हमारे शरीर को स्वस्थ रखने के लिए सभी आवश्यक पोषक तत्वों की जरूरत होती है। इनमें कैल्शियम, विटामिन्स और प्रोटीन के बारे में तो हम जानते हैं, पर फॉस्फोरस () को अकसर इग्नोर कर जाते हैं। पर शायद आप नहीं जानती कि ये जरूरी खनिज न केवल हमारे पाचन तंत्र को बूस्ट करता है, बल्कि हार्ट बीट को कंट्रोल कर हृदय स्वास्थ्य को भी बनाए रखता है। तो क्यों न इस जरूरी पोषक तत्व (Phosphorus in diet) के बारे में ठीक से जानें।
फास्फोरस हमारें शरीर के लिए बेहद आवश्यक मिनरल है, विशेषज्ञों के अनुसार फास्फोरस की पर्याप्त मात्रा के बिना शरीर का सामान्य रूप से काम करना असंभव होता है। क्योंकि मानव शरीर में फॉस्फोरस सबसे ज्यादा पाए जाने वाला मिनरल है। इसके अलावा फास्फोरस हड्डियों के लिए बेहद महत्वपूर्ण होता है, और हड्डियों के स्वस्थ रहने के लिए कैल्शियम के बाद फास्फोरस महत्वपूर्ण तत्व माना जाता है।
कैल्शियम के बाद फास्फोरस दूसरा ऐसा मिनरल है, जो हमारी हड्डियों और दांतों को मजबूत करने के लिए जरूरी होता है। नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉरमेशन की रिसर्च के अनुसार हमारे शरीर में मौजूद करीब 85 प्रतिशत फास्फोरस हमारी हड्डियों और दातों में ही पाया जाता है।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार विटामिन बी की उपस्थिति में फास्फोरस हमारी हार्ट बीट को सामान्य बनाए रखने में मदद करता है। इसी कारण डाइट में फास्फोरस की सही मात्रा लेना जरूरी है। अगर हम अपनी डाइट में सही मात्रा में फास्फोरस लेते हैं, तो हम अपनी हर्टबीट को कंट्रोल कर सकते हैं।
न्यूट्रिशन जर्नल की रिसर्च के अनुसार फास्फोरस युक्त खाद्य पदार्थ आपकी पाचन क्रिया को बढ़ावा देते हैं। जबकि इसकी कमी पाचन संबंधी समस्याओं जैसे गैस और एसिडिटी का कारण बन सकती है। इसलिए अपने आहार में उचित मात्रा में फॉस्फोरस को शामिल करना जरूरी है, जिससे भोजन ठीक प्रकार से शरीर में इस्तेमाल होकर एनर्जी का निर्माण कर सके।
वजन घटाने के लिए एक बैलेंस डाइट लेना बेहद जरूरी है, जिसमें सभी प्रकार के मिनरल्स समान मात्रा में हो। न्यूट्रिशन एंड डायबिटीज की रिसर्च में पाया गया है कि फास्फोरस युक्त खाद्य पदार्थ का सेवन करने से भूख में कमी आने के साथ-साथ चर्बी कम करने में भी मदद मिलती है। इसी कारण फॉस्फोरस युक्त खाद्य पदार्थ का सेवन करना लाभदायक है।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार हर उम्र के अनुसार व्यक्ति को एक फिक्स मात्रा में फास्फोरस की आवश्यकता होती है। उम्र के अनुसार हमारे शरीर को प्रतिदिन इस प्रकार फास्फोरस की जरूरत होती है –
6 महीने तक के बच्चे को 100 mg तक प्रतिदिन फॉस्फोरस की जरूरत होती है।
7 महीने से एक साल तक के बच्चे को 275 mg तक फास्फोरस की जरूरत होती है।
1 से लेकर 3 साल तक के बच्चे को 470 mg फास्फोरस की जरूरत होती है।
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कस्टमाइज़ करें4 से लेकर 8 साल तक के बच्चे को 500 mg तक फास्फोरस लेना जरूरी है।
वही 9 से 18 साल तक के लोगों को प्रतिदिन 1250 mg तक फास्फोरस लेना चाहिए।
इसके अलावा 19 साल से बड़ी उम्र के वयस्कों को प्रतिदिन 700 mg तक ही फास्फोरस लेना चाहिए।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार इन चीजों का सेवन करने से आपको भरपूर मात्रा में फास्फोरस मिल सकता है।
साबुत अनाज के साथ-साथ ड्राई फ्रूट में भरपूर मात्रा में फास्फोरस पाया जाता है। इसके अलावा आलू, लहसुन, दूध, दही,मसूर की दाल, राजमा, चावल ओटमील, तिल, टमाटर, गोभी आदि में भी फास्फोरस मौजूद होता है।
अगर आप नॉनवेज का सेवन करना पसंद करती हैं तो आपको चिकन, सालमन फिश, मीट और अंडों से फास्फोरस मिल सकता है।
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