क्यों करते हैं प्रेगनेंसी में व्रत करने की मनाही (Health risks of Fasting during pregnancy)

प्रेगनेंसी के दौरान व्रत रखने से अचानक तेजी से भूख लग सकती है और फीटस को नुकसान हो सकता है। सिर्फ इतना ही नहीं ऐसा करने से बच्चे और मां को दूसरी कई तरह की बीमारियां हो सकती है जैसे- किडनी की बीमारियां, टाइप 2 डायबीटीज और कोरोनरी हार्ट डिजीज सहित कई सारी बीमारियां। इसीलिए अगर आप व्रत रखना ही चाहती हैं तो पूरी तरह से भोजन से परहेज न करें।

गर्भवती महिलाओं को आंशिक उपवास या फलाहार करना चाहिए। आप अपने डाइट में आसानी से पचने वाला खाना जैसे फल, मेवे और दही शामिल कर सकते हैं। विटामिन और मिनरल्स से भरपूर डाइट लें. ये पढें: Fasting in pregnancy : मां बनने वाली हैं और नवरात्र का व्रत रखा है, तो जरूर रखें इन बातों का ध्यान

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प्रेगनेंसी के दौरान स्वस्थ खाने में यह जानना जरूरी है कि कितना खाना है और कौन से खाद्य पदार्थ स्वस्थ हैं। चित्र- अडोबी स्टॉक

प्रेगनेंसी में फास्टिंग के लिए विशेषज्ञ सुझाव (Expert tips fasting during pregnancy)

इस बारे में श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टीट्यूट, दिल्ली में चीफ डायटिशियन, प्रिया पालीवाल कहती हैं कि “प्रेग्नेंसी के दौरान उपवास रखने को लेकर कुछ बातें ध्यान में रखना बेहद जरूरी है। हर महिला का शरीर और गर्भावस्था अलग होती है, इसलिए आपकी सेहत और बच्चे की सुरक्षा सबसे पहले है। सबसे पहले तो आप उपवास रखने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें।

अगर आपका डॉक्टर उपवास की अनुमति देता है, तो ध्यान रखें कि शरीर में पानी की कमी बिल्कुल न हो, पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। आप नारियल पानी, सूप या लस्सी जैसी चीजें भी ले सकती हैं, ताकि शरीर में पोषक तत्वों की कमी न हो। उपवास के दौरान अगर आपको कमजोरी, चक्कर या थकान महसूस हो, तो तुरंत उपवास तोड़ दें और कुछ पौष्टिक खाएं।

ध्यान रखें कि आप दिनभर भूखी न रहें इसलिए सूखे मेवे, फल, या हल्की चीजें खाने का विकल्प चुनें। प्रोटीन और विटामिन से भरपूर चीजों का सेवन करें जैसे दही, पनीर, फल आदि। खाने के समय पर ध्यान दें और जितना हो सके तनावमुक्त और आरामदायक रहें। ध्यान रखें कि बच्चे का विकास आपकी सेहत पर निर्भर करता है, इसलिए खुद को और अपने बच्चे को प्राथमिकता दें।”

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एक थकान भरे दिन में एनर्जी के लिए आप किस पर भरोसा करती हैं?
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9 दिनों तक सभी चीजों का बार बारी से अपनी मेन्यू में शामिल करें। इससे शरीर को भरपूर पोषण मिलता है।

गर्भवती महिलाओं के लिए एक सेफ नवरात्रि फास्ट डाइट प्लान (Safe Navratri diet plan for pregnant women)

डाॅ प्रिया आगे बताती हैं कि ‘आप कैसे इन नौ दिनों के लिए अपनी सुविधानुसार डाइट प्लान बना सकती हैं,नवरात्रि के दौरान प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए उपवास करते समय पौष्टिकता का ध्यान रखना जरूरी है। यहां एक नवरात्रि फास्ट डाइट प्लान दिया गया है:

सुबह का नाश्ता

  1. सिंघाड़े के आटे के पैनकेक, जिसे दूध के साथ बनाया गया हो। या कूट्टू की इडली और अप्पम जिसमें गाजर, शिमला मिर्च की फिलिंग कर सकते हैं।
  2. फल जैसे 1 केला या एक कटोरी सेब।
  3. साथ में एक कप दूध, आप इसे गर्म करके पी सकते हैं।

दोपहर का भोजन 

  • सिंघाड़े का आटा या कुट्टू के आटे से बनी 1-2 चपाती या पराठा।
  • 1-2 उबले हुए आलू, उन्हें चाट मसाला और नींबू के रस के साथ खा सकते हैं या फिर घी और जीरा के साथ कल्हार सकते हैं, इसमें सेंधा नमक मिलाकर सब्जी की तरह खा सकते हैं।
  • साथ मे 1 कटोरी दही लें।

शाम का नाश्ता

  • फल जैसे 1 संतरा या 1 सेब। एक मुट्ठी रोस्टेड नट्स जैसे मूंगफली या काजू।

रात का भोजन

  1. सिंघाड़े के आटे या कुट्टू के आटे कि 1-2 चपाती या पराठा।
    उबली हुई सब्जी जैसे लौकी या टिंडे या फिर सामान्य के चावल की खिचड़ी भी ले सकते हैं। साथ में दही 1 कटोरी।
  2. अगर आप एक बार अन्न ले रहे हैं, तो सामान्य खाना खा सकते हैं।
  3. सोने से पहले एक गिलास गर्म दूध, जिसमें एक चुटकी हल्दी डाल सकते हैं।
  4. यह डाइट प्लान सामान्य सुझावों पर आधारित है। अपनी व्यक्तिगत ज़रूरतों के अनुसार इसमें बदलाव कर सकती हैं।

प्रेगनेंसी में व्रत करने से पहले आपको इन बातों पर ध्यान देना चाहिए ध्यान (Things to keep in mind if you are fasting during pregnancy)

  1. व्रत रखने से पहले हेल्थ कंडीशन पर गौर करें, पहले अपना फिजिकल चेकअप करवाएं और डॉक्टर से बात करें।
  2. अगर आपकी प्रेगनेंसी में कोई काॅम्लीकेशन रही है या कभी मिसकैरेज हुआ है, तो व्रत रखने से बचें।
  3. आप प्रेगनेंसी के किस सप्ताह में हैं, इस बात का ध्यान रखें। इससे व्रत रखते समय अपनी भूख को मैनेज करने में मदद मिल।
  4. व्रत के दौरान अतिरिक्त कामकाज करने से बचें।
  5. समय-समय पर पानी पीती रहें, बॉडी को हाइड्रेट रखें।
  6.  प्रेगनेंसी के 9वें महीने में व्रत रखने से बचें।

यह भी देखें: – Foods in Pregnancy : जच्चा-बच्चा दोनों की सेहत के लिए जरूरी है प्रेगनेंसी में इन 4 पोषक तत्वों पर ध्यान देना

डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

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लेखक के बारे में
जान्हवी शुक्ला
जान्हवी शुक्ला

कानपुर यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट जान्हवी शुक्ला जर्नलिज्म में मास्टर्स की पढ़ाई कर रही हैं। लाइफस्टाइल, फूड, ब्यूटी, हेल्थ और वेलनेस उनके लेखन के प्रिय विषय हैं। किताबें पढ़ना उनका शौक है जो व्यक्ति को हर दिन कुछ नया सिखाकर जीवन में आगे बढ़ने और बेहतर इंसान बनाने में मदद करती हैं।

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