Too much lemon side effects : नींबू का ज्यादा सेवन भी हो सकता है नुकसानदेह, जानिए इसके 5 साइड इफैक्ट्स

नींबू में कई महत्वपूर्ण पोषक तत्व पाए जाते हैं, वहीं एक सीमित मात्रा में इसे लेना सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है। पर यदि आप इसकी मात्रा का ध्यान नहीं रखती हैं, तो इसके सकारात्मक प्रभाव नकारात्मक प्रभाव में बदल सकते हैं।
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विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंटस से भरपूर नींबू की अधिकता सेहत को नुकसान पहुंचा सकती है। चित्र शटरस्टॉक.
अंजलि कुमारी Updated: 17 Jun 2024, 11:48 am IST
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इनपुट फ्राॅम

गर्मी में लोग अधिक फ्रिक्वेंटली नींबू पानी पीते हैं, वहीं कुछ लोग बिना सोचे समझे पानी में एक साथ 2 से 3 नींबू निचोड़ देते हैं। कुछ लोगों को अपने सलाद, सब्जी, आदि में भी नींबू निचोड़ कर खाने की आदत होती है। पर क्या आपको मालूम है, नींबू की अधिकता आपके लिए हानिकारक हो सकती है। नींबू में कई महत्वपूर्ण पोषक तत्व पाए जाते हैं, वहीं एक सीमित मात्रा में इसे लेना सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है। पर यदि आप इसकी मात्रा का ध्यान नहीं रखती हैं, तो इसके सकारात्मक प्रभाव नकारात्मक प्रभाव में बदल सकते हैं।

अधिक मात्रा में नींबू लेने से (too much lemon side effects) होने वाले साइड इफेक्ट्स को समझने के लिए हेल्थ शॉट्स ने मैक्स हॉस्पिटल, गुड़गांव की क्लीनिकल न्यूट्रीशनिस्ट और डायटेटिक्स सुरभि शर्मा से बात की। तो चलिए जानते हैं इस बारे में अधिक विस्तार से।

जानें इसपर क्या कहती हैं एक्सपर्ट

डाइटिशियन के अनुसार “यदि आपने हाल ही में नींबू का सेवन बढ़ा दिया है, तो ऐसे में कई संभावित लक्षणों के बारे में जानना ज़रूरी है। इनमें दांतों की संवेदनशीलता या दांतों के इनेमल के क्षरण के कारण होने वाला दर्द, साथ ही गले में जलन, अपच और एसिड रिफ्लक्स से जुड़े अन्य लक्षण शामिल हैं।”

“इसके अलावा, नींबू से मिलने वाले विटामिन सी की अधिकता से मतली, दस्त और पेट में ऐंठन हो सकती है। आपको मुंह के छालों से चुभन का एहसास भी हो सकता है। गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज (जीईआरडी) वाले लोगों के लिए, नींबू का सेवन हार्टबर्न और उल्टी जैसे लक्षणों को बढ़ा सकता है।”

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नींबू के छिलकों में उच्च मात्रा में एंटीऑक्सीडेंटस पाए जाते हैं, जो त्वचा को फ्री रेडिकल्स के प्रभाव से बचाने में मदद करते हैं। चित्र : अडोबी स्टॉक

जानें नींबू की अधिकता के संभावित साइड इफेक्ट्स (too much lemon side effects)

1. यह इनेमल एरोज़न या दांतों की सड़न का कारण बन सकता है

नींबू अत्यधिक एसिडिक और खट्टा फल है। यदि कोई व्यक्ति नींबू के रस का बार-बार और अधिक सेवन करता है, तो नींबू की एसिडिक प्रकृति के कारण उन्हें दस्तों में sensitivity और दांतों की सड़न का अनुभव हो सकता है। दांतों की सड़न की प्रक्रिया को धीमा करने के कुछ तरीके हैं, नींबू के सीधे संपर्क से बचने के लिए स्ट्रॉ का उपयोग करें, नींबू का रस पीने के बाद दांतों को ब्रश करें और नींबू के रस के साथ ढेर सारा पानी पिएं।

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2. यह पेट की समस्या और हार्टबर्न को बढ़ा सकता है

जो लोग बहुत अधिक खट्टे फल खाते हैं, वे अक्सर गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं, जैसे हार्टबर्न, एसिड रिफ्लक्स, मतली और उल्टी से पीड़ित हो सकते हैं। यदि आपको ऐसा कोई लक्षण महसूस होता है, तो आपको नींबू पानी पीने से पहले डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए। गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज (जीईआरडी) वाले लोगों को नींबू के रस का अधिक सेवन करने से बचना चाहिए।

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हार्ट बर्न जैसी समस्याएं हो सकती हैं। चित्र ;शटरस्टॉक।

3. डिहाइड्रेशन

जब आप नींबू का रस पीते हैं, तो यह शरीर से टॉक्सिक पदार्थों को बाहर निकालता है। लेकिन, क्या आप जानती हैं, कि बहुत ज़्यादा नींबू आपके यूरिन पास करने की इच्छा को बड़ा कर सकता है, जिससे आपको बार-बार बाथरूम जाना पड़ सकता है। इसलिए, हमेशा नींबू के साथ ढेर सारा पानी पीना चाहिए।

4. ड्राई स्किन

इसे आपकी त्वचा में ड्राइनेस पैदा करने के लिए जाना जाता है और यही कारण है कि तैलीय त्वचा वालों को इसका सेवन करने की सलाह दी जाती है। हालांकि, अगर आपकी त्वचा रूखी है और आप नियमित रूप से नींबू पानी/नींबू पानी पीते रहती हैं, तो इससे आपके शरीर में और रूखापन आ सकता है, जिसके परिणामस्वरूप त्वचा रूखी और परतदार हो सकती है।

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अच्छे स्किन केयर रूटीन के साथ अपनी स्किन को ठीक कर सकते है। । चित्र : शटरस्टॉक

5. माइग्रेन का कारण बनता है

नींबू एक प्राकृतिक मोनोमाइन उत्पन्न करता है जिसे टायरामाइन कहा जाता है। इस टायरामाइन के कारण सिरदर्द होता है। कई मामलों में साइट्रस माइग्रेन और सिरदर्द का कारण बनता है। हालांकि, इस अवधारणा के लिए कोई उचित प्रमाण नहीं है, लेकिन कुछ अध्ययनों ने खट्टे फलों के सेवन और माइग्रेन को जोड़ा गया है।

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इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी से जर्नलिज़्म ग्रेजुएट अंजलि फूड, ब्यूटी, हेल्थ और वेलनेस पर लगातार लिख रहीं हैं। ...और पढ़ें

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