विटामिन सी (Vitamin C) का सबसे बढ़िया स्रोत है नींबू। यह न सिर्फ वजन घटाने में कारगर है, बल्कि पूरे शरीर को डिटॉक्सीफाई करने में भी मदद करता है। यह इम्यून सिस्टम को मजबूती प्रदान करने में भी कारगर है। अक्सर ज्यादातर महिलाओं वेट लॉस के लिए दिन की शुरुआत नींबू पानी से करती हैं। सैलेड पर भी हम नींबू का रस निचोड़ना नहीं भूलते हैं। पर क्या आप जानती हैं कि गुणों की खान नींबू का सेवन अगर ज्यादा मात्रा में किया जाए तो यह आपको कई तरह के नुकसान भी दे सकता है।
फूड एक्सपर्ट श्रुति भाटिया बताती हैं, अक्सर हम दांतों की सफाई के लिए भी घरेलू उपचार के तौर पर नींबू-नमक का प्रयोग करते हैं। नींबू पानी पीने से सबसे पहले हमारे दांत उसके संपर्क में आते हैं। यदि आप रोजाना नींबू पानी लेती हैं, तो बीच-बीच में ब्रेक भी जरूर लें। नींबू के रस में मौजूद एसिड आपके दांतों के इनेमल को नुकसान पहुंचा सकता है। यदि आप नींबू पानी लेती हैं, तो उसके तुरंत बाद थोड़ा-सा सादा पानी पीना न भूलें। इससे आपके दांतो पर नींबू का एसिड ठहर नहीं पाएगा।
नींबू हमारी आंतों को भी नुकसान पहुंचा सकता है। इसके अत्यधिक सेवन से हार्ट बर्न होने की संभावना हो सकती है। पेट में अल्सर होने का खतरा बढ़ सकता है। यदि पानी में 3-4 चम्मच नींबू निचोड़ कर आप लेती हैं, तो सावधान हो जाइए। इससे गैस्ट्रोइसोफेगल रिफ्लक्स (GRD) या एसिड रिफ्लक्स (Acid Reflux) जैसी पेट की बीमारियां हो सकती हैं। नींबू प्रोटीन को तोड़ने वाले एंजाइम पेप्सिन को सक्रिय कर देता है। इसके अधिक सेवन से पेप्टिक अल्सर की संभावना बढ़ जाती है। ज्यादातर मामलों में अल्सर के लिए एसिडिक जूस को ही जिम्मेदार माना जाता है। कभी-कभी नींबू का एसिड घबराहट, बेचैनी और उल्टी जैसे सिम्पटम्स को भी बढ़ावा देने लगता है। यदि आप इन सभी समस्याओं से जूझ रही हैं, तो नींबू पानी पीने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।
रिसर्च बताते हैं कि बहुत अधिक नींबू पानी पीने से गले में घाव हो सकते हैं। नींबू, इमली, कच्चा आम जैसी खट्टी चीजों के अत्यधिक प्रयोग से गले में दर्द और टॉन्सिल की समस्या हो सकती है।
यदि आपको माइग्रेन की समस्या है, तो नींबू पानी या किसी सामग्री में नींबू का रस डालकर खाने की आदत को खत्म करना होगा। नींबू में मौजूद टाइरामाइन सिर दर्द को बढ़ा देता है। कुछ लोगों को खाली पेट नींबू पानी लेने से गैस बनने लगती है, जिससे सिर दर्द होने लगता है।
नींबू के रस के अत्यधिक सेवन से हड्डियाें के प्रभावित होने की भी आशंका होती है। नींबू में मौजूद एसिड बोंस में मौजूद ऑयल को पूरी तरह एब्जॉर्व कर लेते हैं। इससे हड्डियां कमजोर हो सकती हैं और बोंस रिलेटेड प्रॉब्लम्स हो सकते हैं। यदि आप रूमेटाइड अर्थराइटिस, हाइपर एसिडिटी जैसी समस्या से जूझ रही हैं, तो नींबू पानी को एवॉयड करें।
डॉ भाटिया कहती हैं, “नींबू आपकी सेहत के लिए फायदेमंद हो सकता है। पर आपको इसे लेने का सही तरीका पता होना चाहिए।
1 कभी-भी दही के साथ नींबू न लें। इससे सर्दी-जुकाम, साइनस या एलर्जी भी हो सकती है।
अपनी रुचि के विषय चुनें और फ़ीड कस्टमाइज़ करें
कस्टमाइज़ करें2 पपीते के साथ नींबू का सेवन नहीं करना चाहिए। नींबू की तासीर ठंडी होती है। इसलिए गर्मी में इसका प्रयोग अधिक किया जाता है। जाड़े के दिनों में नींबू का प्रयोग न के बराबर किया जाता है।
3 यदि आप चेहरे को साफ करने के लिए नींबू के रस का इस्तेमाल करती हैं, तो सिर्फ इसे कॉटन के सहारे चेहरे पर लगाएं। इसे रगड़ें नहीं। इससे त्वचा छिल भी सकती है।
यहां पढ़ें:-जानिए क्या होता है जब आप डिनर के बाद आम खाती हैं!