चॉकलेट भला किसे पसंद नहीं होता, खासकर यह बच्चों का मनपसंदीदा होता है। बच्चे इसे बड़े चाव से खाना पसंद करते हैं। परंतु आजकल मार्केट में डार्क चॉकलेट के नाम पर कई तरह के एडेड फ्लेवर, प्रिजर्वेटिव और शुगर युक्त चॉकलेट मिलने लगे हैं। लोग इन्हे खाने के साथ ही अपने बच्चों के लिए भी खरीदते हैं। इन चॉकलेट का सेवन बच्चों की सेहत के लिए बेहद हानिकारक साबित हो सकता है। जब आप आसानी से एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर कोको से हेल्दी और टेस्टी चॉकलेट को घर पर तैयार कर सकती हैं, तो मार्केट से इन्हे लेने की क्या जरूरत है (homemade chocolate recipe)!
घर में छोटे बच्चे हैं, या किसी को डायबिटीज है, तो ऐसे में एडेड शुगर युक्त चॉकलेट की जगह उन्हें घर का बना हेल्दी चॉकलेट दें। आज हम आपको बताएंगे घर पर चॉकलेट (homemade chocolate) तैयार करने का हेल्दी तरीका। तो बिना देर किए जानते हैं होममेड चॉकलेट की रेसिपी (homemade chocolate recipe)।
1 कप कोकोआ बटर
1 कप कोको पाउडर
¼ कप शहद, अगर आप कम और ज्यादा मीठी चॉकलेट चाहती हैं तो इसे अपने अनुसार एडजस्ट करें
1 चम्मच वेनिला एक्सट्रैक्ट
कटे हुए बादाम या टोस्ट किए हुए
कटे हुए अखरोट
संतरे या पुदीने का एक्सट्रैक्ट (वैकल्पिक)
एक छोटे पैन को दूसरे पैन के ऊपर एक इंच पानी के साथ रखें। इस प्रक्रिया से आप जलने के जोखिम को कम कर सकती हैं।
फिर इसमें कोकोआ बटर डालें और जब यह पूरी तरह पिघल जाए, तो उसे आंच से उतार लें और उसमें कोको पाउडर, वेनिला एक्सट्रैक्ट और संतरे या पुदीने का एक्सट्रैक्ट डालें।
इसे थोड़ी देर ठंडा होने दें। जब यह शहद की तरह गाढ़ा हो जाए, तो इसमें शहद डाल दें।
लेकिन, अगर आप कच्चे शहद का इस्तेमाल कर रही हैं, तो इसे कोकोआ बटर के साथ पिघलाएं ।
सभी सामग्री को लगातार मिलाती रहें, जबतक की इनका टेक्सचर स्मूद न हो जाए।
अब चॉक्लेट में अखरोट और बादाम डाल दें, आप चाहें तो अपनी पसंदीदा अन्य नट्स भी ऐड कर सकती हैं।
चॉकलेट को सिलिकॉन चॉकलेट मोल्ड में डालें। इसे कमरे के तापमान पर सेट होने दें। इसे फ्रिज में रखना एक अच्छा आईडिया है।
जब आपका चॉकलेट सेट हो जाए तो मात्रा का ध्यान रखते हुए इसे अपने बच्चों को सर्व करें।
डार्क चॉकलेट एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते है, जो आपकी सेल्स को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से प्रोटेक्ट करते हैं। फ्री रेडिकल्स कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकते हैं और उम्र बढ़ने के साथ ही कैंसर जैसी बीमारियों में योगदान दे सकते हैं। खासकर बच्चों में यह उनके ब्रेन फंक्शन को प्रभावित करते हैं। यदि आप इन सभी तरह की परेशानियों से दूर रहना चाहती हैं, तो एंटीऑक्सीडेंट के इस हेल्दी स्रोत को घर पर तैयार करें।
डार्क चॉकलेट खाने से ब्लड प्रेशर कम हो सकता है। हालांकि, बच्चों में ये समस्या नहीं होती परंतु फिर भी होममेड चॉकलेट उन्हें बाजार में मिलने वाले चॉकलेट्स के साइड इफेक्ट्स से बचाता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि डार्क चॉकलेट में फ्लेवनॉल्स होते हैं, जो एक कंपाउंड है और आपके शरीर में नाइट्रिक ऑक्साइड के उत्पादन को बढ़ा सकता है। नाइट्रिक ऑक्साइड आपकी ब्लड वेसल्स की दीवारों को आराम देने में मदद करते हैं, जिससे ब्लड प्रेशर कम हो जाता है।
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घर पर बना डार्क चॉकलेट हृदय स्वास्थ्य में सुधार करने के लिए जानी जाती है। डार्क चॉकलेट में मौजूद फ्लेवनॉल्स ब्लड फ्लो में सुधार करते है, सूजन को कम करने और ब्लड क्लॉटिंग के जोखिम को कम करके हृदय रोग के जोखिम को कम कर सकते हैं।
डार्क चॉकलेट में मौजूद फ्लेवनॉल्स मस्तिष्क के कार्य को बेहतर बना सकते हैं। होममेड चॉकलेट का सेवन रक्त प्रवाह को बढ़ा देता है, जिससे कोग्निटिव फंक्शन और मेमोरी में सुधार हो सकता है। यदि आपकी चॉकलेट हेल्दी है, तो यह आपके बच्चे के ब्रेन डेवलपमेंट में भी मदद कर सकती है।
डार्क चॉकलेट ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करता है। डार्क चॉकलेट में मौजूद फ्लेवेनॉल्स इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार कर सकते हैं, जो रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। डायबिटीज के मरीज भी होममेड चॉकलेट को खा सकते हैं, हालांकि मॉडरेशन का ध्यान रखें।
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