इस वर्ष को बजट के दौरान बाजरा का वर्ष घोषित किया गया है। जब हम बाजरे पर पहले से ज्यादा ध्यान दे सकते हैं। यह मोटा अनाज अपने पोषण मूल्य के कारण हमेशा से खास रहा है। पर कुछ लोगों को इसके सेवन से पाचन संबंधी समस्याएं होने लगती हैं। अगर आप भी उनमें से एक हैं, तो यकीनन आप इसके सेवन में कुछ गलती कर रहे हैं। तो आपकी मदद करने के लिए हेल्थ शाॅट्स यहां है। हम आज आपको बताने वाले हैं बाजरे के सेवन का सही तरीका। ताकि आप इसकी गुडनेस का लाभ ले सकें।
यह अत्यधिक पौष्टिक मोटे अनाज वाली खाद्य फसल है। बाजरे की ज्यादातर प्रजाति भारत में उगाई जाती है, क्योंकि यहां का मौसम इसकी खेती के लिए अनुकूल है। स्वास्थ्य दृष्टिकोण से यदि देखें, तो बाजरे के कई सारे फायदे हैं। इसलिए इस न्यूट्रीशियस अनाज का प्रयोग दुनिया भर में बढ़ा है। हालांकि कुछ लोग इसे खाने के बाद ब्लोटिंग और कब्ज की समस्या की शिकायत करते हैं। क्या बाजरा खाने के कुछ सही तरीके हैं? चलो पता करते हैं।
अभी कुछ दिन पहले, सेलिब्रिटी न्यूट्रीशनिस्ट मुनमुन गनेरीवाल ने अपने हाल के इंस्टाग्राम वीडियो में बाजरे की खूब तारीफ की थी। कई सारी बाजरे की प्रजाति में रागी (Finger Millet), ज्वार (Sorghum), पर्ल बाजरा (Pearl Millet), फॉक्सटेल मिलेट, लिटल मिलेट, प्रोसो मिलेट प्रमुख हैं। गनेरीवाल ने लिटिल मिलेट और प्रोसो मिलेट को गर्मी के खानपान के अनुकूल बताया। ये दोनों बाजरे शरीर को ठंडा रखते हैं।
गनेरीवाल ने बताया कि इसे खाने के बाद कुछ लोगों को कब्ज की समस्या होती है। इसके कारण लोग इसे खाना पसंद नहीं करते हैं। बाजरा खाने के बाद कब्ज की समस्या पैदा न हो और उन्हें अपने आहार में शामिल किया जा सके, इसे बताने के लिए यहां कुछ तरीके दिए गए हैं:
1 शुरुआत में अपने आहार में बाजरा को शामिल करते समय यह ध्यान रखें कि उन्हें दिन में सिर्फ एक बार खाया जाए। ऐसा तब तक करते रहें जब तक आपके शरीर को इनकी आदत न पड़ जाए। कुछ दिनों बाद इसे दिन में दो या तीन बार भी बढ़ा सकती हैं।
2 बाजरे से कब्ज नहीं होता है। जब आप बाजरे जैसा मोटा अनाज खाती हैं, तो उसे ठीक से चबाकर खाने की सलाह दी जाती है। इससे इसे पचाने में आपका डायजेस्टिव सिस्टम सही तरीके से काम कर पाएगा।
3 जब आप अपने आहार में बाजरा शामिल करती हैं, तो आपको दिन भर में पर्याप्त मात्रा में पानी पीने की आदत भी डालनी होगी।
1 बाजरा बच्चों के ग्रोथ रेट को बढ़ाने के लिए जाना जाता है। इसे वे अपने भोजन में चावल की जगह ले सकते हैं। ये फाइबर से भरपूर होते हैं, जिससे यह छोटे बच्चों और बड़े बच्चों के लिए सुपरफूड है।
2 कैल्शियम और मैग्नीशियम भरपूर होने के कारण यह हड्डियों को मजबूती प्रदान कर सकता है।
3 बाजरा हाई एंटीऑक्सीडेंट फूड है, जो डायबिटीज को नियंत्रित करने में मदद करता है। यह हार्ट को भी स्वस्थ रखता है।
5 बाजरा एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होने के कारण इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है। स्किन और हेयर को ग्लोइंग ऐंड शाइनिंग बनाता है।
6 कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स के कारण बाजरा डायबिटीज पेशेंट या इंसुलिन रेसिस्टेंट लोगों के लिए एक वरदान है।
यदि ये सभी बातें जानकर आप इसके प्रति आश्वस्त हो गई हैं, तो इस सुपरफूड को अपने खाने में शामिल कर लें। आटा और अनाज दोनों रूपों में उपलब्ध बाजरे से दलिया, चीला, पराठा, खिचड़ी, उपमा, डोसा, पुलाव और यहां तक कि इडली भी तैयार की जा सकती है।
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