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क्या आप जानती हैं मॉन्क फ्रूट के बारे में, जो देता है आपको डायबिटीज में भी मिठास का मौका

कई लोग मीठा खाना काफी पसंद करते है लेकिन कई कारणों की वजह से नही खा पाते है इसलिए आज हम आपके लिए लेकर आए है चीनी के कुछ स्वस्थ्य विकल्प।
Updated On: 23 Oct 2023, 09:09 am IST
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चीनी के विकल्प आपके रक्त शर्करा के स्तर को प्रभावित नहीं करते हैं। चित्र- अडोबी स्टॉक

मीठे के शौकीन लोग कई बार ज्यादा मीठा खाने की वजह से डायबिटीज का शिकार होने लगते हैं। जबकि मीठा सिर्फ ब्लड शुगर ही नहीं बढ़ाता, बल्कि और भी कई स्वास्थ्य जोखिमों का कारण बनता है। जिनमें डेंटल हेल्थ प्रोब्लम, वजन बढ़ने की समस्या और डल स्किन भी शामिल है। अगर आप भी मीठे की दीवानी हैं, तो हमारे पास है आपके लिए एक हेल्दी विकल्प। इसका नाम है मॉन्क फ्रूट। चीन में बौद्ध भिक्षुओं द्वारा सबसे पहले की गई इस फल की खेती के कारण इसे यह नाम दिया गया है। आइए जानते हैं मॉन्क फ्रूट के स्वास्थ्य लाभ।

क्यों जरूरी है मिठास पर नजर रखना

मायो क्लीनिक के अनुसार आर्टिफिशियल स्वीटनर को चीनी के विकल्प, कम कैलोरी वाले स्वीटनर या गैर-पोषक स्वीटनर ( nonnutritive sweeteners) भी कहा जाता है। ये कैलोरी के बिना चीनी की के जैसे मिठास देते हैं। आर्टिफिशियल स्वीटनर चीनी से कई गुना अधिक मीठी होती है। इस वजह से, खाद्य पदार्थों को मीठा करने के लिए बहुत कम मात्रा में आर्टिफिशियल स्वीटनर की आवश्यकता होती है। यही कारण है कि आर्टिफिशियल स्वीटनर से बने खाद्य पदार्थों में चीनी से बने खाद्य पदार्थों की तुलना में कम कैलोरी हो सकती है।

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चीनी के विकल्प आपके रक्त शर्करा के स्तर को प्रभावित नहीं करते हैं। वास्तव में, अधिकांश आर्टिफिशियल स्वीटनर को “फ्री फूड” माना जाता है। फ्री फूड में 20 से कम कैलोरी और 5 ग्राम या उससे कम कार्बोहाइड्रेट होते हैं।

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जाइलिटोल (Xylitol) लोगों के ब्लड शुगर लेवल के स्तर को स्थिर रखने में मदद करता है। चित्र-शटरस्टॉक.

मिठास का हेल्दी विकल्प है मॉन्क फ्रूट

यह फल दक्षिणी चीन का एक छोटा हरा तरबूज है और इसका नाम उन भिक्षुओं के नाम पर रखा गया है जिन्होंने पहली बार सदियों पहले इसकी खेती की थी। सदियों से इस फल का उपयोग पारंपरिक चीनी चिकित्सा के लिए किया जा रहा है। लेकिन मिठास की वजह से ये पूरी दुनिया में प्रचलित हुआ है। काफी मीठा होने के बाद भी ये फल शुगर फ्री है।

मोंक फ्रूट स्वीटनर सूखे मेवे से प्राप्त एक्सट्रैक्ट से बनाया जाता है। टेबल शुगर की तुलना में एक्सट्रैक्ट 200-250 गुना अधिक मीठा होता है, इसमें शून्य कैलोरी और कार्ब्स होते हैं, और यह ब्लड शुगर लेवल को नहीं बढ़ाता है।

मॉन्क फल को इसकी मिठास मोग्रोसाइड्स नामक प्राकृतिक यौगिकों से मिलती है। यह आमतौर पर मधुमेह वाले लोगों के लिए सुरक्षित है क्योंकि यह रक्त शर्करा में वृद्धि नहीं करता है। फिर भी मोंक फल के साथ मीठे खाद्य पदार्थ और मीठे पेय पदार्थों को शामिल किया जाता है तो यह कार्ब और कैलोरी की मात्रा में वृद्धि करते हैं और इंसुलिन संवेदनशीलता को प्रभावित करते हैं।

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जानिए मीठे के कुछ और भी हेल्दी ऑप्शन

1 जाइलिटोल

फलों और सब्जियों में जाइलिटोल (Xylitol) प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला पदार्थ है, और यह हमारे शरीर में भी मौजूद होता है। इसकी मिठास चीनी के समान होती है। इसे इस्तेमाल करने के कई तरीके है। लाइफ एक्सटेंशन फाउंडेशन के अनुसार इसमें चीनी की तुलना में 40 प्रतिशत कम कैलोरी होती है।

जर्नल ऑफ मेडिसिनल फूड के अनुसार,जाइलिटोल (Xylitol) लोगों के ब्लड शुगर लेवल के स्तर को स्थिर रखने में मदद करता है। जर्नल ऑफ क्लिनिकल बायोकैमिस्ट्री एंड न्यूट्रिशन ट्रस्टेड सोर्स के एक अध्ययन के अनुसार, यह टाइप 2 मधुमेह की रोकथाम और उपचार में भी फायदेमंद हो सकता है।

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एरिथ्रिटोल मशरूम और फर्मेंटिड करके प्राप्त किए गए खाद्य पदार्थों में भी पाया जाता है। चित्र: शटरस्टॉक

2 एरिथ्रिटोल

यह स्वीटनर कई फलों में होता है। मशरूम और फर्मेंटिड करके प्राप्त किए गए खाद्य पदार्थों में भी यह पाया जाता है, जैसे शराब, पनीर और सोया सॉस। यह आमतौर पर कम कैलोरी वाले खाद्य पदार्थों में स्वीटनर के रूप में उपयोग किया जाता है, और इसका कोई स्वाद नहीं होता है।

इसमें कोई कैलोरी नहीं होती है और इससे अन्य शुगर अल्कोहल की तरह पाचन संबंधी समस्याओं नहीं होती है। लेकिन इसका सेवन करने से एसिड रिफ्लक्स हो सकता है और डिहाइड्रेशन भी हो सकता है और इलेक्ट्रोलाइट्स का नुकसान हो सकता है।

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डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

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लेखक के बारे में
संध्या सिंह
संध्या सिंह

दिल्ली यूनिवर्सिटी से जर्नलिज़्म ग्रेजुएट संध्या सिंह महिलाओं की सेहत, फिटनेस, ब्यूटी और जीवनशैली मुद्दों की अध्येता हैं। विभिन्न विशेषज्ञों और शोध संस्थानों से संपर्क कर वे  शोधपूर्ण-तथ्यात्मक सामग्री पाठकों के लिए मुहैया करवा रहीं हैं। संध्या बॉडी पॉजिटिविटी और महिला अधिकारों की समर्थक हैं।

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