अकसर हम गर्मी के मौसम में अखरोट खाना छोड़ देते हैं। इसके पीछे वजह यह होती है कि हम नट्स को गर्म प्रकृति का मान लेते हैं। दूसरी ओर, गर्मियों में नट्स को हेल्दी विकल्प के तौर पर लिया जा सकता है। नट्स, जैसे बादाम, ब्राजील नट्स, काजू, हेज़लनट्स, मैकाडामिया, पाइन नट्स, पिस्ता के साथ-साथ अखरोट भी एक ऐसा सुपरफूड है जिसका सेवन समग्र स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद माना जाता है। यह हार्ट डिजीज या डायबिटीज जैसी क्रोनिक बीमारियों के जोखिम को कम करने में मदद कर सकते हैं। ध्यान बस इतना देना है कि गर्मियों में अखरोट खाने का सही तरीका (best way to eat walnuts in summer) आपको पता हो।
हृदय रोग का जोखिम लंबे समय से हाई बैड एलडीएल कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड लेवल से जुड़ा हुआ है। नियमित रूप से अखरोट खाने से कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम होता है। साल के किसी भी समय खराब कोलेस्ट्रॉल बढ़ सकता है, लेकिन नियमित रूप से अखरोट खाने से इससे निपटने में मदद मिल सकती है।
अखरोट खाने से अच्छी नींद आ सकती है, क्योंकि इसमें मेलाटोनिन रसायन होता है। मेलाटोनिन च्छी नींद दिलाने में अहम भूमिका निभाते हैं। यदि आप सुबह और सोने से ठीक पहले भीगे हुए अखरोट खाती हैं, तो आपको अच्छी नींद आ सकती है।
दो भोजन के बीच जब भूख लगे, तो जंक फूड न खाएं। इसकी जगह भीगे हुए अखरोट खाएं। फाइबर से भरपूर होने के कारण ये भरा हुआ महसूस कराते हैं। इससे वजन कम हो पाता है। अखरोट हेल्दी फैट, फाइबर और प्रोटीन का एक समृद्ध स्रोत है। यह गर्मी के दौरान दिन भर काम करने के लिए आवश्यक ऊर्जा दे सकता है। एनर्जी बढ़ाने के लिए इसे किसी भी समय लिया जा सकता है।
अखरोट में एंटीऑक्सीडेंट और पोषक तत्व होते हैं, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद कर सकते हैं। स्वस्थ और मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली यह सुनिश्चि करता है कि गर्मियों में सर्दी-जुकाम और बीमारियों के प्रति कम संवेदनशील हो पाता है। यदि प्लांट बेस्ड मिल्क का सेवन करती हैं, तो रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए इसके दूध का सेवन किया जा सकता है।
किसी भी अन्य नट्स की तुलना में अखरोट में सबसे अधिक एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं। अखरोट में विटामिन ई, मेलाटोनिन और पॉलीफेनोल प्लांट केमिकल एंटीऑक्सीडेंट के स्रोत हैं। एंटीऑक्सीडेंट स्किन को यूवी किरणों से बचाने में मदद कर सकते हैं।
गर्मी में सूजन की समस्या अधिक होती है, जो ऑक्सीडेटिव तनाव के कारण हो सकती हैं। अनेक क्रोनिक डिजीज सूजन के साथ शुरू होते हैं। अखरोट में पाए जाने वाले पॉलीफेनॉल सूजन और ऑक्सीडेटिव डैमेज से लड़ने में मदद कर सकते हैं। अखरोट में पॉलीफेनॉल का सबक्लास एलागिटैनिन मौजूद होता है। यह गर्मियों में होने वाली सूजन को कम करने में मदद कर सकता है।
अखरोट की तासीर गर्म होती है। यही कारण है कि इसका ज्यादातर सेवन सर्दियों में किया जाता है। इसके फायदों को देखते हुए अखरोट को गर्मी में भी खाने की सलाह दी जाती है। हालांकि इसका सेवन सीमित मात्रा में होना चाहिए। गर्मी में अखरोट खाने का सबसे अच्छा तरीका है, रात भर पानी में इसे भिगोकर रखें। और फिर सुबह खा लें। इस के लिए 2-4 अखरोट को रात भर एक कप पानी में भिगो कर रख दें। अगली सुबह खाली पेट सबसे पहले इन्हें खा लें।जब अखरोट को भिगोया जाता है, तो शरीर पोषक तत्वों को अधिक आसानी से अवशोषित कर सकता है।
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