पिज़्ज़ा का स्वाद तभी बढ़ता है जब इस पर ख़ास हर्ब छिड़का जाता है। यह हर्ब है ओरीगेनो। ओरेगेनो का उपयोग आमतौर पर पिज़्ज़ा और पास्ता के मसाले के रूप में उपयोग किया जाता है। यह ओरीगेनो और कुछ नहीं अजवायन की पत्ती है, जो भोजन का स्वाद कई गुना बढ़ा देता है। अजवायन की पत्ती या ओरीगेनो मिंट परिवार से संबंधित है। ओरेगेनो न सिर्फ स्वाद बढ़ाता है, बल्कि कई रोगों से बचाव भी करता है। यह सम्पूर्ण शरीर को सुरक्षा देता है। आइये जानते हैं इसके फायदे (oregano health benefits)।
ओरेगेनो में विटामिन ए (रेटिनोल), विटामिन ई (टोकोफ़ेरॉल), विटामिन K (फाइलोक्विनोन), विटामिन बी1 (राइबोफ्लेविन), विटामिन बी2 (थियामिन), विटामिन बी3 (नियासिन), विटामिन बी5 (पैंटोथेनिक एसिड), विटामिन बी6 (पाइरिडोक्सिन), विटामिन सी (एस्कॉर्बिक एसिड) भी पाए जाते हैं। इनके अलावा ओरीगेनो कैल्शियम, पोटैशियम, आयरन, फ़ास्फ़रोस, मैगनीशियम, सोडियम, कॉपर, जिंक, मैंगनीज, सेलेनियम जैसे मिनरल्स का भंडार भी है। अजवायन में अलग-अलग बायोएक्टिव कंपाउंड भी होते हैं, जो कई रोगों से बचाव कर सकते हैं।
ओरेगेनो या अजवाइन की पत्ती हेलिकोबैक्टर पाइलोरी बैक्टीरिया को रोकने में मदद कर सकती है। यह गैस्ट्राइटिस का कारण बन सकता है। यह मनुष्यों में आंत्र संक्रमण पैदा करने वाले बैक्टीरिया के खिलाफ प्रभावी हो सकती है। गैस, अपच, ब्लोटिंग आदि जैसी समस्या को यह दूर कर सकता है। आपको गंभीर पेट दर्द या पेट में कोई अन्य संक्रमण है, तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
ओरेगेनो या अजवायन की पत्ती में एन्सेफलाइटिस वायरस के खिलाफ गतिविधि करने की क्षमता हो सकती है। रोसमारिनिक एसिड की उपस्थिति के कारण वायरस की गतिविधि में हस्तक्षेप कर सकती है। वायरल संक्रमण होने पर इसे दवा के साथ-साथ लिया जा सकता है।
फ़ूड एंड न्यूट्रिशन जर्नल के अनुसार, अजवायन में सूजन कम करने की क्षमता हो सकती है। ओरेगेनो या अजवायन की पत्ती में मौजूद सक्रिय घटक थाइमोल इलास्टेज नामक सूजन मार्कर की रिहाई को कम करने में प्रभावी हो सकता है। इसके अलावा, रोसमारिनिक एसिड भी सूजन प्रक्रियाओं में हस्तक्षेप कर सकता है। यह कफ-कोल्ड और अपच में प्रभावी है।
ओरेगेनो या अजवायन की पत्ती एंटी माइक्रोबियल और एंटीऑक्सीडेंट गुण प्रदर्शित कर सकती है। नेचुरल जर्नल की स्टडी के अनुसार, यह देखा गया है कि इसमें फाइटोकेमिकल्स हो सकते हैं, जो कोशिकाओं, ऊतकों और डीएनए की सुरक्षा के लिए फ्री रेडिकल को बेअसर करते हैं। यह शरीर में ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में मदद कर सकता है। यह कई मेटाबोलिक रोगों का प्रमुख कारण है। अजवायन की अलग-अलग प्रजातियों में उनके एंटीऑक्सीडेंट गुण भिन्न-भिन्न होते हैं।
ओरेगेनो या अजवायन की पत्ती का मधुमेह पर संभावित प्रभाव हो सकता है। ओरीगेनो ग्लूकोज मेटाबोलिज्म में शामिल अल्फा-ग्लूकोसिडेज़ में हस्तक्षेप कर सकती है और उसे रोक सकती है। हार्वर्ड हेल्थ के शोध में देखा गया कि जब चूहों को ओरीगेनो ओरली दिया गया, तो ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मदद मिली। डायबिटीज एक गंभीर स्थिति है। इसका निदान और इलाज डॉक्टर द्वारा किया जाना चाहिए। सिर्फ ओरीगेनो को औषधि रूप में लेना जोखिम बढ़ा सकता है।
ओरेगेनो में मौजूद बायोएक्टिव घटक जैसे कार्वाक्रोल और गामा-टेरपीनिन ब्लड में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में प्रभावी हो सकते हैं। यह कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड के स्तर को कम करने में प्रभावी हो सकता है। इसलिए यह हृदय रोगों से बचाव करने में भी मददगार हो सकता है।
पकाते समय स्वाद बढ़ाने के लिए पकी हुई सब्जी पर ओरीगेनो छिड़का जा सकता है।
इसे मैरिनेड या स्टफिंग में उपयोग किया जा सकता है।
हर्बी स्वाद के लिए ब्रेड या पिज़्ज़ा के अलावा, रोटी पकाते समय भी स्प्रिंक्ल किया जा सकता है।
सलाद में ओरीगेनो की ताजी पत्तियां डालें।
टमाटर के स्लाइस और ओलिव आयल मिक्स कर स्प्रिंकल करें।
इस हर्ब का अधिक प्रयोग करने पर स्किन रैश, लूज मोशन, पेट में दर्द हो सकता है।
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