विटामिन सी से भरपूर कीवी खाने में खट्टी और मीठी होती है। इसका स्वाद टेस्ट बड्स को दो तरह से संतुष्ट करता है। वहीं आजकल कीवी की डिमांड भी काफी बढ़ गई है। लोग जैसे जैसे इसकी गुणवत्ता से परिचित हो रहे हैं, वैसे वैसे इसकी मांग भी बढ़ती जा रही है। यदि आप वेट लॉस पर हैं, तो कीवी आपकी इस जर्नी को अधिक आसान बना सकती है। क्या आप जानती हैं, की कीवी वेट लॉस में आपकी मदद कर सकता है! कीवी एक प्रकार की बेरी है, इसे मुलतौर पर ईस्टर्न चाइना का माना जाता है। परंतु यह फल न्यूजीलैंड में अधिक प्रचलित है, वहीं धीरे-धीरे यह भारत में भी काफी प्रचलित हो रही है।
यदि आप वजन कम करने पर विचार कर रही हैं, तो कीवी को अपने डाइट में जरूर शामिल करें। हमने वेट लॉस पर कीवी के प्रभाव जानने के लिए न्यूट्रीफाई बाई पूनम डायट एंड वैलनेस क्लीनिक की डायरेक्टर, डाइटिशियन और न्यूट्रीशनिस्ट पूनम दुनेजा से बात की। एक्सपर्ट ने कीवी से जुड़े कुछ खास फैक्टर्स बताए हैं, जो दर्शाते हैं कि कीवी वेट लॉस में कितनी कारगर हो सकती है।
कीवी में फाइबर, प्रोटीन, विटामिन सी, विटामिन ई, विटामिन के, फोलेट, कॉपर, पोटैशियम, मैंगनेशियम सहित हेल्दी कार्ब पाए जाते हैं। इतना ही नहीं इसमें सीमित मात्रा में कैलोरी पाई जाती है और इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी बेहद कम होता है। इसमें मौजूद विटामिन सी एक महत्वपूर्ण एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करते हुए, सेहत को कई फायदे प्रदान करती है।
कीवी में भरपूर मात्रा में पानी होता है, कैलोरी कम होती है और फाइबर की मात्रा अधिक होती है। इस प्रकार इसे एक हेल्दी ब्रेकफास्ट ऑप्शन माना जाता है।
कीवी में मौजूद विटामिन सी की उच्च मात्रा वेट लॉस में बेहद प्रभावी रूप से कार्य करती है। विटामिन सी ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल मैनेजमेंट, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल हेल्थ और इम्मून वर्क को नियंत्रित करने में मदद करता है। यह सभी फैक्टर्स वेट लॉस जर्नी को आसान बना देते हैं।
कीवी फैट मेटाबॉलिज्म के लिए आवश्यक होती है। वेट लॉस जर्नी शुरू करने से पहले इन सभी महत्वपूर्ण कारकों पर विचार करना चाहिए।
कीवी में मौजूद डाइटरी फाइबर आपको लम्बे समय तक संतुष्टि का आभास कराता है और पाचन प्रक्रिया में मदद करके वजन घटाने में सहायता करता है।
कीवी की जीआई यानि की ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होती है, जिसका अर्थ है कि फल की चीनी शरीर में धीरे-धीरे अवशोषित होती है। नतीजतन, कीवी रक्त शर्करा को नियंत्रित रखता है, जिससे अनियमित ब्लड शुगर स्पाइक्स का सामना नहीं करना पड़ता।
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कीवी में सॉल्युबल और इनसॉल्युबल दोनों तरह के फाइबर होते हैं। इनसॉल्युबल फाइबर (बीजों में पाया जाता है) पाचन तंत्र के माध्यम से मल को बढ़ावा देता है। सॉल्युबल फाइबर एक जेल जैसा पदार्थ होता है जो बाइल एसिड को ट्रैप करता है और रक्त में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम कर देता है। फाइबर के ये दोनों रूप पाचन स्वास्थ्य को लाभ पहुंचाते हैं और ओवरईटिंग से बचाते हैं।
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कस्टमाइज़ करेंकीवी में एक्टिनिडिन नामक एंटीऑक्सीडेंट होता है, जो शरीर में प्रोटीन को टूटने में मदद करता है। यह धीमी पाचन क्रिया में मदद कर सकता है, इसलिए डाइटिंग के दौरान इस एंटीऑक्सीडेंट एक बेहतरीन सहयोगी माना जाता है। यह प्रोटीन के पाचन में मदद करता है और इरिटेबल बाउल सिंड्रोम से पीड़ित लोगों को लाभ पहुंचाता है।
कीवी को काटकर अपनी मॉर्निंग स्मूदी में मिलाएं।
अपनी हेल्दी सलाद या सैंडविच में इन्हें एक इंग्रीडिएंट के रूप में इस्तेमाल करें।
इन्हें सादा या ब्रेकफास्ट में दही के साथ खाएं।
कीवी को अपने पानी के जग या बोतल में रखें, ताकि ये रात भर पानी में घुले रहें और सुबह इसे पियें।
वेजेज काटें और मजेदार बनाने के लिए टूथपिक लगाकर स्टार्टर की तरह एन्जॉय करें।
अपनी हेल्दी रेसिपी में नींबू या लाइम की जगह कीवी का इस्तेमाल करें।
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