ऑफिस पहुंचते ही काम की शुरूआत के लिए आपको चाय आया कॉफी की जरूरत होती है। ये एक कप आपको मेंटली बूस्ट करने में मदद करता है। पर क्या आपकी चाय या कॉफी में पाउडर मिल्क का इस्तेमाल हो रहा है? अगर हां, तो अब आपको सावधान होने की जरूरत है। असल में हर रोज़ लंबे समय तक पाउडर मिल्क वाली चाय या कॉफी पीने से न केवल आपका वज़न बढ़ सकता है, बल्कि ये आपकी हार्ट हेल्थ के लिए भी खतरनाक हो सकता है। यहां जानिए क्या हो सकते हैं पाउडर मिल्क के स्वास्थ्य जोखिम (side effects of powder milk)।
हर रोज़ दूध लाने और उबालने (Boiling) के झंझट की वजह से कई लोग आजकल मिल्क पाउडर का इस्तेमाल करते हैं। मिल्क पाउडर की वजह से दूध को खराब होने से बचाने के लिए उसे रेफ्रिजरेट करने या उबालने की चिंता करने की जरूरत नहीं है। कई लोग ऑफिस में अपनी चाय या कॉफी में मिल्क पाउडर का इस्तेमाल करते हैं। क्योंकि दूध हर जगह नहीं मिल्क सकता है और मिल्क पाउडर को कैरी करना भी आसान होता है।
ऐसे में जिन लोगों को मिल्क पाउडर का इस्तेमाल करने की आदत पड़ जाती है वे चाय या कॉफी को हर रोज़ मिल्क पाउडर के साथ बनाना पसंद करते हैं। मगर क्या मिल्क पाउडर का इस्तेमाल करना सही है? क्या यह आपके स्वास्थ्य के लिए हेल्दी है? चलिये पता करते हैं।
कच्चे दूध में मोटे तौर पर 87.3 प्रतिशत पानी, 3.9 प्रतिशत मिल्क फैट और 8.8 प्रतिशत प्रोटीन, दूध चीनी, खनिज, आदि होते हैं। दूध पाउडर प्राप्त करने के लिए, कच्चे दूध को तब तक वेपोराइज़ किया जाता है जब तक कि वह दूध के ठोस पदार्थों को छोड़कर नमी की मात्रा को कम न कर दे।
दूध पाउडर वेपोराइज़ दूध है, जिसे आगे गाढ़ा और प्रोसेस्ड किया जाता है। वेपोराइजेशन (Vaporization) की प्रक्रिया के दौरान, किसी भी जीवाणु वृद्धि को रोकने के लिए नियंत्रित तापमान के तहत दूध को भी पास्चुरीकृत (Pasteurization) किया जाता है।
दूध के समान, पाउडर मिल्क भी पोषक तत्वों से भरा होता है। यह आवश्यक खनिजों और विटामिन जैसे मैग्नीशियम, कैल्शियम, जिंक, पोटेशियम के साथ-साथ विटामिन A, D, E और के का एक अच्छा स्रोत है।
मिल्क पाउडर अन्य महत्वपूर्ण पोषक तत्वों जैसे अमीनो एसिड और एंटीऑक्सिडेंट (Antioxidants) की आपकी दैनिक खुराक को भी पूरा करता है, जो सेलुलर विकास, शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली (Immunity) को उत्तेजित करने, कैल्शियम अवशोषण आदि जैसे कई कार्यों के लिए जिम्मेदार हैं।
अब आपको यह तो पता चल ही गया होगा कि पाउडर मिल्क में दूध के समान पोषक तत्व होते हैं। मगर, इसका सेवन हर रोज़ नही करना चाहिए क्योंकि इनमें कोलेस्ट्रॉल और चीनी की मात्रा अधिक होती है। यदि इसे सही से स्टोर न किया जाए तो यह बैक्टीरिया को भी विकसित कर सकता है।
पब मेड सेंट्रल के अनुसार पाउडर दूध में कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) होता है। यह कोलेस्ट्रॉल धमनियों की दीवार से चिपक जाता है और रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाता है। दूध की शेल्फ लाइफ को बढ़ाने के लिए, इसमें आर्टीफिशियल मिल्क पाउडर जोड़ा जाता है जो आगे चलकर प्लेक बनने का कारण बन सकता है, जो हृदय रोगों की शुरुआत है।
किसी भी चीज़ में कोलेस्ट्रॉल होना सेहत के लिए अच्छा नहीं होता है। यह हार्ट हेल्थ के लिए हानिकारक है, क्योंकि ये आपकी आर्टरी में जमा हो सकता है और खून को रोक सकता है।
जिन लोगों को डायबिटीज है उन्हें मिल्क पाउडर का भूलकर भी इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, क्योंकि इसमें चीनी की मात्रा अधिक होती है। ऐसे में यह आपके ब्लड शुगर लेवल को तेज़ी से बढ़ा सकता है जो कि काफी हानिकारक है।
ये हाई कोलेस्ट्रॉल है इसका मतलब है कि इसमें गुड फैट नहीं होता है। इसलिए यह आपका वज़न बढ़ा सकता है। यदि आप वेट लॉस डाइट पर हैं तो इसका इस्तेमाल न करें।
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